सुपौल: कोरोना वायरस को रोकने के लिए बिहार सरकार की ओर से लॉक डाउन की घोषणा के बाद सोमवार को जिले में अधिकांश दुकानें बंद रही. हालांकि इस बीच निर्देश के मुताबिक शहर में मेडिकल, किराना स्टोर, फल, साग सब्जी दूध की दुकानें खुली रही. बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका ने पूरे हिंदुस्तान को सतर्क कर दिया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं. देश भर में कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल को भी बंद रखने को कहा गया है. ताकि लोगों का जमावड़ा न हो और ये बीमारी ज्यादा लोगों के बीच न फैल पाए.
ठप रही ट्रेन और बस सेवा
कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव को लेकर जारी आदेश के बाद शहर में बस परिचालन बंद रहा. वहीं, ट्रेन सेवा भी ठप रही. शहर की सड़कों पर चार पहिया निजी वाहन का परिचालन कम रहा. वहीं, दो पहिया वाहन चालक सड़क पर दिखे, जो जरूरत के सामान के लिए बाजार पहुंचे थे. शहर के दो पेट्रोल पंप पर भी वाहनों की भीड़ नाम मात्र ही दिखी. शहर की अधिकांश सड़क सुबह से लेकर शाम तक वीरान ही रही. सड़क पर लोगों का आवागमन अन्य दिनों की भांति काफी कम रहा.
31 मार्च तक कार्य नहीं करने का निर्णय
कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए शहर के लोगों में काफी जागरुकता दिख रही है. लोग अपने-अपने घरों में समय बिता रहे हैं. व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता ने भी इस वायरस से जंग लड़ने के लिए 31 मार्च तक न्यायिक कार्य से अलग रहने का निर्णय लिया है. अधिवक्ता संघ ने इसकी सूचना लिखित रुप से न्यायलय को दी है.
जागरूक करने में जुटे प्रशासनिक अधिकारी
कोरोना वायरस के बचाव को लेकर जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं. शहर में ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रचार प्रसार किया जा रहा है. प्रशासन के अधिकारी लोगों से जरूरत पड़ने पर ही घर से निकलने की अपील कर रहे हैं. इसी बीच आज एसएसपी मनोज कुमार स्वयं शहर की सड़कों को भ्रमणशील रहे. जहां उन्होंने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर निकलने की सलाह दे रहे थे.