सीतामढ़ीः जिले से गुजरने वाली नदियों के जलस्तर में मौसम के अनुसार उतार-चढ़ाव दर्ज की जा रही है. प्रतिदिन नदियों के जलस्तर को मापा जा रहा है. नेपाल की तराई से निकलने वाली बागमती नदी जिले में कटौझा के पास लाल निशान के करीब बह रही है.
'नहीं है खतरे की कोई बात'
बागमती अवर प्रमंडल के एसडीओ ने बताया कि मौसम का मिजाज बदलने के बाद नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव शुरू हो जाता है. लेकिन अभी कई जगहों पर जलस्तर स्थिर बना हुआ है. इसलिए खतरे की कोई बात नहीं है.
'जलस्तर पर रखी जा रही विशेष नजर'
बाढ़ की संभावना को देखते हुए बागमती अवर प्रमंडल के इंजीनियर, एसडीओ और अन्य कर्मी अलर्ट मोड में तैनात हैं. एसडीओ ने बताया कि जिले से गुजरने वाली बागमती, लालबेकीया, मनुष्यमरा सहित अन्य नदियों के जलस्तर पर विशेष नजर रखी जा रही है.
लाल निशान के करीब बह रही बागमती
एसडीओ अजय कुमार ने कहा कि प्रतिदिन जलस्तर का मेजरमेंट लिया जा रहा है. नेपाल से निकलने वाली बागमती नदी सिर्फ कटौझा के पास लाल निशान के करीब बह रही है. वहीं इस नदी का जलस्तर सोनाखान, ढेंग, डूबाघाट, मारर घाट और चंदौली घाट के पास स्थिर बना हुआ है.
तटबंध की मरम्मती का काम
अजय कुमार ने बताया कि विभाग के कर्मी और पदाधिकारी 24 घंटे नदी के जल स्तर पर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही संभावित बाढ़ को देखते हुए युद्ध स्तर पर तटबंध की मरम्मती का काम भी किया जा रहा है.
राहत भरी खबर
जिले में 23 जून से 29 जून तक हुई बारिश के कारण बागमती सहित अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई थी. लेकिन 30 जून से मौसम सामान्य होने के बाद से नदियों का जल स्तर स्थिर बना हुआ है. जो जिलेवासियों के लिए राहत भरी खबर है.
हो सकती नदियों के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि
बागमती अवर प्रमंडल के पदाधिकारियों का बताना है कि 10 जुलाई तक नदियों के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है. इसके लिए 24 घंटे नदियों पर विशेष नजर रखी जा रही है ताकि जल स्तर में वृद्धि होने पर आम जन जीवन की सुरक्षा की जा सके.