सुपौल: लॉक डाउन के दौरान राशन के लिए लाभुकों के बीच हाहाकार मचा हुआ है. इसको लेकर सदर प्रखंड के कर्णपुर गांव में लोगो ने विरोध-प्रदर्शन किया. खास बात यह रही कि आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन करते हुए भी सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा. लोगों ने स्थानीय डीलर के विरोध में गांव के सरकारी स्कूल पर एकजुट होकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध-प्रदर्शन किया. राशन लाभुकों ने जिला प्रशासन से मामले में दखल देने की अपील करते हुए जांच की गुहार लगाई.
'डीलर पर लगाया मनमानी का आरोप'
इस मामले पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने गांव के डीलर नजराना प्रवीण पर मनमानी करने का आरोप लगाया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि नवंबर महीने का राशन उठाव करने के बावजूद लोगों को राशन नहीं दिया. इसको लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर जिला प्रशासन से कई बार शिकायत भी दर्ज करवाई गई. लेकिन कोई ठोस पहल नहीं कि गई. लॉकडाउन के दौरान सरकार ने लोगों को राहत के तौर पर राशन देने की घोषणा की है. बावजूद डीलर की मनमानी के वजह से लोगों को राशन नहीं दी जा रही है. जब लोगों ने डीलर से फरवरी और मार्च महीने के बकाया राशन की मांग की तो डीलर ने राशन देने से स्पष्ट मना कर दिया.
मामले की जांच की जा रही है- एसडीओ
इस बाबत सदर एसडीओ कयूम अंसारी ने बताया कि लोगों की शिकायत के बाद मामले की जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने के बाद डीलर पर सख्त एक्शन ली जाएगी. बता दें कि विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगो में से अधिकतर मजदूर वर्ग के लोग है. लॉकडाउन के वजह से लोगों के रोजगार पर ग्रहण लग गया है. जिस वजह से लोगों के दो वक्त के निवाले पर भी आफत आन पड़ी है. विरोध कर रहे लोगों ने बताया कि मामले को लेकर कई बार एसडीओ कार्यालय में शिकायत की गई. लेकिन, वहां पर पीडीएस विभाग में मौजूद कर्मियों ने उन्हें डांट कर भगा दिया. जिस वजह से डीलर का मनमानी करने का रवैया बढ़ता ही चला गया.