सुपौल: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून की किस तरह से शराब तस्कर धज्जियां उड़ा रहे हैं, इसका एक और नमूना देखने को मिला है. जिले के भपटियाही थाना क्षेत्र में एनएच- 57 पर सिलीगुड़ी से आ रहे एक डाक पार्सल वाहन (postal parcel vehicle) से भारी मात्रा में विदेशी शराब जब्त (foreign liquor seized) की गई है.
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फर्जी ईवे बिल दिखाकर झांसा देने की कोशिश : उत्पाद विभाग की टीम ने जब गाड़ी को रोककर तलाशी ली तो फर्जी ई वे बिल के माध्यम से शराब की तस्करी का मामला सामने आया. शुरुआत में गाड़ी के ड्राइवर ने पैक्ड सामान का बहाना बनाकर और फर्जी ईवे बिल दिखाकर गाड़ी की तलाशी रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन टीम ने जालसाजी का पता लगा लिया. इसके बाद गाड़ी की तलाशी लेने पर गाड़ी से 41 पेटी इम्पीरियल ब्लू शराब और 40 पेटी मैकडोवेल नंबर 01(सभी बोतलें 375 एमएल कीं) मिलीं. ड्राइवर से कड़ी पूछताछ की गई तो पता चला कि डाक पार्सल के नाम पर ये गाड़ी सिलीगुड़ी से समस्तीपुर जा रही थी.
पश्चिम बंगाल में पंजीकृत है जब्त वाहन : मद्य निषेध अधीक्षक के आदेश पर मद्य निषेध सदर की देखरेख में अवर निरीक्षक पंकज कुमार एवं मद्य निषेध टीम के सहयोग से ये छापेमारी हुई. शराब तस्करी में इस्तेमाल हो रही पश्चिम बंगाल में रजिस्टर्ड ( WB 11 F 1534) इस वाहन को जब्त कर लिया गया है. टीम ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. ये ड्राइवर झारखंड स्थित बोकारो का निवासी है और नाम पुरुषोत्तम कुमार है.
उत्पाद अधीक्षक लाला अजय कुमार सुमन ने बताया कि गिरफ्तार चालक से गहन पूछताछ की जा रही है और इसके पीछे के असली माफिया के बारे में पता लगया जा रहा है. मद्य निषेध विभाग की ओर से बिहार मद्य निषेध अधिनियम की धारा 30 के तहत गाड़ी जब्त कर चालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि शराबबंदी को सख्ती से लागू करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. दिन- रात चौकसी बरती जा रही है. हर रोज गश्ती के दौरान टीम ब्रेथ एनालाइजर से पीने वालों पर शिकंजा कसे रखती है.
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