सिवान: बिहार के सिवान में शराब तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग (Liquor Recovered In Siwan) कर दी. घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के करमलीहाता गांव की है. बताया जा रहा है कि जब पुलिस टीम शराब तस्करों को पकड़ने के लिए पहुंची थी तभी शराब तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया. हालांकि पुलिस ने एक शराब तस्कर को पकड़ लिया और 32 कॉर्टन शराब लदे एक स्कॉर्पियो को भी पुलिस ने पकड़ लिया है. गिरफ्तार शराब तस्कर दरौली थाना क्षेत्र की है बेलाव गांव निवासी शुभम कुमार है. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने स्कॉर्पियो से 32 कार्टन शराब भी बरामद किया है.
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सिवान में 32 कॉर्टन शराब बरामद : मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि स्कॉर्पियो गाड़ी से शराब की खेप लाई जा रही है. जिसके बाद पुलिस ने स्कॉर्पियो गाड़ी का पीछा किया. शराब के साथ बाइक पर तीन शराब तस्कर आगे चल रहे थे जो लाइन देने का काम कर रहे थे. पुलिस ने जब शराब तस्कर को पकड़ने के लिए गाड़ी का पीछा किया तभी पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने 2 राउंड हवाई फायरिंग किया. इसके बाद पुलिस ने शराब तस्करों को खदेड़ना शुरू किया, हालांकि शराब तस्कर भाग गए. लेकिन पुलिस ने एक शराब तस्कर शुभम कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
'गुप्त सूचना मिली थी कि शराब की खेप सिवान में लाई जा रही है. इसके बाद शराब और तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम ने पीछा किया. तभी बाइक से लाइनिंग कर रहे शराब तस्करों ने पुलिस पर हवाई फायरिंग किया. वहीं पुलिस ने हिम्मत दिखाते हुए स्कॉर्पियो को पकड़ लिया जिसमें 32 कॉर्टन शराब बरामद हुआ है. बाइक सवार तीन लाइनर फरार हो गए हैं. हालांकि एक तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ की जा रही है कि शराब की खेप कहां लाई जा रही थी और वह तीन तस्कर जो पुलिस पर फायरिंग किए हैं. वह कौन थे, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.' - विनोद कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना अध्यक्ष
बिहार में शराबबंदी : गौरतलब है कि बिहार में शरारबंदी कानून लागू होने के कई साल बाद भी सफल नहीं हो रहा है. शराब से लोगों की मौत (Bihar Hooch Tragedy) हो या असफलता, पर आमतौर पर थानेदार और चौकीदारों पर कार्रवाई की जाती है. 5 अप्रैल 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) के बावजूद भी बिहार में शराबबंदी कानून पूर्ण रुप से लागू नहीं हो पा रहा है. इस कारण से जहरीली शराब से लगातार बिहार के विभिन्न जिलों में लोगों की मौत हो रही है. सवाल यह उठ रहा है कि आखिर जहरीली शराब से हो रही मौत का जिम्मेदार कौन है. क्या वह शराब माफिया जो जहरीली शराब बेच रहे हैं या वह प्रशासन जिनकी मिलीभगत से शराब की तस्करी की जा रही है.