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बोले शहीद के पिता- कायर ही करते हैं ऐसा, युवा तुम डरो नहीं देश की सेवा में खड़े हो - latest news

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में IED ब्लास्ट में शहीद हुये सिवान के हवलदार अमरजीत सिंह के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, शहीद के पिता ने देश के युवाओं को संदेश दिया है कि ऐसे कायराना हमले से डरना नहीं है.

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Published : Jun 20, 2019, 12:12 AM IST

सिवान: 17 जून को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में IED ब्लास्ट में शहीद हुए सिवान के हवलदार अमरजीत सिंह के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, शहीद के गांव में मातमी माहौल पसरा हुआ है. सभी की आंखों में शहीद की शहादत पर आंसुओं का सैलाब है. वहीं, पिता शंकर सिंह ने अपने पुत्र की याद में सरकार से कुछ मांग की है.

जिला के रघुनाथपुर प्रखंड के दिघवलिया निवासी पूर्व आर्मी के जवान शंकर सिंह के बड़े बेटे अमरजीत कुमार उर्फ मितेश ने पुलवामा में हुए आइईडी ब्लास्ट में अपने प्राण गंवा दिए. वहीं, मौत की खबर सुनते ही यूपी की राजधानी लखनऊ में रह रहे शहीद का परिवार पैतृक गांव आ गया. उनके गांव पहुंचते ही पड़ोसियों ने ढांढस बंधाया.

शहीद के पिता

बेटे की शहादत पर पिता के ये शब्द...

  • सरकार सबसे पहले जवानों का पार्थिव शरीर घर भेजने की सोंचा करें.
  • राज्य सरकार से मांग हैं कि वो भी पार्थिव शरीर को मांगाने की कोशिश किया करें.
  • शहीद की याद में एक स्मारक बनवाई जाए. ताकि लोगों को पता रहे कि इस गांव का लाल देश की शहादत में शहीद हो गया है.
  • कायरों ने बेटे को मारी गोली है. देश के सभी युवाओं की अपील है कि ऐसे कायराने हमले से डरेंगे नहीं. देश की सेवा के लिए आर्मी में जाने की तैयारी करें और दुश्मनों से लड़ें.

सिवान: 17 जून को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में IED ब्लास्ट में शहीद हुए सिवान के हवलदार अमरजीत सिंह के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, शहीद के गांव में मातमी माहौल पसरा हुआ है. सभी की आंखों में शहीद की शहादत पर आंसुओं का सैलाब है. वहीं, पिता शंकर सिंह ने अपने पुत्र की याद में सरकार से कुछ मांग की है.

जिला के रघुनाथपुर प्रखंड के दिघवलिया निवासी पूर्व आर्मी के जवान शंकर सिंह के बड़े बेटे अमरजीत कुमार उर्फ मितेश ने पुलवामा में हुए आइईडी ब्लास्ट में अपने प्राण गंवा दिए. वहीं, मौत की खबर सुनते ही यूपी की राजधानी लखनऊ में रह रहे शहीद का परिवार पैतृक गांव आ गया. उनके गांव पहुंचते ही पड़ोसियों ने ढांढस बंधाया.

शहीद के पिता

बेटे की शहादत पर पिता के ये शब्द...

  • सरकार सबसे पहले जवानों का पार्थिव शरीर घर भेजने की सोंचा करें.
  • राज्य सरकार से मांग हैं कि वो भी पार्थिव शरीर को मांगाने की कोशिश किया करें.
  • शहीद की याद में एक स्मारक बनवाई जाए. ताकि लोगों को पता रहे कि इस गांव का लाल देश की शहादत में शहीद हो गया है.
  • कायरों ने बेटे को मारी गोली है. देश के सभी युवाओं की अपील है कि ऐसे कायराने हमले से डरेंगे नहीं. देश की सेवा के लिए आर्मी में जाने की तैयारी करें और दुश्मनों से लड़ें.
Intro:
रघुनाथपुर सीवान प्रखंड क्षेत्र के दिघवलिया गांव में समेत आसपास में क्षेत्र में पसरा मातमी सन्नाटा उदय परिजनों में जम्मू कश्मीर के पुलवामा के अरिहल में आलआउट के दौरान आइईडी ब्लास्ट में शहीद हुए जिला के रघुनाथपुर प्रखंड के दिघवलिया निवासी पूर्व आर्मी के जवान शंकर सिंह का प्रथम पुत्र अमरजीत कुमार उर्फ मितेश की शहीद होने के खबर से पूरा जिला सहित प्रखंड शोक में बहादुर जवान की शहीद होने पर डूबा हुआ है.वही सुबह से ही पार्थिक शव  के इंतजार में देखते ही देखते सभी लोगो की घन्टो देर इंतजार करना पड़ा.वही इस घटना की जानकारी मिलते ही शहीद के रिस्तेदारो के मंगलवार से परिजनों।के साथ सान्तवना देने में लगे हुए.शहीद के माता मालती देवी,पिता शंकर सिह, पत्नी शोभा देवी व दोनों पुत्र आर्यन कुमार व अनुज कुमार सिंह व शहीद का छोटा भाई आर्मी के जवान मुकुल कुमार व विपुल कुमार ने को देर शाम लखनऊ के आलमबाग से मंगलवार को देर शाम अपने पैतृक गांव दिघवलिया में पहुचने के साथ ही परिजनों में चीख की आवाज से आस पास के लोगो की आखों में आंसू भर गया.


बाइट पिता शंकर सिंह

बाइट चाचा 

बाइट शिवशंकर यादव mla रघुनाथपुर




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