वैशाली: शनिवार को वैशाली जिला ने अपना 47वां वर्षगांठ पूरा किया. इसको लेकर जिला प्रशासन की तरफ से जिला मुख्यालय हाजीपुर स्थित अक्षय वट राय स्टेडियम में स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम उदिता सिंह, विधायक अवधेश सिंह, उमेश कुशवाहा ने दीप जलाकर किया.
आज के दिन 12 अक्टूबर 1972 को तिरहुत, मुजफ्फरपुर जिला से अलग होकर वैशाली जिला बना था. देखते ही देखते इस जिले का 47 साल पूरा हो गया. भगवान महावीर की धरती और भगवान बुद्ध की कर्मभूमि कहलाने वाला यह वैशाली जिला पूरी दुनिया मे अपनी पहचान बना चुका है. यह देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है.
कार्यक्रम में लगाया गया स्टॉल
कार्यक्रम का थीम हरियाली और जल जीवन पर रखा गया था. बता दें कि पिछले गर्मी के मौसम में पूरे जिले में पानी का जलस्तर नीचे चले जाने के चलते पानी की बहुत किल्लत हुई थी. इस दौरान आयोजित समारोह में डीएम उदिता सिंह ने अपने एक महीने के कार्यकाल में किये गए अनुभव पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि यह त्यौहार लोगों ने जिस तरह से शांति, प्रेम और भाईचारे के साथ मनाया है. इससे वो काफी खुश है. उन्होंने जिला के निवासी और खुद को बिहारी कहलाने पर गर्व कहलाने की अपील की है. कार्यक्रम के अवसर पर जिला प्रशासन की तरफ से दर्जनों स्टॉल लगाए गए, जिसमे प्रशासन के सभी विभाग के झलकियों को दिखाया गया.
लोगों से की गई वृक्ष लगाने की अपील
जिला स्थापना समारोह दिवस कार्यक्रम में महनार और हाजीपुर के विधायक उमेश कुशवाहा और अवधेश सिंह ने वैशाली जिले में हुए विकास के बारे में बताया. उन्होंने जल जीवन हरियाली और गंगा को दूषित होने से नुकसान के बारे में भी बताया. साथ ही लोगों से वृक्ष लगाने की अपील भी की. समारोह दिवस कार्यक्रम के दौरान जिले के चयनित आधा दर्जन स्कूली बच्चों ने गीत-संगीत और नृत्य का प्रदर्शन किया.