सुपौल: जिले में पुलिस प्रशासन पर महिलाओं को पीटने का आरोप लगा है. इसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस के विरोध में छातापुर बाजार भी बंद करा दिया. लोगों ने सड़क जाम कर घंटों तक हंगामा किया. वहीं, वरीय पुलिस अधिकारियों की पहल पर हंगामे को शांत कराया गया.
क्या है पूरा मामला?
लोगों ने बताया कि सोमवार को छातापुर बाजार के पास एक बाइक सवार युवक ने एक बच्ची को टक्कर मार दिया था, जिसमें बच्ची बुरी तरह घायल हो गई थी. घटना के बाद लोगों ने बाइक सहित युवक को बंधक बना लिया था. पुलिस के कहने पर लोगों ने आरोपी को छोड़ दिया, लेकिन बाइक ले जाने नहीं दिया. छातापुर थाना अध्यक्ष राघव शरण जबरन बाइक को थाने ले आए. इसी कारण स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई.
लोगों ने बताया कि ग्रामीणों से नोकझोंक के बाद पुलिस ने लोगों के घर में घुसकर उनकी पिटाई करनी शुरू कर दी, जिसमें आधा दर्जन से अधिक महिलाएं बुरी तरह घायल हो गईं. पुलिस ने बुजुर्ग महिलाओं तक को नहीं छोड़ा.
'दोषी पुलिस कर्मियों पर होगी कार्रवाई'
घायल महिलाओं ने बताया कि पुलिस ने बाइक सवार से पैसे लेकर मामले को रफा-दफा करना चाहा था. इसी वजह से दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक हुई. वहीं, घटनास्थल पर पहुंचे त्रिवेणीगंज डीएसपी गणपति ठाकुर ने बताया कि पुलिस मामले को शांत कराने में लगी हुई है, दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.