औरंगाबाद(दाउदनगर): कोरोना महामारी की इस जंग में जहां एक तरफ डॉक्टर मरीजों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अनुमंडल अस्पताल दाउदनगर में पदस्थापित तीन चिकित्सक पिछले कई दिनों से गायब हैं. अनुमंडल अस्पताल का ओपीडी शेष तीन चिकित्सकों के सहारे चल रहा है. जबकि इमरजेंसी खुद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. राजेश कुमार सिंह संभाले हुए हैं. इतना ही नहीं डायट तरार स्थित कोविड-19 केयर सेंटर के संचालन की जिम्मेदारी भी इन्हीं की है.
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हालांकि पहले की अपेक्षा ओपीडी में मरीजों की संख्या भी कम है. फिलहाल 50 से 60 मरीज प्रतिदिन ओपीडी में पहुंच रहे हैं. अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक डॉ. रंजू, डॉ. रश्मि कुमारी एवं डॉ. स्नेह किरण द्वारा ओपीडी में मरीजों का इलाज किया जा रहा है. 24 घंटे इमरजेंसी के साथ अन्य सारा काम उपाधीक्षक डॉ. राजेश कुमार सिंह अकेले संभाल रहे हैं.
डॉ. राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से डॉ. अंकुर प्रकाश, डॉ. अमृत कुमार एवं डॉ. भास्कर कुमार साह बिना किसी सूचना के अस्पताल से गायब हैं. इनमें से एक तो होली के बाद से ही नहीं आये हैं.
चिकित्सकों की कमी के कारण दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन बंद हो गया है. सिर्फ प्रसव कराया जा रहा है. डॉ. अंकुर प्रकाश एवं डॉ. अमृत सर्जन है, जिनके अस्पताल में रहने के दौरान सिजेरियन ऑपरेशन की संख्या में वृद्धि भी आयी थी. दोनों के अस्पताल नहीं आने के कारण सिजेरियन ऑपरेशन भी बंद है और ऑपरेशन वाले मरीजों को मना करना पड़ रहा है.