सुपौल: जिलाधिकारी महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित टीसीपी भवन में तंबाकू नियंत्रण समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया. इसमें धूम्रपान मुक्त घोषणा समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों ने धूम्रपान मुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किया. वहीं डीएम ने सुपौल जिले को धूम्रपान और तंबाकू मुक्त बनाए रखने की अपील की.
सुपौल को राज्य के 18वां धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया गया
इस मौके पर सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने बताया कि राज्य के सभी 38 जिलों में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम कराया गया. इसके साथ ही कोटपा की विभिन्न धाराओं के अनुपालन की स्थिति जानने के लिए स्वतंत्र एजेंसी से सर्वेक्षण कराया गया. इसमें सुपौल को राज्य के 18वां धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया गया. जिले में कोटपा की धारा 04 का 98.1 प्रतिशत अनुपालन किया गया. इस सर्वेक्षण में तय मानकों के आधार पर सुपौल सहित राज्य के 06 जिलों को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित करने का निर्णय लिया गया.
अब तंबाकू मुक्त जिला बनाने की चलेगी मुहिम
डीएम श्री कुमार ने मौके पर जिलावासियों से अपील किया कि धूम्रपान के बाद अब सुपौल जिले को तंबाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम चलानी है. इससे आने वाली पीढ़ी को तंबाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके.
शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पाद बेचने पर है प्रतिबंध
शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटाने और छापेमारी का निर्देश दिया. डीएम ने सुपौल को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित करते हुए कहा कि अब अगला अभियान सुपौल जिले को तंबाकू मुक्त जिला बनाने का होगा. डीएम ने उत्कृष्ट योगदान के लिये सीड्स के निदेशक दीपक मिश्रा और जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनोज कुमार झा को सम्मानित भी किया. इस अवसर पर कईं अधिकारी मौजूद रहें.