वैशाली: बच्चे के हाथों में अगर उसका पसंदीदा नया खिलौना हो तो वह बेहद खुश होता है. लेकिन यह खुशी तब काफूर हो जाती है जब बच्चा भीड़ भाड़ में खुद को अकेला पाता है. सोनपुर मेला (Sonpur mela) में शुक्रवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने काे मिला. मगर एक महिला की समझदारी से बच्चा अब सुरक्षित है. महिला ने उस बच्चे को पुलिस के हवाले कर दिया. महिला ने बताया कि रोड पर बच्चा रो रहा था. उसने सोचा कि कोई उठाकर ले जाएगा तो बच्चे काे मुसीबत हो जाएगी.
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क्या है मामलाः माता-पिता से बिछड़ कर 4 वर्षीय सोनू मेले में भटक रहा था. काफी देर भटकने के बाद भी जब उसके माता-पिता नहीं मिले तो वह एक दुकान के पास फूट-फूट कर रोने लगा. वही पास से गुजर रही महिला मंजू देवी ने सोनू को रोते देखा. उससे बात की. उसे लेकर थाने पहुंची. जहां सोनू को पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस सोनू को परिजनों से मिलवाने की कवायद शुरू की. महिला खुद अकेली थी, इसलिए उसने सोनू को लेकर थाना पहुंचना उचित समझा.
खिलौना खरीदने की जिदः सोनपुर थाना क्षेत्र के धरहरा निवासी बबलू दास अपने पूरे परिवार के साथ सोनपुर मेला घूमने आए थे. उनका 4 वर्षीय बच्चा खिलौना खरीदने की जिद करने लगा. उसे लेकर पैदल मेला घूमने लगे इसी दौरान भीड़ में बच्चा अपने माता-पिता से बिछड़ गया. वह चिड़िया बाजार जाने वाली सड़क किनारे फूट-फूट कर रोने लगा. उसे समझ में नहीं आ रहा था कि इतने लोगों में उसके माता-पिता उसे छोड़कर कहां चले गए हैं. रास्ते से सोनपुर थाना क्षेत्र के बंगला कॉलोनी निवासी मंजू देवी गुजर रही थी उनकी नजर रोते बिलखते हुए बच्चे पर पड़ी.
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"वहां रोड पर बच्चा बैठ कर रो रहा था तो हम सोचे कोई उठाकर ले जाएगा, इसीलिए हम बच्चा को यहां ले आए. यहां से अनाउंसमेंट होगा तो इसका गार्जियन इसको आकर ले जाएंगे. हमको इस बात का डर था कि बच्चा को कहीं कोई बहला-फुसलाकर ना ले जाए"-मंजू देवी, गोल बंगला कॉलनी, सोनपुर