सुपौल: जिले से चौंका देने वाला मामला सामने आया है. यहां दिल्ली पुलिस आई तो थी अपहरण के आरोपी को गिरफ्तार करने, लेकिन खुद गिरफ्तार हो गई. जी हां, मामला सदर थाना इलाके के चकला निर्मली मोहल्ले का है.
दरअसल, दिल्ली के रोहिणी स्थित एंड काटजू थाने के दो पुलिस वाले एक लड़की के अपहरण की तहकीकात करने सुपौल शहर के चकला निर्मली मोहल्ले पहुंचे थे. यहां अपहृत लड़की और आरोपी लड़के का सुराग भी मिल गया. दोनों चकला निर्मली स्थित एक भाड़े के मकान में रह रहे थे. उन्हें यहीं से दबोचा गया.
इस बीच मोहल्ले के काफी लोग वहां पहुंच गए. ग्रामीणों ने देखा कि कार्रवाई करने आई दिल्ली की पुलिस नशे में है. बस फिर क्या था गांव वालों ने बिना मौका गवाए इसकी सूचना सुपौल उत्पाद विभाग को दे दी. सूचना मिलते ही उत्पाद इंस्पेक्टर प्रकाश राम दल-बल के साथ घटनास्थल पर आ धमके.
जब दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार का ब्रेथ एनालाइजर किया गया तो नशे में होने की पुष्टि हो गई. उत्पाद विभाग ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. हालांकि, कार्रवाई में मुकेश कुमार की जांच के दौरान उत्पाद विभाग को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा.
कांस्टेबल ब्रेथ एनालाइजर से जांच करवाने के लिए तैयार नहीं था. इसे लेकर उत्पाद विभाग के जवानों के साथ कई बार हाथापाई भी हुई. किसी तरह जब जांच पूरी हुई तो शराब पीने की पुष्टि हो गई. इसके बाद उत्पाद विभाग इंस्पेक्टर प्रकाश राम ने बताया कि कांस्टेबल की गिरफ्तारी उत्पाद अधिनियम के तहत कर ली गई है.
बता दें कि दिल्ली के रोहिणी इलाके की रहने वाली एक लड़की के अपहरण की शिकायत को लेकर उसके पिता ने बीते महीने जनवरी में थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. इसी कारण दिल्ली पुलिस सुपौल पहुंची. इधर अपहृत लड़की का मधेपुरा जिले के बिहारीगंज के रहने वाले राजा से प्रेम-प्रसंग का मामला है. वह उससे कोर्ट मैरिज कर सुपौल शहर के किराए के मकान में रह रही थी. वहीं, शराब पीकर बिहार पहुंचना दिल्ली पुलिस को महंगा पड़ गया.