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कार्तिक पूर्णिमा: सोनपुर में लगने लगा भक्तों का तांता, मंगलवार को करेंगे गंगा स्नान - पहलेजा घाट का नजारा

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के बाद भक्त पूजा-पाठ कर सात किलोमीटर दूर सोनपुर का विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला घूमने जाते हैं. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है.

पहलेजा घाट का नजारा
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Published : Nov 11, 2019, 11:45 PM IST

सोनपुर: कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र स्नान को लेकर सोमवार से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. प्रदेशभर से श्रद्धालु मंगलवार के स्नान के लिए सोमवार को ही पहुंचे. सोनपुर के एक दर्जन से अधिक घाटों पर भक्तों का जमावड़ा लगा रहा. पहलेजा घाट पर सोमवार 8 बजे तक लाखों भक्त पहुंचे.

बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार को है. इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त इस दिन गंगा स्नान करते हैं उन्हें भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है. उनके परिवार को सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है. इस दिन के लिए जिला प्रशासन समेत रेल प्रशासन ने भी व्यापक तैयारियां की हैं. कई विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं.

Sonpur
पहलेजा घाट का नजारा

देवभूमि कहलाता है सोनपुर
सोनपुर अनुमण्डल क्षेत्र में दर्जनों गंगा घाट हैं. इसलिए यह स्थल देवभूमि भी कहलाता है. सोमवार दोपहर से ही यहां भक्तों का आना जारी है. बता दें कि कालीघाट, पहलेजा घाट, नारायणी घाट, नोलखा घाट, वैशाली के कौनहारा घाट सहित अन्य घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचने का अनुमान है.

Sonpur
दूर-दराज से पहुंचे भक्त

एक दिन पहले पहुंचकर करते हैं विधिवत पूजा
जानकारी के मुताबिक एक दिन पहले ही श्रद्धालु पहलेजा घाट पर पहुंचते हैं. यहां गंगा स्नान करने के बाद लोग घाट की विधिवत पूजा करते हैं. फिर घाट परिसर से लेकर स्थानीय शिवालय, राम जानकी मंदिर में यज्ञ, सत्संग, पूजा कीतर्न करके रात का समय काटते हैं. देर रात 12 बजे के बाद से ही गंगा स्नान शुरू हो जाता है. जिसे कार्तिक स्नान कहा जाता है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

कार्तिक स्नान के बाद घूमते हैं सोनपुर मेला
कार्तिक स्नान के बाद भक्त पूजा-पाठ कर सात किलोमीटर दूर सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले में घूमने जाते हैं. यह पारंपरिक रिवाज सदियों से चला आ रहा है. भक्तों की सहूलियत के लिए प्रशासनिक स्तर पर खास तैयारियां की गई हैं. घाट पर बांस की बेरिकेटिंग की गई है. एसडीआरएफ की दो टीम भी लगाई गई है. अतिरिक्त पुलिस जवान भी तैनात हैं.

Sonpur
घाटों पर भक्तों ने की पूजा

ऐसी होगी मंगलवार की व्यवस्था:

  • 19 थाने, 6 डीएसपी, 20 पुलिस इंस्पेक्टर, स्थानीय थाना पुलिस और एक कंपनी ड्यूटी पर तैनात
  • घाटों पर एसडीआरएफ मौजूद, बोट से रखेंगे निगरानी
  • घाट पर मौजूद होगी आपातकालीन सेवा (मेडिकल टीम और पुलिस फोर्स)
  • घाट के मुख्य मार्ग पर वाहनों के परिचालन पर रोक
  • घाटों पर चेंजिंग रूम, शौचालय, साफ-सफाई के पुख्ता इंतजाम
  • गंडक पुल देर रात से होगा वन-वे
  • सुरक्षा के लिए मौजूद होंगे पुरुष और महिला पुलिस बल

सोनपुर: कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र स्नान को लेकर सोमवार से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. प्रदेशभर से श्रद्धालु मंगलवार के स्नान के लिए सोमवार को ही पहुंचे. सोनपुर के एक दर्जन से अधिक घाटों पर भक्तों का जमावड़ा लगा रहा. पहलेजा घाट पर सोमवार 8 बजे तक लाखों भक्त पहुंचे.

बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार को है. इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त इस दिन गंगा स्नान करते हैं उन्हें भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है. उनके परिवार को सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है. इस दिन के लिए जिला प्रशासन समेत रेल प्रशासन ने भी व्यापक तैयारियां की हैं. कई विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं.

Sonpur
पहलेजा घाट का नजारा

देवभूमि कहलाता है सोनपुर
सोनपुर अनुमण्डल क्षेत्र में दर्जनों गंगा घाट हैं. इसलिए यह स्थल देवभूमि भी कहलाता है. सोमवार दोपहर से ही यहां भक्तों का आना जारी है. बता दें कि कालीघाट, पहलेजा घाट, नारायणी घाट, नोलखा घाट, वैशाली के कौनहारा घाट सहित अन्य घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचने का अनुमान है.

Sonpur
दूर-दराज से पहुंचे भक्त

एक दिन पहले पहुंचकर करते हैं विधिवत पूजा
जानकारी के मुताबिक एक दिन पहले ही श्रद्धालु पहलेजा घाट पर पहुंचते हैं. यहां गंगा स्नान करने के बाद लोग घाट की विधिवत पूजा करते हैं. फिर घाट परिसर से लेकर स्थानीय शिवालय, राम जानकी मंदिर में यज्ञ, सत्संग, पूजा कीतर्न करके रात का समय काटते हैं. देर रात 12 बजे के बाद से ही गंगा स्नान शुरू हो जाता है. जिसे कार्तिक स्नान कहा जाता है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

कार्तिक स्नान के बाद घूमते हैं सोनपुर मेला
कार्तिक स्नान के बाद भक्त पूजा-पाठ कर सात किलोमीटर दूर सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले में घूमने जाते हैं. यह पारंपरिक रिवाज सदियों से चला आ रहा है. भक्तों की सहूलियत के लिए प्रशासनिक स्तर पर खास तैयारियां की गई हैं. घाट पर बांस की बेरिकेटिंग की गई है. एसडीआरएफ की दो टीम भी लगाई गई है. अतिरिक्त पुलिस जवान भी तैनात हैं.

Sonpur
घाटों पर भक्तों ने की पूजा

ऐसी होगी मंगलवार की व्यवस्था:

  • 19 थाने, 6 डीएसपी, 20 पुलिस इंस्पेक्टर, स्थानीय थाना पुलिस और एक कंपनी ड्यूटी पर तैनात
  • घाटों पर एसडीआरएफ मौजूद, बोट से रखेंगे निगरानी
  • घाट पर मौजूद होगी आपातकालीन सेवा (मेडिकल टीम और पुलिस फोर्स)
  • घाट के मुख्य मार्ग पर वाहनों के परिचालन पर रोक
  • घाटों पर चेंजिंग रूम, शौचालय, साफ-सफाई के पुख्ता इंतजाम
  • गंडक पुल देर रात से होगा वन-वे
  • सुरक्षा के लिए मौजूद होंगे पुरुष और महिला पुलिस बल
Intro:लोकेशन : वैशाली
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा ।

: कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार को हैं ।इसको लेकर आज प्रदेश भर के सभी जिलों से भग्क्त- श्रद्धालु सोंनपुर के एक दर्जन गंगा घाटों पर दोपहर से ही आना शुरू हो गया हैं। प्राचीनतम पहलेजा घाट पर रात के 8 बजे तक लाखों लोगों का आगमन हो चुका था ।


Body:कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सोंनपुर के एक दर्जन गंगा घाटों पर भग्क्त - श्रद्धालुओं की आना शुरू हैं। देर रात तक यह संख्या लाखों तक पहुच जाता हैं। मालूम हो कि मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा हैं। इस दिन का विशेष महत्तम हैं। कहते हैं कि इस दिन गंगा स्नान जो भी भग्क्त करता हैं ।उसे भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता हैं। उसके परिवार के सुख- समृद्धि, शांति मिलता हैं।

सोंनपुर अनुमण्डल क्षेत्र में दर्जनों गंगा घाट हैं। इसलिये यह स्थल देवभूमि भी कहलाता हैं। सोमवार को दोपहर के समय से भग्क्त- श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला जारी हैं। बतादें कि कालीघाट, पहलेजा घाट, नारायणी घाट, नोलखा घाट वैशाली के कौनहारा घाट सहित अन्य घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचने का अनुमान हैं।

क्षेत्र का सबसे प्राचीन पहलेजा घाट पर सबसे पहले श्रद्धालु पहुँचते हैं ।सोमवार को यहा पहुँचकर गंगा -स्नान कर फिर घाट की विधिवत पूजा करते हैं। इसके बाद ये लोग यहा खाना- पीना करने के बाद घूमते हैं ।फिर घाट परिसर से लेकर स्थानीय शिवालय, राम जानकी मंदिर में यज्ञ, सत्संग, पूजा कीतर्न में रात का समय काटते हैं। रात के बारह बजे के बाद से ही गंगा स्नान करते हैं। इसके बाद पूजा पाठ कर यहा से सात किलोमीटर दूर सोंनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला में घूमने ,खरीदारी करने और मनोरंजन के लिये थियेटर जाते हैं ।इसके बाद वे अपने घर के लिये प्रस्थान करते हैं।

गंगा- स्नान का भी प्राचीन इतिहास रहा हैं ।यह पारंपरिक रिवाज सदियों से चली आ रही हैं। सोंनपुर का विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला के समय कार्तिक पूर्णिमा का समय आता हैं । इस दिन का खास महत्व होता हैं। इस दिन गंगा में स्नान करने से मन की सभी बुराइयां और रोग दूर होती हैं । जानकारों की मानें तो सोंनपुर देवभूमि होने के साथ पवित्र गंगा नदी के किनारे बसा हुआ हैं। यहा प्रसिद्ध हरिहर नाथ बाबा का मंदिर भी हैं। बताते चले कि यहा एक ही शिवलिंग में भगवान विष्णु और भगवान शिव हैं जो अन्य कही नहीं हैं। कहते हैं कि इस शिवलिंग का स्थापना खुद ब्रह्मा जी किये थे ।यहा नारायणी नदी में गज ग्रह के लड़ाई में भगवान विष्णु खुद गज को बचाने के लिये आये थे ।इससे यह क्षेत्र देवत्व हैं। यहा पूरे वर्ष बाबा हरिहरनाथ मंदिर में पूजा-दर्शन के लिये आते हैं।

सोमवार को पहलेजा घाट पर संध्या के समय 50 हजार की संख्या में श्रद्धालु पहुच चुके थे ।सभी ने गंगा स्नान कर फिर घाट की पुजा की । रात के आठ बजे तक यहा एक लाख से ज्यादा लोग पहुच गए थे । बतादे बड़ी तादाद में लोगों की पहुचना जारी था ।

प्रशासन की ओर से घाट पर बांस की बने ब्रेकेडियर लगाया गया था ।लाइट, एसडीआरएफ की दो टीम भी लगाई गई थी ।गोताखोर की व्यवस्था भी की गई हैं। सुरक्षा की लिहाजा से पुलिस बल भी लगाए गए थे । क्षेत्र के जेपीचौक, पुराना गंडकपुल, बाईपास रोड, सहित आधे दर्जन चौक- चौरहो पर पुलिस की गतिविधियों दिखाई दी ।

सारण जिला पुलिस द्वारा कार्तिक पूर्णिमा को लेकर 19 थाने, आधे दर्जन डीएसपी, 20 पुलिस इंस्पेक्टर, स्थानीय थाना पुलिस और एक कंपनी भी डिप्यूट की हैं।

एक दर्जन गंगा घाटों पर कई एसडीआरएफ की टीम गंगा स्नान के समय गंगा नदी में वोट से नजरें बनाकर रखेंगे ।सभी वोट पर लाइफ जैकेट भी होंगे ।

Etv भारत ने पहलेजा घाट का पड़ताल किया तो यहा सभी अन्य गंगा घाटों से ज्यादा भीड़ देखी गयीं। यहा हरेक कुछ क्षण में हजारो लोग के पहुँचते देखा गया ।स्थानीय लोगो की माने तो मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहा तादाद 4 से पांच लाख की संख्या होती हैं ।

घाट पर मेडिकल टीम , पुलुस व्यवस्था देखी गयीं। शहर के सभी मुख्य चौक चौराहों पर बांस की ब्रेकेडियर लगे देखे गए ।सोमवार को घाट पर जाने वाले मुख्य मार्ग से बड़ी वाहनों की आवाजाही मंगलवार को दोपहर तक के लिये रोक दिया गया ।इस दौरान कुछ जगहों पर पुलिस और वाहन के मालिकों के बीच हल्की झड़प भी देखी गयी।

घाट पर प्रशासन द्वारा चेंजिंग रूम, शौचालय, साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नही होने से से महिलाओं द्वारा नाराजगी व्यक्त किया गया।

हाजीपुर के कौनहारा घाट पर भी जिला प्रशासन द्वारा इस बाबत इंतेजमात किया गया था ।यहा लाइट, एसडीआरफ की व्यवस्था किया गया था ।सुरक्षा के लिये महिला और पुरुष पुलिस को लगाया गया था ।

हाजीपुर से सोंनपुर को जोड़ने वाला पुराना गंडक पुल को आज देर रात से वनवे किये जाने की दिशा निर्देश दिया गया हैं। जो दोपहर तक रहेगा । वहीं पुल पर लाइट की व्यवस्था किया गया हैं।

वैशाली और सारण पुलीस भीड़ को नियंत्रित करने के लिये कार्य करेंगी ।


Conclusion:स्टोरी :
विजुअल्स घाट की
EXCLUSIVE
ओपनिंग PTC संवाददाता राजीव, वैशाली ।
विजुअल्स
CLOSE PTC गंगा नदी में एसडीआरएफ वोट से संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
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