वैशाली: जिले में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ हाजीपुर में गांधी चौक पर एक दिवसीय सर्वदलीय धरना प्रदर्शन किया गया. इस धरना प्रदर्शन में अपने सरकार के खिलाफ सत्तारूढ़ दल भाजपा और जदयू के कार्यकर्ता भी शामिल हुए. लोगों ने कहा कि आपराधिक घटनाओं का बढ़ना सरकार और प्रशासन की नाकामी है.
कार्यशैली पर खड़े किए सवाल
दरअसल, वैशाली जिले में बढ़ते अपराध को लेकर सत्तारूढ़ दल के बीजेपी और जदयू के साथ कांग्रेस के भी युवा कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय सर्वदलीय धरना प्रदर्शन में भाग लिया. सभी ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. धरना के दौरान सभी ने एक सुर में अपराध पर नियंत्रण नहीं करने को लेकर सरकार और प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया. लोगों ने कहा कि आपराधिक घटनाओं का बढ़ना सरकार की नाकामी है.
सख्त रवैया अपनाने की अपील
धरना में शामिल भाजपा के पूर्व विधायक अच्युतानंद सिंह ने भी अपराध को लेकर प्रशासन की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अपराध चरम पर है, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. ऐसे में उन्होंने सरकार से इस मामले में सख्त रवैया अपनाने की अपील की. साथ ही यह भी कहा कि यदि सरकार जन भावनाओं की कद्र नहीं करती है. हत्या और लूट का दौर चलता रहा तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
एसपी को हटाने की मांग
भाजपा कार्यकर्ता अजित सिंह ने जिले के एसपी मानवजीत सिंह ढ़िल्लो को वैशाली से वापस जाने की मांग की. यह पहला मौका है जब अपराध मामले को लेकर हाजीपुर के गांधी चौक पर सभी दलों के कार्यकर्ता एक मंच पर आए और सरकार को कड़ी चेतावनी दी.
थानों और अनुमंडलों में चल रही है क्राइम ऑडिट
हालांकि वैशाली में लगातार हो रहे आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कल से ही तीन दिवसीय दौरा पर डीजीपी के गतिशील दस्ता वैशाली में कैम्प किये हुए हैं. जिले भर के थानों और अनुमंडलों में क्राइम ऑडिट चल रही है. ऐसे में आपराधिक घटनाओं को लेकर सर्वदलीय धरना प्रदर्शन का सरकार और पुलिस पदाधिकारियों पर कितना असर पड़ता है, यह देखना होगा.