दरभंगा: जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर सभी अंचलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की गई. बैठक में उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों को अपने अंचल में उपलब्ध निजी एवं सरकारी नावों का भौतिक सत्यापन करवा लेने का निर्देश दिया और किन पंचायतों में कहां-कहां नाव उपलब्ध है इसे सुनिश्चित कर लेने को कहा. साथ ही इसकी अंतिम सूची जिला को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
ये भी पढ़ेंः देख लीजिए... दरभंगा का 'खटाल वाला अस्पताल', दवाओं की जगह उपलब्ध है चारा
सभी नावों पर लाल झंडा लगाने का दिया निर्देश
डीएम डॉ. त्यागराजन ने कहा 'प्रायः ऐसा देखा जाता है कि कागज पर नाव दिखला दिया जाता है, नाविक के साथ एकरारनामा भी हो जाता है. लेकिन, बाढ़ के दौरान पता चलता है कि नाव नहीं है. इसकी पुनरावृत्ति यदि होगी तो संबंधित अंचलाधिकारी निलंबित किए जाएंगे. निजी नाव के लिए सरकार पैसा देती है. इसलिए सभी निजी एवं सरकारी नावों पर सरकारी सेवा निःशुल्क एवं भार क्षमता या अधिकतम सवारी की संख्या अंकित के साथ ही सभी नाव पर लाल झंडा भी लगा रहेगा.
डॉ. त्यागराजन ने कहा कि ऐसा देखा जाता है कि सरकार से पैसा मिलने के बावजूद नाविकों द्वारा लोगों से पैसे लिए जाते हैं और नाव पर भार क्षमता अंकित नहीं रहने के कारण आवश्यकता से अधिक लोगों को बैठा लिया जाता है. जिसके कारण कभी-कभी नाव दुर्घटना भी होती है. यदि कहीं भी बाढ़ के दौरान नाव दुर्घटना होगी तो संबंधित अंचलाधिकारी जिम्मेवार माने जाएंगे. उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को अंचल वार रोस्टर बनाकर नावों की भार क्षमता का सत्यापन कर लेने का निर्देश दिया.
'मंगलवार तक हो शत-प्रतिशत टीकाकरण'
डीएम ने कहा कि घनश्यामपुर, हनुमाननगर, कुशेश्वरस्थान, कुशेश्वरस्थान पूर्वी एवं किरतपुर में प्रत्येक वर्ष बाढ़ आती है. इसलिए वहां के सीओ इस पर विशेष ध्यान दें. बाढ़ के दौरान बाढ़ निरोधक एवं बाढ़ सहायता कार्य में लगाए जाने वाले कर्मियों का टीकाकरण की समीक्षा में पाया गया कि अभी तक सभी कर्मियों का टीकाकरण नहीं हो पाया है. उन्होंने सभी संबंधित अंचलाधिकारी को मंगलवार तक शत-प्रतिशत टीकाकरण करवा देने का निर्देश दिया.