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कोटा में फंसे बच्चों को लाने के लिए नहीं मिला परमिशन, घर पर ही धरने पर बैठे RJD नेता - बिहार के छात्र दूसरे राज्य फंसे

आरजेडी नेता ने जिला प्रशासन से अपने निजी खर्च पर कोटा से बच्चों को लाने के लिए परमिट की मांग की. आवेदन खारिज होने पर आरजेडी नेता इसके विरोध में घर पर ही अनशन कर रहे हैं.

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जिला अध्यक्ष रौशन यादव
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Published : Apr 25, 2020, 5:35 PM IST

सीतामढ़ी: लॉकडाउन के कारण बिहार के छात्र दूसरे राज्यों में फंसे हैं. छात्रों की घर वापसी के लिए विपक्षी पार्टियां लगातार मांग कर रही है. वहीं, युवा आरजेडी जिलाध्यक्ष रौशन यादव कोटा से छात्रों की वापसी के लिए अनशन पर बैठ गए हैं. आरजेडी नेता ने सीएम से कोटा में फंसे परेशान बच्चों को वापस लाने की अपील की है.

युवा आरजेडी नेता रौशन यादव के साथ युवा नगर पंचायत अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार भी अनशन पर बैठे हैं. दरअसल, युवा जिलाध्यक्ष अपने खर्च पर कोटा में फंसे बच्चों को वापस लाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में पास निर्गत करने के लिए आवेदन दिया था. लेकिन जिला प्रशासन ने परमिट देने से इंकार कर दिया है. इससे नाराज आरजेडी नेता का कहना है कि विधायक और वीआईपी के बच्चे जब कोटा से वापस आ सकते हैं तो आम लोगों के बच्चे क्यूं नहीं.

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युवा आरजेडी नेता रौशन यादव

कोटा से छात्रों को बिहार वापस लाए सरकार
आरजेडी नेता ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि कोटा में फंसे बच्चों को जल्द से जल्द वापस लाया जाए. जब एक विधायक और वीआईपी लोगों के बच्चे कोटा से आ सकते हैं तो आम आदमी के बच्चे को भी सरकार बिहार वापस लाए. वहीं, विपक्षी पार्टियों का कहना है कि दूसरे राज्य की सरकार छात्र-छात्राओं को सरकारी खर्चे पर अपने राज्य में वापस बुला रही है. बावजूद इसके बिहार सरकार छात्रों को दूसरे राज्यों में भगवान भरोसे छोड़ रखी है.

सीतामढ़ी: लॉकडाउन के कारण बिहार के छात्र दूसरे राज्यों में फंसे हैं. छात्रों की घर वापसी के लिए विपक्षी पार्टियां लगातार मांग कर रही है. वहीं, युवा आरजेडी जिलाध्यक्ष रौशन यादव कोटा से छात्रों की वापसी के लिए अनशन पर बैठ गए हैं. आरजेडी नेता ने सीएम से कोटा में फंसे परेशान बच्चों को वापस लाने की अपील की है.

युवा आरजेडी नेता रौशन यादव के साथ युवा नगर पंचायत अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार भी अनशन पर बैठे हैं. दरअसल, युवा जिलाध्यक्ष अपने खर्च पर कोटा में फंसे बच्चों को वापस लाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में पास निर्गत करने के लिए आवेदन दिया था. लेकिन जिला प्रशासन ने परमिट देने से इंकार कर दिया है. इससे नाराज आरजेडी नेता का कहना है कि विधायक और वीआईपी के बच्चे जब कोटा से वापस आ सकते हैं तो आम लोगों के बच्चे क्यूं नहीं.

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युवा आरजेडी नेता रौशन यादव

कोटा से छात्रों को बिहार वापस लाए सरकार
आरजेडी नेता ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि कोटा में फंसे बच्चों को जल्द से जल्द वापस लाया जाए. जब एक विधायक और वीआईपी लोगों के बच्चे कोटा से आ सकते हैं तो आम आदमी के बच्चे को भी सरकार बिहार वापस लाए. वहीं, विपक्षी पार्टियों का कहना है कि दूसरे राज्य की सरकार छात्र-छात्राओं को सरकारी खर्चे पर अपने राज्य में वापस बुला रही है. बावजूद इसके बिहार सरकार छात्रों को दूसरे राज्यों में भगवान भरोसे छोड़ रखी है.

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