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मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम और 500 रुपये मजदूरी दे सरकार- खेग्रामस

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Published : May 24, 2021, 9:15 PM IST

अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा और मनरेगा मजदूर सभा के संयुक्त आह्वान पर बेगूसराय में मांग दिवस मनाया गया. इस दौरान लॉकडाउन में बेरोजगार हुए मजदूरों को रोजगार देने की मांग की गई.

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बेगूसराय: जिले में अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा और मनरेगा मजदूर सभा के संयुक्त आह्वान पर राज्यव्यापी मांग दिवस मनाया गया. कमलेश्वरी भवन स्थित भाकपा माले कार्यालय और रजौड़ा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेग्रामस जिला सचिव सह राज्य उपाध्यक्ष चन्द्रदेव वर्मा ने कहा कि महामारी के दौर में ग्रामीण हो या शहरी गरीबों का रोजगार चला गया है. काम की तलाश में परदेश गये मजदूर भी घर लौटकर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. अपनी मेहनत मजदूरी से परिवार चलाने वाले मजदूरों के सामने भोजन के लाले पड़ने लगे हैं.

ये भी पढ़ेंः लॉकडाउन में फिक्स चार्ज और घरेलू बिजली बिल माफ करे सरकार- CPI

चन्द्रदेव वर्मा ने मांग करते हुए कहा 'मनरेगा को धरातल पर मजबूती से लागू कर गरीबों को काम दिया जाय. मनरेगा को बिचौलिया-दलाल और भ्रष्ट नौकरशाहों को लाभ पहुंचाने वाली संस्था बनाने पर रोक लगे. मजदूरों का आवेदन लिया जाय और उन्हें काम दिया जाय. काम नहीं देने पर भत्ता मिलना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि महामारी का सामना करने में स्वास्थ्य के मोर्चे पर विफल भाजपा-जदयू सरकार परदेश से लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने में भी विफल ही है. सरकार मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम और 500 रुपये मजदूरी दे.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा माले नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि लाॅकडाउन में लोग घरों में बंद हैं. आवश्यक कार्यों से भी घर से बाहर निकलने पर महिला हो या पुरूष पुलिस डंडा बरसाने में चुस्त है. लेकिन नगर थाने से 100मीटर की दूरी पर लाखों की डाकेजनी करने वाला डाकूओं को पकड़ने में फिस्सड्डी कैसे रहती है.

बेगूसराय: जिले में अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा और मनरेगा मजदूर सभा के संयुक्त आह्वान पर राज्यव्यापी मांग दिवस मनाया गया. कमलेश्वरी भवन स्थित भाकपा माले कार्यालय और रजौड़ा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेग्रामस जिला सचिव सह राज्य उपाध्यक्ष चन्द्रदेव वर्मा ने कहा कि महामारी के दौर में ग्रामीण हो या शहरी गरीबों का रोजगार चला गया है. काम की तलाश में परदेश गये मजदूर भी घर लौटकर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं. अपनी मेहनत मजदूरी से परिवार चलाने वाले मजदूरों के सामने भोजन के लाले पड़ने लगे हैं.

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चन्द्रदेव वर्मा ने मांग करते हुए कहा 'मनरेगा को धरातल पर मजबूती से लागू कर गरीबों को काम दिया जाय. मनरेगा को बिचौलिया-दलाल और भ्रष्ट नौकरशाहों को लाभ पहुंचाने वाली संस्था बनाने पर रोक लगे. मजदूरों का आवेदन लिया जाय और उन्हें काम दिया जाय. काम नहीं देने पर भत्ता मिलना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि महामारी का सामना करने में स्वास्थ्य के मोर्चे पर विफल भाजपा-जदयू सरकार परदेश से लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने में भी विफल ही है. सरकार मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम और 500 रुपये मजदूरी दे.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा माले नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि लाॅकडाउन में लोग घरों में बंद हैं. आवश्यक कार्यों से भी घर से बाहर निकलने पर महिला हो या पुरूष पुलिस डंडा बरसाने में चुस्त है. लेकिन नगर थाने से 100मीटर की दूरी पर लाखों की डाकेजनी करने वाला डाकूओं को पकड़ने में फिस्सड्डी कैसे रहती है.

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