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सुपौल: इंटरपोल की सूचना पर एक अंतर्राष्ट्रीय कुख्यात समेत 3 अपराधी गिरफ्तार - सुपौल इंटरपोल न्यूज

सुपौल में इंटरपोल की सूचना पर एक अंतर्राष्ट्रीय कुख्यात समेत तीन अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. अपराधियों ने फाइनेंस कर्मी का अपहरण करने के बाद हत्या कर कोसी नदी में शव को फेंक दिया. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Jun 17, 2021, 11:05 PM IST

सुपौल: इंटरपोल (Interpol) द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर सुपौल पुलिस (Supaul Police) ने अपहरण के मामले में अंतर्राष्ट्रीय कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है. इस बाबत पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार (SP Manoj Kumar) ने बताया कि नेपाल से अपहरण किये गये नेपाली नागरिक (Nepali citizen) की हत्या का उ‍द‍्भेदन करते हुए दो अपराधी को गिरफ्तार किया गया है.

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डेढ़ करोड़ रुपये की मांग
एसपी ने बताया कि इंटरपोल से प्राप्त सूचना के मुताबिक नेपाल के सिरहा जिला अंतर्गत बैरियापट्टी झिझोल निवासी फाइनेंस कर्मी सोमनाथ यादव का अपहरण 9 अप्रैल को किया गया था. जिसके बदले में अपहरण कर्ताओं ने उसके परिजनों से डेढ़ करोड़ रुपये की मांग की थी.

पुलिस की तत्परता बढ़ते देख अपराधी ने सुपौल जिले के निर्मली थाना क्षेत्र अंतर्गत महुआ में अपहृत की हत्या कर कोसी नदी में शव को फेंक दिया.

"इंटरपोल की रिपोर्ट, पुलिस सूत्र और अपहृत के पिता हरिनारायण यादव के बयान पर इस अपहरण कांड में शामिल फुलकापट्टी थाना सुखीपुर जिला सिरहा नेपाल निवासी रामकुमार यादव उर्फ आरके यादव उर्फ नेपाली उर्फ माओवादी के विरुद्ध 31 मई को निर्मली थाना कांड संख्या 86/2021 दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ की गयी"- मनोज कुमार, एसपी

एसआईटी की टीम गठित
इसको लेकर पुअनि वासुदेव राय, अंचल पुलिस निरीक्षक सुपौल के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी. लेकिन टीम को सफलता नहीं मिली. जिसके बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वीरपुर रामानंद कौशल के नेतृत्व में पुन: एसआईटी टीम गठित की गयी. जिसके बाद मृतक के मोबाइल और इस अपहरण कांड में शामिल फुलकाही थाना पुलपरास जिला मधुबनी निवासी सतीष यादव को गिरफ्तार किया गया.

भूसे के घर में रखा गया था
उसकी निशानदेही पर पुलिस निर्मली थाना क्षेत्र सहित मधुबनी पुलिस की मदद से कार्रवाई प्रारंभ की गई और पुलिस को सफलता हाथ लगी. एसपी ने बताया कि निर्मली थाना क्षेत्र अंतर्गत महुआ गांव में अपह्रत को उमेश यादव के भूसे के घर में रखा गया था. जिसके बाद उमेश यादव की गिरफ्तारी हुई.

देखें वीडियो

नेपाली पुलिस से करायी पहचान
उमेश यादव की गिरफ्तारी के बाद यह स्पष्ट हो पाया कि रुपये नहीं मिलने से आक्रोशित अपराधियों ने अपहृत की हत्या कर दी थी. पुलिस कार्रवाई आगे बढ़ी और इस कांड के मुख्य अभियुक्त राम कुमार यादव उर्फ आरके यादव उर्फ माओवादी को हरियाणा-गुड़गांव से एसआईटी की टीम ने सत्यापन के लिये निर्मली लाया. जहां अपहृत सोमनाथ यादव के परिजन और नेपाली पुलिस से पहचान करायी गयी.

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रेड कॉर्नर नोटिस जारी
जिसके बाद उन्हें विधिवत गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त आरके यादव के विरूद्ध भारत के सुपौल, मधुबनी और नेपाल में अपहरण, हत्या, लूट, डकैती, बम ब्लास्ट आदि से संबंधित करीब दर्जनों मामला दर्ज हैं. काफी दिनों से नेपाल पुलिस को इसकी तलाश थी. आरके यादव नेपाली भूमिगत संगठन का सैन्य कमांडर भी है. इसके विरूद्ध इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है.

क्या होता है इंटरपोल और रेड कॉर्नर नोटिस
इंटरपोल अर्थात इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस आर्गेनाईजेशन (International Criminal Police Organization) 194 देशों की साझा पुलिस फोर्स है. जिसका मुख्यालय फ्रांस के लियोन में है. सभी सदस्य देशों में इसका स्थानीय कार्यालय होता है. भारत में इसका कार्यालय नई दिल्ली में है. जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है, यह अंतरराष्ट्रीय अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए ही बनी है.

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8 प्रकार की नोटिस
जब अपराध या अपराधी का क्षेत्र दो देशों के बीच का मामला हो जाता है तो, इसमें इंटरपोल की मदद मांगी जाती है. मदद मांगे जाने के बाद इंटरपोल द्वारा नोटिस जारी किया जाता है. इंटरपोल 8 प्रकार की नोटिस जारी करती है. जिसमें रेड कॉर्नर और येलो कार्नर नोटिस (Yellow corner notice) अहम होती है. येलो कार्नर नोटिस गुमशुदा के लिए जारी होता है. वहीं रेड कार्नर नोटिस (Red corner notice) मोस्ट वांटेड अपराधी के लिए जारी किया जाता है.

रेड कॉर्नर नोटिस का मतलब होता है प्रोविजनल गिरफ्तारी के लिए वैलिड अनुरोध. 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमला (Pulwama Attack) के मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ भी इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.

सभी पुलिस कर्मी होंगे पुरस्कृत
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि इस अपहरण और हत्याकांड के उद‍्भेदन से भारत और नेपाल पुलिस के बीच समन्वय स्थापित होगा. उम्मीद है कि कुछ मामले में भारत के अपराधी नेपाल में जाकर शरण लेते हैं, उसमें पुलिस का सहयोग अपेक्षित है. एसआईटी टीम में शामिल सभी पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा.

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सुपौल: इंटरपोल (Interpol) द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर सुपौल पुलिस (Supaul Police) ने अपहरण के मामले में अंतर्राष्ट्रीय कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है. इस बाबत पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार (SP Manoj Kumar) ने बताया कि नेपाल से अपहरण किये गये नेपाली नागरिक (Nepali citizen) की हत्या का उ‍द‍्भेदन करते हुए दो अपराधी को गिरफ्तार किया गया है.

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डेढ़ करोड़ रुपये की मांग
एसपी ने बताया कि इंटरपोल से प्राप्त सूचना के मुताबिक नेपाल के सिरहा जिला अंतर्गत बैरियापट्टी झिझोल निवासी फाइनेंस कर्मी सोमनाथ यादव का अपहरण 9 अप्रैल को किया गया था. जिसके बदले में अपहरण कर्ताओं ने उसके परिजनों से डेढ़ करोड़ रुपये की मांग की थी.

पुलिस की तत्परता बढ़ते देख अपराधी ने सुपौल जिले के निर्मली थाना क्षेत्र अंतर्गत महुआ में अपहृत की हत्या कर कोसी नदी में शव को फेंक दिया.

"इंटरपोल की रिपोर्ट, पुलिस सूत्र और अपहृत के पिता हरिनारायण यादव के बयान पर इस अपहरण कांड में शामिल फुलकापट्टी थाना सुखीपुर जिला सिरहा नेपाल निवासी रामकुमार यादव उर्फ आरके यादव उर्फ नेपाली उर्फ माओवादी के विरुद्ध 31 मई को निर्मली थाना कांड संख्या 86/2021 दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ की गयी"- मनोज कुमार, एसपी

एसआईटी की टीम गठित
इसको लेकर पुअनि वासुदेव राय, अंचल पुलिस निरीक्षक सुपौल के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी. लेकिन टीम को सफलता नहीं मिली. जिसके बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वीरपुर रामानंद कौशल के नेतृत्व में पुन: एसआईटी टीम गठित की गयी. जिसके बाद मृतक के मोबाइल और इस अपहरण कांड में शामिल फुलकाही थाना पुलपरास जिला मधुबनी निवासी सतीष यादव को गिरफ्तार किया गया.

भूसे के घर में रखा गया था
उसकी निशानदेही पर पुलिस निर्मली थाना क्षेत्र सहित मधुबनी पुलिस की मदद से कार्रवाई प्रारंभ की गई और पुलिस को सफलता हाथ लगी. एसपी ने बताया कि निर्मली थाना क्षेत्र अंतर्गत महुआ गांव में अपह्रत को उमेश यादव के भूसे के घर में रखा गया था. जिसके बाद उमेश यादव की गिरफ्तारी हुई.

देखें वीडियो

नेपाली पुलिस से करायी पहचान
उमेश यादव की गिरफ्तारी के बाद यह स्पष्ट हो पाया कि रुपये नहीं मिलने से आक्रोशित अपराधियों ने अपहृत की हत्या कर दी थी. पुलिस कार्रवाई आगे बढ़ी और इस कांड के मुख्य अभियुक्त राम कुमार यादव उर्फ आरके यादव उर्फ माओवादी को हरियाणा-गुड़गांव से एसआईटी की टीम ने सत्यापन के लिये निर्मली लाया. जहां अपहृत सोमनाथ यादव के परिजन और नेपाली पुलिस से पहचान करायी गयी.

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रेड कॉर्नर नोटिस जारी
जिसके बाद उन्हें विधिवत गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त आरके यादव के विरूद्ध भारत के सुपौल, मधुबनी और नेपाल में अपहरण, हत्या, लूट, डकैती, बम ब्लास्ट आदि से संबंधित करीब दर्जनों मामला दर्ज हैं. काफी दिनों से नेपाल पुलिस को इसकी तलाश थी. आरके यादव नेपाली भूमिगत संगठन का सैन्य कमांडर भी है. इसके विरूद्ध इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है.

क्या होता है इंटरपोल और रेड कॉर्नर नोटिस
इंटरपोल अर्थात इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस आर्गेनाईजेशन (International Criminal Police Organization) 194 देशों की साझा पुलिस फोर्स है. जिसका मुख्यालय फ्रांस के लियोन में है. सभी सदस्य देशों में इसका स्थानीय कार्यालय होता है. भारत में इसका कार्यालय नई दिल्ली में है. जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है, यह अंतरराष्ट्रीय अपराधियों पर कार्रवाई करने के लिए ही बनी है.

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8 प्रकार की नोटिस
जब अपराध या अपराधी का क्षेत्र दो देशों के बीच का मामला हो जाता है तो, इसमें इंटरपोल की मदद मांगी जाती है. मदद मांगे जाने के बाद इंटरपोल द्वारा नोटिस जारी किया जाता है. इंटरपोल 8 प्रकार की नोटिस जारी करती है. जिसमें रेड कॉर्नर और येलो कार्नर नोटिस (Yellow corner notice) अहम होती है. येलो कार्नर नोटिस गुमशुदा के लिए जारी होता है. वहीं रेड कार्नर नोटिस (Red corner notice) मोस्ट वांटेड अपराधी के लिए जारी किया जाता है.

रेड कॉर्नर नोटिस का मतलब होता है प्रोविजनल गिरफ्तारी के लिए वैलिड अनुरोध. 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमला (Pulwama Attack) के मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ भी इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.

सभी पुलिस कर्मी होंगे पुरस्कृत
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि इस अपहरण और हत्याकांड के उद‍्भेदन से भारत और नेपाल पुलिस के बीच समन्वय स्थापित होगा. उम्मीद है कि कुछ मामले में भारत के अपराधी नेपाल में जाकर शरण लेते हैं, उसमें पुलिस का सहयोग अपेक्षित है. एसआईटी टीम में शामिल सभी पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा.

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