वैशाली: जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (JDU State President Umesh Kushwaha) ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को मानसिक रुप से बीमार बताया है. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी आलाकमान से कहूंगा कि सबसे पहले इन्हें कांके पागलखाने में भर्ती कराया जाए. उसके बाद ही कोई जिम्मेवारी दी जाए. 2000 के नोट बंद करने वाले सवाल पर कहा कि यह बीजेपी की एक साजिश है. इसके तहत वे लोग बैंक में पैसा जमा कर पूंजीपतियों को देने की साजिश रच रहे हैं. जिससे 2024 में उस पैसे को खर्च किया जा सके.
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"बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की मानसिक स्थिति खराब है. आप लोग ही नोटिस लेते हैं, हम लोगों ने नोटिस लेना बंद कर दिया है. ऐसे लोगों पर कोई टिप्पणी करना ही व्यर्थ लगता है. वह तो मानसिक स्थिति से परेशान हैं, उनको तो बीजेपी आलाकमान से कहेंगे कि उनका इलाज कम से कम कांके में भर्ती कराकर किया जाए. उसके बाद ही कोई जिम्मेवारी दी जाए. - उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जेडीयू
सम्राट चौधरी को बताया दिमागी तौर पर बीमार: जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा वैशाली में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. वहां मीडिया से बात करते हुए सम्राट चौधरी को पागल करार देते हुए कहा है कि उन्हें कांके में भर्ती कराना चाहिए. आरबीआई के द्वारा 2000 रुपये के नोटबंदी पर उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उमेश कुशवाहा ने ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में रुपए खर्च करने के लिए यह सब साजिश की जा रही है.
निजी शोरूम के उद्घाटन में पहुंचे कुशवाहा: महुआ बाजार में एक निजी शोरूम के उद्घाटन में पहुंचे उमेश कुशवाहा का स्थानीय कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की मानसिक स्थिति पूरी तरह से खराब हो गई है. मीडियाकर्मियों से कहा कि आप लोग ही नोटिस लेते हैं, हम लोगों ने नोटिस लेना बंद कर दिया है. ऐसे लोगों पर कोई टिप्पणी करना व्यर्थ है. वह तो मानसिक स्थिति से परेशान हैं, बीजेपी आलाकमान से कहेंगे कि उनको कम से कम कांके में भर्ती करा दें. उसके बाद उनको जिम्मेवारी दें.
हताशा में उल्टा-पुल्टा बोल रहे: उन्होंने कहा कि बीजेपी का जो अभी जनाधार बचा हुआ है, वह भी धीरे-धीरे खिसक रहा है. 2024 लोकसभा चुनाव के कारण वह हताशा में है, बेचैन हैं यही कारण है कि हर समय उल्टा पुल्टा बात बोल रहे हैं.
नोटबंदी से चरमराई अर्थव्यवस्था: उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी लाया था. उस समय जो भारतीय अर्थव्यवस्था चरमराई, उससे आजतक हमलोग नहीं उबर पाए हैं. उसके बाद फिर से बिना तैयारी के नोटबंदी कर दी गई. हमें तो लगता है कि यह साजिश केंद्र सरकार की कालाधन छुपाने की बड़ी साजिश है. जो उनके पूंजीपति मित्र हैं, उनको फायदा पहुंचाने के लिए नोटबंदी किया गया है. बैंक में जब पैसा आएगा, सभी जगहों से तो पूंजीपति साथी को फाइनेंस करेंगे, उसे अपना कारोबार करेंगे.