पटना: बिहार में गंगा उफान (Flood in Ganga) पर है. आए दिन हादसे भी हो रहे हैं. फिर भी न तो लोग इससे सबक ले रहे हैं और न ही नेता. ऐसा ही कुछ राघोपुर दियारा में देखने को मिला, जहां एलजेपी नेता चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) नाव पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लेने निकले थे. इस दौरान उनके साथ नाव पर दर्जनों लोग सवार थे.
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सभी स्टेंडिंग पोजीशन में थे. जरा सी चूक इन सबकी जान पर भारी पड़ जाती. दिख रही तस्वीरों में चिराग के साथ दूसरे मौजूद लोगों ने लाइफ जैकेट तक नहीं पहनी है. अगर हादसा होता तो मदद पहुंचने में भी देरी हो जाती. ऐसे में कोई अनहोनी होने पर जिम्मेदार कौन होता?
गंगा नदी इन दिनों उफनाई (Ganga River Water Level Increase) हुई है. लोग नदी में जाने से डर रहे हैं कि पता नहीं कब हादसा हो जाए, लेकिन जब बात नेता की हो तो ऐसा लगता है जैसे बाढ़ (Bihar Flood) भी उनसे डरती है. मनमानी करने के आदी नेताओं को किसी का डर नहीं.
नेता कहीं जाएं तो उनकी सुरक्षा के लिए पूरा प्रोटोकॉल होता है. आगे पीछे स्कॉट की गाड़ियां चलती हैं. हालांकि चिराग के राघोपुर दियारा दौरे पर कितना प्रोटोकॉल का पालन हुआ इसका अंदाजा तस्वीरों से ही लगाया जा सकता है.
चिराग पासवान (Chirag Paswan) रविवार को नाव से दर्जनों कार्यकर्ताओं को साथ लेकर राघोपुर दियारा पहुंचे. इस दौरान सुरक्षा के लिए बनाए गए सभी प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा दी गईं. नाव पर सवार होते समय पहने जाने वाला लाइफ जैकट तक नेताओं ने नहीं पहना. सभी खतरे से लापरवाह होकर उफनती गंगा में नाव की सवारी का मजा लेते दिखे. उनके साथ कई नावों का काफिला चल रहा था.
राघोपुर के समर्थक नाव से ही चिराग को रिसीव करने पहुंचे और जयकारा लगाकर उनका स्वागत किया. इस दौरान सुरक्षा के इंतजाम का घोर अभाव दिखा. डेनिम कलर की जिंस और सफेद रंग का कुर्ता पहने चिराग ने कंधे पर सफेद रंग का गमछा रखा था, लेकिन नाव पर सवार होने के दौरान सुरक्षा के लिए पहने जाने वाला लाइफ जैकेट नदारद था.
जब नेता ही अपनी सुरक्षा के प्रति लापरवाह दिखें तो कार्यकर्ताओं से इसकी सुध लेने की उम्मीद भी बेमानी है. एक नाव पर करीब 30 लोग सवार थे, लेकिन किसी के पास लाइफ जैकेट नहीं था. चिराग की सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवान भी बिना लाइफ जैकेट के ही नाव पर सवार थे. नाव यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं के बीच फोटो खिंचवाने और वीडियो बनवाने की होड़ लगी थी. सभी अपने नेता के साथ नाव पर सवारी की फोटो और वीडियो बनाना चाहते थे ताकि उसकी मदद से क्षेत्र में अपनी राजनीति चकमा सकें.
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