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महंगाई ने बिगाड़ा जायका, बढ़ती कीमतों की वजह से थालियों से गायब हो रही सब्जियां - बढ़ती कीमतों

ग्राहक कहते हैं कि जो सब्जियां महीने भर पहले 15 से 20 रुपये प्रति किलो मिला करती थी, आज उसकी कीमत में अचानक से उछाल आ गया है. बाजार में कोई भी सब्जी 40 रुपये प्रति किलो से नीचे की नहीं मिल रही है.

सब्जी मंडी में आई मंदी
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Published : Sep 25, 2019, 8:51 PM IST

सिवान: सब्जियों की आसमान छूती कीमतों ने आम लोगों की कमर तोड़ रखी है. महंगाई का असर थाली में परोसे जाने वाले व्यजनों पर भी दिख रहा है. सब्जी विक्रेताओं का भी हाल-बेहाल है. बाजार इतना मंदा चल रहा है कि दुकानदार रोजाना सब्जियों की रेहड़ी लगाते हैं, लेकिन पूरे दिनभर में उनके पास एक्का-दुक्का ग्राहक ही पहुंचते हैं. कई ग्राहक तो सब्जियों का दाम सुन मुंह मोड़कर चले जाते हैं.

siwan
प्याज के भाव तो पनीर के बराबर

महंगाई की मार से सिवान जिले के दुकानदार और खरीदार दोनों का हाल बुरा है. प्याज के भाव तो पनीर के बराबर हो गया है. अन्य मौसमी सब्जियां जैसे परवल, नेनुआ, भिंडी, बैंगन, टमाटर भी इन दिनों महंगे हो चुके हैं. मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. दाम पूछते ही उनका मुंह खुला का खुला रह जाता है.

siwan
सब्जी मंडी में आई मंदी

कीमतों में महीने भर में आया उछाल
ग्राहक कहते हैं कि जो सब्जियां महीने भर पहले 15 से 20 रुपये प्रति किलो मिला करती थी, आज उसकी कीमत में अचानक से उछाल आ गया है. बाजार में कोई भी सब्जी 40 रुपये प्रति किलो से नीचे की नहीं मिल रही है. लोग कहते हैं कि अब उन्होंने सब्जियां खानी ही कम कर दी हैं.

siwan
दुकानदार और खरीददार दोनों का हाल बुरा

'सब्जी कैसे दिए भईया?'
स्थानीय लोगों की माने तो जहां लहसुन पहले 80 से 100 रुपये किलो मिलता था. अचानक से उसकी कीमत 180 रुपये किलो हो गई है. ऐसे ही प्याज 70 रुपये किलो, बैंगन 60 रुपये किलो, परवल 65 रुपये किलो, भिंडी 40 रुपये किलो और धनिया पत्ता 400 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

...तो इसलिए बढ़ी प्याज की कीमत
दुकानदार बारिश को कीमतों में बढ़ोत्तरी का कारण बता रहे हैं. प्याज के दाम में हुई बढ़ोत्तरी को लेकर व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र के प्रदेशों में आई बाढ़ और भारी बारिश के चलते कीमत प्रभावित हुई है. प्याज के आयात कम होने से इसकी मांग बढ़ गई है. बड़े व्यापारियों ने भी कीमत में तेजी से इजाफा कर दिया. इसलिए फुटकर बाजार में इसकी कीमत में उछाल आया है.

बहरहाल, मौजूदा हालात ऐसे हैं कि आम आदमी के लिए सिर्फ आलू ही एक ऐसी सब्जी है जो उनके बजट के हिसाब से फिट दिख रही है. जानकारों का कहना है कि सब्जी की कीमतों में और इजाफा हो सकता है.

सिवान: सब्जियों की आसमान छूती कीमतों ने आम लोगों की कमर तोड़ रखी है. महंगाई का असर थाली में परोसे जाने वाले व्यजनों पर भी दिख रहा है. सब्जी विक्रेताओं का भी हाल-बेहाल है. बाजार इतना मंदा चल रहा है कि दुकानदार रोजाना सब्जियों की रेहड़ी लगाते हैं, लेकिन पूरे दिनभर में उनके पास एक्का-दुक्का ग्राहक ही पहुंचते हैं. कई ग्राहक तो सब्जियों का दाम सुन मुंह मोड़कर चले जाते हैं.

siwan
प्याज के भाव तो पनीर के बराबर

महंगाई की मार से सिवान जिले के दुकानदार और खरीदार दोनों का हाल बुरा है. प्याज के भाव तो पनीर के बराबर हो गया है. अन्य मौसमी सब्जियां जैसे परवल, नेनुआ, भिंडी, बैंगन, टमाटर भी इन दिनों महंगे हो चुके हैं. मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. दाम पूछते ही उनका मुंह खुला का खुला रह जाता है.

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सब्जी मंडी में आई मंदी

कीमतों में महीने भर में आया उछाल
ग्राहक कहते हैं कि जो सब्जियां महीने भर पहले 15 से 20 रुपये प्रति किलो मिला करती थी, आज उसकी कीमत में अचानक से उछाल आ गया है. बाजार में कोई भी सब्जी 40 रुपये प्रति किलो से नीचे की नहीं मिल रही है. लोग कहते हैं कि अब उन्होंने सब्जियां खानी ही कम कर दी हैं.

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दुकानदार और खरीददार दोनों का हाल बुरा

'सब्जी कैसे दिए भईया?'
स्थानीय लोगों की माने तो जहां लहसुन पहले 80 से 100 रुपये किलो मिलता था. अचानक से उसकी कीमत 180 रुपये किलो हो गई है. ऐसे ही प्याज 70 रुपये किलो, बैंगन 60 रुपये किलो, परवल 65 रुपये किलो, भिंडी 40 रुपये किलो और धनिया पत्ता 400 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

...तो इसलिए बढ़ी प्याज की कीमत
दुकानदार बारिश को कीमतों में बढ़ोत्तरी का कारण बता रहे हैं. प्याज के दाम में हुई बढ़ोत्तरी को लेकर व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र के प्रदेशों में आई बाढ़ और भारी बारिश के चलते कीमत प्रभावित हुई है. प्याज के आयात कम होने से इसकी मांग बढ़ गई है. बड़े व्यापारियों ने भी कीमत में तेजी से इजाफा कर दिया. इसलिए फुटकर बाजार में इसकी कीमत में उछाल आया है.

बहरहाल, मौजूदा हालात ऐसे हैं कि आम आदमी के लिए सिर्फ आलू ही एक ऐसी सब्जी है जो उनके बजट के हिसाब से फिट दिख रही है. जानकारों का कहना है कि सब्जी की कीमतों में और इजाफा हो सकता है.

Intro:सब्जियों के आसमान छूते भाव

सिवान।

सिवान के सब्जी मंडी में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. प्याज के साथ साथ अन्य सब्जियां में महंगी हो गई है मौसमी सब्जियां जैसे परवल, नेनुआ, भिंडी, बैंगन, टमाटर भी इन दिनों महंगे हो चुके हैं. जब मध्यवर्गीय परिवार के खरीदार सब्जियों की कीमत पूछते हैं तो उनका का मुंह खुला का खुला रह जाता है. जो सब्जियां महीने पहले 15 से ₹20 किलो मिला करते थे उसकी कीमत में अचानक से उछाल आ गया है बाजार में कोई भी सब्जी ₹40 किलो से नीचे की नहीं मिल रहे हैं.


Body:स्थानीय लोगो की माने तो जहां लहसुन पहले 80 से 100 रुपये किलो मिलता था अचानक से उसकी कीमत ₹180 किलो हो गई है ऐसे ही प्याज ₹70 किलो, बैंगन ₹60 किलो परवल ₹65 किलो, भिंडी ₹40 किलो एवं धनिया पत्ता 400 किलो के भाव से सब्जी मंडी में बिका है. महंगाई बढ़ने का कारण कुछ दुकानदार बारिश के कारण यातायात बाधित होना इसकी वजह बता रहे हैं जिससे दूसरे राज्य से यह सब्जियां नहीं आता रही है. फिलहाल आम आदमी के लिए सिर्फ आलू ही एक ऐसी सब्जी है जो उनके बजट के हिसाब से फिट दिख रहा है. प्याज के दाम में हुए बढ़ोतरी को लेकर व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र उन प्रदेशों में आई बाढ़ और भारी बारिश के चलते प्रभावित हुआ है प्याज की आवक कम होने से इसकी मांग बढ़ गई है. बड़े व्यापारियों ने भी कीमत में तेजी से इजाफा कर दिया इसलिए फुटकर बाजार में इसकी कीमत में उछाल आई है. वहीं खरीदार का कहना है कि प्याज की बढ़ती कीमत के चलते हमारा बजट बिगड़ गया है जहां हम अपने घर के लिए 1 किलो प्याज लेते थे वही अब ढाई सौ ग्राम ही लेना पड़ रहा है.फिलहाल सब्जियों के दोनों में इजाफा होने की उम्मीद है.

बाइट-खरीददार(लक्ष्मण कुमार)
बाइट-खरीददार(राजीव रंजन)
बाइट-दिलीप कुमार (सब्जी विक्रेता)
बाइट-मोहन प्रसाद(सब्जी विक्रेता)


Conclusion:
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