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बिहार-यूपी बॉर्डर के रास्ते कई मजदूर पहुंचे सिवान, सभी को भेजा गया गृह जिला - corona virus

देश भर में लागू लॉकडाउन के कारण मजदूरों का पलायन जारी है. इस क्रम में अलग-अलग जिलों से अब तक एक लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर सिवान पहुंच चुके हैं.

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Published : May 29, 2020, 11:46 PM IST

Updated : May 30, 2020, 11:19 PM IST

सिवान: बिहार-यूपी बॉर्डर के रास्ते गुठनी के श्रीकरपुर से लगातार प्रवासी मजदूर सिवान आ रहे हैं. इनमें से कई मजदूर पैदल तो कई साइकल से या फिर बस के माध्यम से सिवान पहुंच रहे हैं. यहां से सभी को उनके गृह जिला या फिर क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया जा रहा है.

1 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर पहुंचे सिवान
बता दें कि अलग-अलग जिलों से अब तक एक लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर सिवान पहुंच चुके हैं. प्रतिदिन 2 से 3 हजार के बीच मजदूर बॉर्डर के रास्ते सिवान पहुंचते हैं. श्रीकरपुर चेक पोस्ट पहुंचने के बाद यहां अधिकारी सबसे पहले मजदूरों की स्क्रीनिंग करते हैं. उसके बाद मजदूरों को बस के माध्यमसे ऑरबिटी स्कूल में बने राहत केंद्र में रखा जाता है. यहां बाहर से आये मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था की जाती है.

पेश है रिपोर्ट

4 दिनों में फरीदाबाद से सिवान पहुंचे मजदूर
अररिया के रहने वाले 15 मजदूरों ने बताया कि वे फरीदाबाद में रह कर काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन के कारण वे सभी वहां फंस गए. किसी तरह से चार दिनों में फरीबाद से वे सिवान पहुंचे. यहां वे सभी बस का इंतजार कर अपने घर लौटे. इस बारे में वहां मौजूद अधिकारियों ने बताया कि मजदूर अगर सिवान के होते तो उन्हें संबंधित प्रखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया जाता. लेकिन ये सभी दूसरे जिले के हैं इसलिए सभी को यहां से रवाना कर दिया गया.

सिवान: बिहार-यूपी बॉर्डर के रास्ते गुठनी के श्रीकरपुर से लगातार प्रवासी मजदूर सिवान आ रहे हैं. इनमें से कई मजदूर पैदल तो कई साइकल से या फिर बस के माध्यम से सिवान पहुंच रहे हैं. यहां से सभी को उनके गृह जिला या फिर क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया जा रहा है.

1 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर पहुंचे सिवान
बता दें कि अलग-अलग जिलों से अब तक एक लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर सिवान पहुंच चुके हैं. प्रतिदिन 2 से 3 हजार के बीच मजदूर बॉर्डर के रास्ते सिवान पहुंचते हैं. श्रीकरपुर चेक पोस्ट पहुंचने के बाद यहां अधिकारी सबसे पहले मजदूरों की स्क्रीनिंग करते हैं. उसके बाद मजदूरों को बस के माध्यमसे ऑरबिटी स्कूल में बने राहत केंद्र में रखा जाता है. यहां बाहर से आये मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था की जाती है.

पेश है रिपोर्ट

4 दिनों में फरीदाबाद से सिवान पहुंचे मजदूर
अररिया के रहने वाले 15 मजदूरों ने बताया कि वे फरीदाबाद में रह कर काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन के कारण वे सभी वहां फंस गए. किसी तरह से चार दिनों में फरीबाद से वे सिवान पहुंचे. यहां वे सभी बस का इंतजार कर अपने घर लौटे. इस बारे में वहां मौजूद अधिकारियों ने बताया कि मजदूर अगर सिवान के होते तो उन्हें संबंधित प्रखंड के क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया जाता. लेकिन ये सभी दूसरे जिले के हैं इसलिए सभी को यहां से रवाना कर दिया गया.

Last Updated : May 30, 2020, 11:19 PM IST
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