ETV Bharat / state

सोनपुर मेला: खरीददार नहीं पहुंचने से गाय बाजार की रौनक पड़ी फींकी, विक्रेता परेशान

स्थानीय गाय विक्रेता मोहम्मद रजा ने बताया कि 19 दिनों में सिर्फ अभी तक 7 गायों की ही बिक्री हुई है, जो पिछली बार से बहुत कम है. इस बार ग्राहक केवल नाम मात्र के ही आ रहे हैं.

vaishali
विक्रेता हो रहें हैं परेशान
author img

By

Published : Nov 28, 2019, 9:44 PM IST

वैशालीः सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध मेले के 19 वें दिन लोगों की भीड़ नहीं देखी गयी. यहां के गाय बाजार में इसका असर देखने को मिला. यहां के विक्रेता किसानों की मानें तो गाय की बाजार में खरीदार नहीं के बराबर आ रहे हैं. इससे उनकी दुकान फीकी पड़ गई है. जिससे विक्रेताओं में काफी मायूसी है.

गाय बाजार में नहीं दिखी लोगों की भीड़
स्थानीय गाय विक्रेता मोहम्मद रजा ने बताया कि 19 दिनों में सिर्फ अभी तक 7 गायों की ही बिक्री हुई है, जो पिछली बार से बहुत कम है. इस बार ग्राहक केवल नाम मात्र के ही आ रहे हैं. इस बार मेले में असम, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों से गाय की नस्ल नहीं पहुंचने से ग्राहक स्थानीय गाय की खरीदारी करने में कम रुचि ले रहे हैं. वहीं गाय की खरीदी करने वाले एक व्यापारी ने बताया कि बाजार बहुत ठंडा पड़ गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

गाय विक्रेता हुए मायूस
गाय विक्रेताओं की मानें तो गाय बाजार में इस बार 100 से 150 गाय ही बिक्री के लिये आयी हुई थी. इसमें से अभी तक मुश्किल से दर्जनों गाय की बिक्री हुई है. एक स्थानीय युवक मानवेन्द्र ने बताया कि गांव के ग्रामीण धीरे-धीरे शहरों में बसने लगे हैं. अब लोगों के पास समय कम हो गया है. गांव से शहर में तेजी से पलायन होने के चलते यह धंधा खत्म होता जा रहा है. जबकि जिला पशुपालन अधिकारी डॉ. प्रभास कुमार सिंह की मानें तो यहां 97 गायों की बिक्री अभी तक हो चुकी है. इसमें प्रति गाय की न्यूनतम कीमत 18 हजार और अधिकतम 71 हजार थी.

vaishali
स्थानीय

वैशालीः सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध मेले के 19 वें दिन लोगों की भीड़ नहीं देखी गयी. यहां के गाय बाजार में इसका असर देखने को मिला. यहां के विक्रेता किसानों की मानें तो गाय की बाजार में खरीदार नहीं के बराबर आ रहे हैं. इससे उनकी दुकान फीकी पड़ गई है. जिससे विक्रेताओं में काफी मायूसी है.

गाय बाजार में नहीं दिखी लोगों की भीड़
स्थानीय गाय विक्रेता मोहम्मद रजा ने बताया कि 19 दिनों में सिर्फ अभी तक 7 गायों की ही बिक्री हुई है, जो पिछली बार से बहुत कम है. इस बार ग्राहक केवल नाम मात्र के ही आ रहे हैं. इस बार मेले में असम, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों से गाय की नस्ल नहीं पहुंचने से ग्राहक स्थानीय गाय की खरीदारी करने में कम रुचि ले रहे हैं. वहीं गाय की खरीदी करने वाले एक व्यापारी ने बताया कि बाजार बहुत ठंडा पड़ गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

गाय विक्रेता हुए मायूस
गाय विक्रेताओं की मानें तो गाय बाजार में इस बार 100 से 150 गाय ही बिक्री के लिये आयी हुई थी. इसमें से अभी तक मुश्किल से दर्जनों गाय की बिक्री हुई है. एक स्थानीय युवक मानवेन्द्र ने बताया कि गांव के ग्रामीण धीरे-धीरे शहरों में बसने लगे हैं. अब लोगों के पास समय कम हो गया है. गांव से शहर में तेजी से पलायन होने के चलते यह धंधा खत्म होता जा रहा है. जबकि जिला पशुपालन अधिकारी डॉ. प्रभास कुमार सिंह की मानें तो यहां 97 गायों की बिक्री अभी तक हो चुकी है. इसमें प्रति गाय की न्यूनतम कीमत 18 हजार और अधिकतम 71 हजार थी.

vaishali
स्थानीय
Intro:लोकेशन: वैशाली ।
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा।

: गुरुवार को 19 वां रोज सोंनपुर के विश्व प्रसिद्ध मेला में भीड़ आशानुरूप नहीं देखी गयीं। यहा के गाय बाजार में भी इसका असर देखने को मिला । यहा के विक्रेता किसानों की मानें तो उनकी गाय की बाजार में खरीदार नहीं के बराबर में आ रहें हैं। इससे उनकी दुकान फीकी पड़ ग़यी हैं।


Body:: विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला का 19 वां रोज भीड़ कम दिखी । यहा के गाय बाजार में खरीदार के कम पहुँचने से बिक्रेताओं में काफी मायूसी देखी गयीं । मालूम हो कि इस बार मेले में असम, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों से गाय की नश्ल नहीं पहुँचने से खरीदार स्थानीय गाय की खरीदारी करने में कम रुचि लें रहें हैं ।इसके चलते इस पेशे से जुड़ें विक्रेताओं में काफी निराशा हैं।

स्थानीय गाय बिक्रेता मोहम्मद राजा की मानें तो उसने 19 रोज में सिर्फ अभी तक 7 गाय की ही बिक्री कर सका हैं। जो पिछले बार से बहुत कम हैं। उंसने आगें बताया कि गाय बाजार में ग्राहक नाम मात्र के आ रहें हैं। साथ ही उंसने बताया कि इस बार बाहर से गाय की खरीद बिक्री पर प्रतिबंध होने से असर पड़ा हैं। आगें बताया कि मेला में इज्जत बचाने के लिये हमलोग कुछ गाय को लेकर आये हुए हैं।

गाय बाजार में इस बार बाहर की नश्ल की गाय नही होने से खरीदार ने ठीक से रुचि नहीं दिखाया । वही एक अन्य गाय की खरीद बिक्री करने वाला एक व्यापारी ने बताया कि बाजार बहुत ठंडा पड़ गया हैं। उंसने आगें बताया कि यही स्थिति रहीं तो अगले वर्ष मेला में गाय खरीद- बिक्री के लिये धंधा नहीं करने आऊंगा ।

गाय बिक्रेताओं की मानें तो गाय बाजार में इस बार 100 से 150 गाय ही बिक्री के लिये आयी हुई थी ।इसमें से अभी तक मुश्किल से दर्जनों गाय की बिक्री हुई होंगी ।

एक जागरूक स्थानीय युवक मानवेन्द्र की मानें तो गांव के ग्रामीण धीरे- धीरे शहरों में बसने लगें हैं। अब लोगों के पास समय का अभाव हो गया हैं। गाव से शहर में तेजी से पलायन होने के चलते यह धंधा खत्म होते जा रहा हैं।

जबकि जिला पशुपालन अधिकारी डॉ प्रभास कुमार सिंह की मानें तो यहा 97 गायों की बिक्री अभी तक हो चुकी हैं। इसमें प्रति गाय की न्यूनतम 18 हजार और अधिकतम 71 हजार थी ।




Conclusion:बहरहाल , इस बाबत Etv भारत द्वारा पड़ताल करने पर पाया की यह गाय का बाजार लुप्त के कगार पर हैं।
मालूम हो कि इस बार यहा हाथी बाजार, बैल बाजार, भैस बाजार, चिड़िया बाजार, मौत की कुआं, तलवार बाजार, सर्कस जैसे भीड़ बढ़ाने वाला बाजार पर प्रशासनिक प्रतिबंध लगाया हैं।

स्टोरी
ओपन PTC: संवाददाता, राजीव, वैशाली ।

विज़ुअल्स गाय मार्केट का ,दर्शक, खरीदार गाय दिखाते हुए ।
बाइट: रामा गाय बिक्रेता ।
बाइट: मानवेन्द्र स्थानीय जनता ।
बाइट: मोहम्मद राजा गाय बिक्रेता ।
बाइट: डॉ प्रभास कुमार सिंह जिला पशुपालन अधिकारी (सारण जिला )
CLOSE PTC संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.