सिवान: बिहार सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छी सुविधा देने के लाख दावे करे, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले सिवान का भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में बुरा हाल है. आलम ये है कि सदर अस्पताल में मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी नहीं मिल पा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने किया था उद्घाटन
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अपने गृह जिला सिवान में 24 जनवरी 2019 को आधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीन का उद्घाटन किया था. मंत्री जी के उद्घाटन के समय का लगा बैनर आज भी साक्ष्य के रूप में मौजूद है. बता दें कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण आज वहां ताला लटका है और मरीजों को अब अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है. मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर जाना पड़ रहा है. जिससे गरीब मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
सीएस पर मिली भगत का आरोप
सामाजिक कार्यकर्ता श्रीनिवास यादव ने कहा कि सरकार की लापरवाही है. सदर अस्पताल में डॉक्टर मोटी कमीशन के लोभ में प्राइवेट संस्थाओं में अल्ट्रासाउंड जांच लिख रहे हैं. साथ ही श्रीनिवास ने बताया कि इसमें सीएस का भी मिलीभगत होता है क्योंकि निजी अल्ट्रासाउंड संचालकों से उनको भी मोटी रकम मिलती है.
मरीजों की परेशानी के लिए कौन है जिम्मेदार
सदर अस्पताल का पूरा प्रबंधन सीएस के अधीन होता है. ऐसे में जब सीएस ही इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेते तो मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है. वहीं, जब मुद्दे पर सीएस अवशेष कुमार से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने व्यस्तता का हवाला देकर मिलने से मना कर दिया. वहीं, हमारे संवाददाता को उन्होंने फोन पर बताया कि मैं मामले में कुछ नही बोल सकता.