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जीते जी मिल जाती तो बच सकती थी जान, मरने के बाद मरीज को लगाई गई ऑक्सीजन

त्रिवेणीगंज स्थित कोविड सेंटर पर मरीज की मौत के बाद तैनात कर्मियों ने बेशर्मी की हदें पार कर दी. जीते जी मृतक को ऑक्सीजन तो नसीब नहीं हुई, ऐसे में उसकी मौत हो गई. घटना के बाद अपनी कमियां छिपाने के लिए मृत व्यक्ति का शव बीच सड़क पर रखकर ऑक्सीजन लगा दिया.

सुपौल में बिना ऑक्सीजन मरीज की मौत
सुपौल में बिना ऑक्सीजन मरीज की मौत
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Published : May 9, 2021, 4:52 PM IST

सुपौल: कोरोना की दूसरी लहर से राज्य स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है. जिले में सरकारी कुव्यवस्था से लगातार कोरोना मरीजों की मौत हो रही है. जिले के त्रिवेणीगंज स्थित बुनियादी केंद्र में बने कोविड सेंटर से शनिवार को शर्मनाक तस्वीर सामने आयी. जहां एक कोरोना मरीज को जीते जी ऑक्सीजन नसीब नहीं हुई और मरने के बाद ऑक्सीजन लगा दिया गया.

ये भी पढ़ें : दिल्ली में लॉकडाउन के कारण खाने के पड़े लाले, ऑटो रिक्शा से 5 दिनों में परिवार संग पहुंचा सुपौल

मानवीय संवेदना हुई तार-तार
सामने आई इस तस्वीर ने मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख दिया है. मृतक के परिजन ने बताया कि इनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई तो इसे अनुमंडलीय अस्पताल लाए. जहां से मरीज को बुनयादी केंद्र में बने कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया. जिस समय इस मरीज को इस कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था. उस समय मरीज का ऑक्सीजन लेवल 65 था. जब मरीज को कोविड सेंटर लाया गया तो वहां एक भी डॉक्टर नहीं थे, सिर्फ नर्स मौजूद थी. कुछ देर बाद जब डॉक्टर पहुंचे तो इसकी नाज़ुक स्थिति को देखते हुए इसे तुरंत ही रेफर कर दिया और रेफर करने के बाद बुनियादी केंद्र के सीढ़ी पर इसे तड़पते छोड़ दिया.

देखें वीडियो

आखिरकार मरीज ने तोड़ा दम
परिजन यह भी बताते हैं कि इस दौरान परिजन एम्बुलेंस की मांग भी करते रहे औऱ मरीज खुद ऑक्सीजन लगाने की बात भी कहते रहे. लेकिन लापरवाह स्वास्थ्य व्यवस्था ने इनकी एक न सुनी और देखते ही देखते मरीज की ऑक्सीजन और एम्बुलेंस के अभाव में मौत हो गई. तकरीबन 4 घंटों से परिजन एम्बुलेंस और ऑक्सीजन के लिए अस्पताल और अधिकारियों से मांग करते रहे, लेकिन इनकी परेशानी को न तो कोई सुनने वाला था और न ही समझने वाला.

इसे भी पढ़ें : सुपौल सदर अस्पताल में 10 माह से शोभा की वस्तु 6 वेंटिलेटर, मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा

जांच का आदेश
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि जब इस मरीज को यहां लाया गया था, उस समय इसका ऑक्सीजन लेवल 35 था. मौजूद स्वास्थकर्मी से अविलंब ऑक्सीजन लगाने की मांग की गई. लेकिन लापरवाह स्वास्थ्य व्यवस्था के आगे इस मरीज ने दम तोड़ दिया. हालांकि सूचना के बाद थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह और अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार दल बल के साथ कोविड सेंटर पहुंचे. जो मामले को शांत करने में जुट गए. अपर एसडीएम ने बताया कि जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

सुपौल: कोरोना की दूसरी लहर से राज्य स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है. जिले में सरकारी कुव्यवस्था से लगातार कोरोना मरीजों की मौत हो रही है. जिले के त्रिवेणीगंज स्थित बुनियादी केंद्र में बने कोविड सेंटर से शनिवार को शर्मनाक तस्वीर सामने आयी. जहां एक कोरोना मरीज को जीते जी ऑक्सीजन नसीब नहीं हुई और मरने के बाद ऑक्सीजन लगा दिया गया.

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मानवीय संवेदना हुई तार-तार
सामने आई इस तस्वीर ने मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख दिया है. मृतक के परिजन ने बताया कि इनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई तो इसे अनुमंडलीय अस्पताल लाए. जहां से मरीज को बुनयादी केंद्र में बने कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया. जिस समय इस मरीज को इस कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था. उस समय मरीज का ऑक्सीजन लेवल 65 था. जब मरीज को कोविड सेंटर लाया गया तो वहां एक भी डॉक्टर नहीं थे, सिर्फ नर्स मौजूद थी. कुछ देर बाद जब डॉक्टर पहुंचे तो इसकी नाज़ुक स्थिति को देखते हुए इसे तुरंत ही रेफर कर दिया और रेफर करने के बाद बुनियादी केंद्र के सीढ़ी पर इसे तड़पते छोड़ दिया.

देखें वीडियो

आखिरकार मरीज ने तोड़ा दम
परिजन यह भी बताते हैं कि इस दौरान परिजन एम्बुलेंस की मांग भी करते रहे औऱ मरीज खुद ऑक्सीजन लगाने की बात भी कहते रहे. लेकिन लापरवाह स्वास्थ्य व्यवस्था ने इनकी एक न सुनी और देखते ही देखते मरीज की ऑक्सीजन और एम्बुलेंस के अभाव में मौत हो गई. तकरीबन 4 घंटों से परिजन एम्बुलेंस और ऑक्सीजन के लिए अस्पताल और अधिकारियों से मांग करते रहे, लेकिन इनकी परेशानी को न तो कोई सुनने वाला था और न ही समझने वाला.

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जांच का आदेश
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि जब इस मरीज को यहां लाया गया था, उस समय इसका ऑक्सीजन लेवल 35 था. मौजूद स्वास्थकर्मी से अविलंब ऑक्सीजन लगाने की मांग की गई. लेकिन लापरवाह स्वास्थ्य व्यवस्था के आगे इस मरीज ने दम तोड़ दिया. हालांकि सूचना के बाद थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह और अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार दल बल के साथ कोविड सेंटर पहुंचे. जो मामले को शांत करने में जुट गए. अपर एसडीएम ने बताया कि जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

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