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इरफान को सिवान से जम्मू कश्मीर ले गई NIA, मां ने कहा- 5 साल पहले ही घर से निकाला, तब से देखा तक नहीं

एनआईए ने सिवान जिले के इरफान को अपनी हिरासत में ले लिया है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को आर्म्स सप्लाई करने के आरोप में उसे टीम जम्मू कश्मीर ले गई है. इसी बीच इरफान की मां ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि कई सालों से उससे कोई बात नहीं हुई है. पांच साल पहले ही उसके दोनों भाइयों ने उसे घर से भगा दिया था.

आर्म्स सप्लायर की मां का बयान
आर्म्स सप्लायर की मां का बयान
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Published : Apr 15, 2022, 5:59 PM IST

सिवानः बिहार के सिवान से आतंकी संगठनों के तार जुड़ते रहे हैं. ताजा घटना में जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों को आर्म्स सप्लाई कराने के आरोप में एनआईए की टीम सिवान जेल से एक कैदी को जम्मू कश्मीर ले गई (NIA Team Took Siwan Jail Prisoner to Jammu) है. कैदी इरफान की मां ने इसको लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि 5 साल से वो हम लोगों के संपर्क में नहीं है. इरफान बड़हरिया थाना क्षेत्र के बभनौली गांव निवासी स्व. शरीफ मियां का 22 वर्षीय बेटा है. उसकी मां का नाम सलमा खातून है.

यह भी पढ़ें- सिवान जेल में बंद इरफान को जम्मू कश्मीर ले गई NIA, आर्म्स एक्ट के आरोप में था बंद

दो भाइयों ने घर से निकालाः करीब 10 साल से इरफान अपराध की दुनिया में था. उसकी आदतों को देख घरवालों ने पांच साल पहले ही घर से मारपीट कर उसे निकाल दिया था. यह बड़ा खुलासा उसकी मां सलमा खातून ने किया है. इरफान की मां सलमा खातून ने कहा कि इरफान उसके पिता स्व. शरीफ मियां की मौत के दो महीने बाद पैदा हुआ था. वह तीन भाई और एक बहन में सबसे छोटा है. उसके द्वारा लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था. जिसके बाद मेरे दोनों बेटों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया. काफी सालों से वह घर पर नहीं रहता था. किसी को पता भी नहीं रहता था कि वह कहां रहता है. मेरे दोनों बेटे मजदूरी कर अपना परिवार चलाते हैं.

कार्बाइन रखने का था आरोपः मिली जानकारी के अनुसार 17 जून 2021 को कई ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी के बाद कार्बाइन के साथ दो युवक पकड़े गए थे. इरफान उर्फ चुन्नू भी उसमें पकड़ा गया था, लेकिन मौका देखकर वह फरार हो गया. बाद में उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद से आर्म्स एक्ट में मंडल कारा में वो बंद था. इरफान पर आरोप है कि वो आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संपर्क में रहा और नाइन एमएम की कई पिस्टल उसने संगठन के सदस्यों को बेचने का काम किया. सूत्रों की मानें तो इसी मामले में पूछताछ के लिए जम्मू कश्मीर से आई एनआईए की टीम प्रोडक्शन वारंट लेकर सिवान पहुंची और इरफान उर्फ चुन्नू को अपने साथ लेकर चली गई.

तीन दिन से सिवान में मौजूद थी टीमः बता दें कि सारण जिले में चार अपराधियों की गिरफ्तारी जम्मू कश्मीर में हथियार सप्लाई के आरोप में हुई थी. जिसमें पूछताछ के बाद इरफान उर्फ चुन्नू का नाम सामने आया था. इधर जेल अधीक्षक ने बताया कि जम्मू कश्मीर से एनआईए टीम के डीएसपी सहित 4 सदस्यों ने सम्पर्क किया और इरफान को जम्मू कश्मीर लेकर चले गए. प्राप्त सूचना के अनुसार एनआईए की टीम तीन दिन से सिवान में मौजूद थी. टीम ने इरफान के घर का भी पता लगाया है.

ये भी पढ़ेंः सिवान जेल से अयूब खान भागलपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट, 3 युवकों के अपहरण और हत्या का है आरोपी

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सिवानः बिहार के सिवान से आतंकी संगठनों के तार जुड़ते रहे हैं. ताजा घटना में जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों को आर्म्स सप्लाई कराने के आरोप में एनआईए की टीम सिवान जेल से एक कैदी को जम्मू कश्मीर ले गई (NIA Team Took Siwan Jail Prisoner to Jammu) है. कैदी इरफान की मां ने इसको लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि 5 साल से वो हम लोगों के संपर्क में नहीं है. इरफान बड़हरिया थाना क्षेत्र के बभनौली गांव निवासी स्व. शरीफ मियां का 22 वर्षीय बेटा है. उसकी मां का नाम सलमा खातून है.

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दो भाइयों ने घर से निकालाः करीब 10 साल से इरफान अपराध की दुनिया में था. उसकी आदतों को देख घरवालों ने पांच साल पहले ही घर से मारपीट कर उसे निकाल दिया था. यह बड़ा खुलासा उसकी मां सलमा खातून ने किया है. इरफान की मां सलमा खातून ने कहा कि इरफान उसके पिता स्व. शरीफ मियां की मौत के दो महीने बाद पैदा हुआ था. वह तीन भाई और एक बहन में सबसे छोटा है. उसके द्वारा लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था. जिसके बाद मेरे दोनों बेटों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया. काफी सालों से वह घर पर नहीं रहता था. किसी को पता भी नहीं रहता था कि वह कहां रहता है. मेरे दोनों बेटे मजदूरी कर अपना परिवार चलाते हैं.

कार्बाइन रखने का था आरोपः मिली जानकारी के अनुसार 17 जून 2021 को कई ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी के बाद कार्बाइन के साथ दो युवक पकड़े गए थे. इरफान उर्फ चुन्नू भी उसमें पकड़ा गया था, लेकिन मौका देखकर वह फरार हो गया. बाद में उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद से आर्म्स एक्ट में मंडल कारा में वो बंद था. इरफान पर आरोप है कि वो आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संपर्क में रहा और नाइन एमएम की कई पिस्टल उसने संगठन के सदस्यों को बेचने का काम किया. सूत्रों की मानें तो इसी मामले में पूछताछ के लिए जम्मू कश्मीर से आई एनआईए की टीम प्रोडक्शन वारंट लेकर सिवान पहुंची और इरफान उर्फ चुन्नू को अपने साथ लेकर चली गई.

तीन दिन से सिवान में मौजूद थी टीमः बता दें कि सारण जिले में चार अपराधियों की गिरफ्तारी जम्मू कश्मीर में हथियार सप्लाई के आरोप में हुई थी. जिसमें पूछताछ के बाद इरफान उर्फ चुन्नू का नाम सामने आया था. इधर जेल अधीक्षक ने बताया कि जम्मू कश्मीर से एनआईए टीम के डीएसपी सहित 4 सदस्यों ने सम्पर्क किया और इरफान को जम्मू कश्मीर लेकर चले गए. प्राप्त सूचना के अनुसार एनआईए की टीम तीन दिन से सिवान में मौजूद थी. टीम ने इरफान के घर का भी पता लगाया है.

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