सुपौल : जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र में शनिवार की शाम से लापता 10 वर्षीय बालक का शव रविवार को उसके घर से कुछ ही दूरी पर एक पानी से भरे गड्ढे में पाया गया. मामला डपरखा वार्ड नंबर 1 का है. शव मिलने के बाद परिजनो में कोहराम मच गया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिये सुपौल भेज दिया.
इकलौता पुत्र था मृतक
जानकारी के अनुसार डपरखा वार्ड नंबर 1 निवासी अशोक सरदार का इकलौता पुत्र आकाश कुमार शनिवार को करीब 3 बजे घर से बकरी चराने खेत की ओर गया था. शाम 5 बजे गांव के ही दो बच्चे जो साथ मे बकरी चरा रहा थे, वे दोनों आकाश की बकरी सहित अन्य बकरियों के साथ घर वापस आ गये. जब परिजनों ने दोनों बच्चों से आकाश के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि आकाश ईंट भट्ठा पर पानी पीने चला गया. जब आकाश देर शाम तक घर नहीं लौटा तो परिजन समेत ग्रामीण आकाश की खोजबीन में जुटे गये. लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका. जिसके बाद परिजनों ने रविवार की सुबह थाना में आवेदन देकर आकाश के लापता होने की सूचना दी.
पानी भरे गड्ढे में मिला शव
रविवार को खेत जा रही एक ग्रामीण महिला की नजर ईंट भट्ठा के समीप पानी से भरे गड्ढे में तैर रहे शव पर पड़ी. महिला ने तुरंत यह जानकारी ग्रामीणों को दी. ग्रामीण व परिजन उस गड्ढे पर पहुंच कर तैर रहे शव को निकाला तो उसकी पहचान लापता आकाश के रूप में की गई. घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा जारी है. लेकिन परिजनों द्वारा बच्चे को पानी में डूबकर मरने की आशंका व्यक्त की गयी है.
गम में डूबा पूरा परिवार
लापता आकाश का शव मिलने के बाद मृतक के घर कोहराम मच गया. मृतक की मां रधिया देवी अपने इकलौते बेटे के शव को देखकर दहाड़ मारकर रो रही थी. वहीं पिता अशोक सरदार दरवाजे पर अपने बेटे को खोने के गम में बेसुध पड़े थे. मृतक के बुढ़े दादा सिकेन सरदार व दादी सुमित्रा देवी का भी रो-रोकर बुरा हाल था. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक के पिता गांव में ही मेहनत मजदूरी का कार्य करते हैं. उनकी तीन संतानों में सबसे बड़ा पुत्र आकाश ही था. जबकि दो पुत्रियों में शिवानी (05) व साक्षी (04) साल की है.