सिवान: 17 जून को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में IED ब्लास्ट में शहीद हुए सिवान के हवलदार अमरजीत सिंह के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, शहीद के गांव में मातमी माहौल पसरा हुआ है. सभी की आंखों में शहीद की शहादत पर आंसुओं का सैलाब है. वहीं, पिता शंकर सिंह ने अपने पुत्र की याद में सरकार से कुछ मांग की है.
जिला के रघुनाथपुर प्रखंड के दिघवलिया निवासी पूर्व आर्मी के जवान शंकर सिंह के बड़े बेटे अमरजीत कुमार उर्फ मितेश ने पुलवामा में हुए आइईडी ब्लास्ट में अपने प्राण गंवा दिए. वहीं, मौत की खबर सुनते ही यूपी की राजधानी लखनऊ में रह रहे शहीद का परिवार पैतृक गांव आ गया. उनके गांव पहुंचते ही पड़ोसियों ने ढांढस बंधाया.
बेटे की शहादत पर पिता के ये शब्द...
- सरकार सबसे पहले जवानों का पार्थिव शरीर घर भेजने की सोंचा करें.
- राज्य सरकार से मांग हैं कि वो भी पार्थिव शरीर को मांगाने की कोशिश किया करें.
- शहीद की याद में एक स्मारक बनवाई जाए. ताकि लोगों को पता रहे कि इस गांव का लाल देश की शहादत में शहीद हो गया है.
- कायरों ने बेटे को मारी गोली है. देश के सभी युवाओं की अपील है कि ऐसे कायराने हमले से डरेंगे नहीं. देश की सेवा के लिए आर्मी में जाने की तैयारी करें और दुश्मनों से लड़ें.