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सीतामढ़ी: दो शिक्षिका के विवाद में स्कूल बना अखाड़ा, आक्रोशित ग्रामीणों ने जड़ा ताला

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Published : Sep 7, 2019, 9:22 PM IST

Updated : Sep 7, 2019, 11:14 PM IST

नियोजन इकाई, ग्रामीण और विभागीय कागजात के अवलोकन से मिली जानकारी के अनुसार दोनों शिक्षिका पर अनियमितता का आरोप है. इसको लेकर विभाग ने दोनों को स्थानांतरण का आदेश दिया था.

आक्रोश

सीतामढ़ी: जिले के सोनबरसा थाना क्षेत्र के सिंहवाहिनी पंचायत स्थित भगवानपुर राजकीय प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों ने पिछले 10 दिनों से तालाबंदी कर दी है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस विद्यालय में एचएम पद की लड़ाई को लेकर पठन-पाठन के बजाय केवल लड़ाई और राजनीति चल रही है. विद्यालय की दो शिक्षिका रंजीता कुमारी और रेनू कुमारी के बीच 2017 से हीं इस बात को लेकर विवाद चल रही थी. अति हो जाने पर ग्रामीणों ने यह कदम उठाया.

तालाबंदी को लेकर अब पठन-पाठन पूरी तरह से बंद हो गया है. बावजूद इसके विभागीय अधिकारी इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं.

सीतामढ़ी
स्थानीय महिला

ग्रामीणों ने कराया था जमीन मुहैया

ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय की स्थापना के लिए उन लोगों ने अपने खून-पसीने का कमाई से जमीन मुहैया कराया था. इसके बाद 2007-08 में विद्यालय भवन का निर्माण कराया गया, ताकि गांव के बच्चों को साक्षर बनाया जा सके. बावजूद इसके, जब ग्रामीणों ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने और एचएम की राजनीति को लेकर विरोध किया, तब विद्यालय की एक शिक्षिका रंजीता कुमारी ने झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. तंग आकर ग्रामीणों ने विद्यालय में तालाबंदी कर दिया.

पेश है रिपोर्ट

एचएम पद को लेकर विवाद

आपको बता दें कि 2 वर्ष पहले रंजीता कुमारी इस विद्यालय की एचएम थी, जो एक नियोजित शिक्षिका है. वर्ष 2017 में ओडीएफ लाभार्थियों को भुगतान के लिए इस विद्यालय में शिविर का आयोजन किया गया था. उसी दौरान रंजीता पर अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप है. इस बाबत नियोजन इकाई ने उसे निलंबित कर दिया था. उसके बाद रेणु कुमारी को वरीयता के आधार पर एचएम पद की दावेदारी दी गई. बाद में फिर से रंजीता को शिक्षिका का पदभार मिल गया. उसके बाद हीं दोनों में एचएम के पद को लेकर नोंक-झोंक चल रही है.

सीतामढ़ी
डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा

दोनों शिक्षिका पर अनियमितता का आरोप

नियोजन इकाई, ग्रामीण और विभागीय कागजात के अवलोकन से मिली जानकारी के अनुसार दोनों शिक्षिका पर अनियमितता का आरोप है. इसको लेकर विभाग ने दोनों को स्थानांतरण का आदेश दिया था. यह कार्रवाई अब ठंडी पड़ गई और दोनों में से किसी का स्थानांतरण नहीं हुआ. इस बाबत प्रखंड स्तर के पदाधिकारी ने दूसरी कार्रवाई करते हुए रेनू कुमारी पर मामला दर्ज करवा दिया. वहीं, रंजीता कुमारी के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस आदेश को नियोजन इकाई ने पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताकर गलत ठहरा दिया. नियोजन इकाई के अनुसार रंजीता कुमारी पर भी अनियमितता का आरोप है. उसके विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए.

सीतामढ़ी
पंचायत सचिव रमेश मेहता

पंचायत सचिव को धमकी देकर कराया हस्ताक्षर

इस बाबत पंचायत सचिव रमेश मेहता ने बताया कि विभागीय वरीय पदाधिकारी ने पत्र जारी कर दोनों शिक्षिका के स्थानांतरण करने का आदेश दिया था. जब वह पत्रों को दोनों शिक्षिकाओं को देने जा रहे थे, तभी उन्हें पकड़कर जबरन धमका कर एक दूसरे पत्र पर हस्ताक्षर करवाया गया. उसमें सिर्फ रेनू कुमारी के विरुद्ध कार्रवाई की गई थी. इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग उदासीन बना हुआ है.

डीएम का बयान

इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि इस घटना के संबंध में उन्हें जानकारी प्राप्त हुई है. वह इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी से जानकारी हासिल कर इसकी जांच कराएगी. दोषियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

सीतामढ़ी: जिले के सोनबरसा थाना क्षेत्र के सिंहवाहिनी पंचायत स्थित भगवानपुर राजकीय प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों ने पिछले 10 दिनों से तालाबंदी कर दी है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस विद्यालय में एचएम पद की लड़ाई को लेकर पठन-पाठन के बजाय केवल लड़ाई और राजनीति चल रही है. विद्यालय की दो शिक्षिका रंजीता कुमारी और रेनू कुमारी के बीच 2017 से हीं इस बात को लेकर विवाद चल रही थी. अति हो जाने पर ग्रामीणों ने यह कदम उठाया.

तालाबंदी को लेकर अब पठन-पाठन पूरी तरह से बंद हो गया है. बावजूद इसके विभागीय अधिकारी इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं.

सीतामढ़ी
स्थानीय महिला

ग्रामीणों ने कराया था जमीन मुहैया

ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय की स्थापना के लिए उन लोगों ने अपने खून-पसीने का कमाई से जमीन मुहैया कराया था. इसके बाद 2007-08 में विद्यालय भवन का निर्माण कराया गया, ताकि गांव के बच्चों को साक्षर बनाया जा सके. बावजूद इसके, जब ग्रामीणों ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने और एचएम की राजनीति को लेकर विरोध किया, तब विद्यालय की एक शिक्षिका रंजीता कुमारी ने झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. तंग आकर ग्रामीणों ने विद्यालय में तालाबंदी कर दिया.

पेश है रिपोर्ट

एचएम पद को लेकर विवाद

आपको बता दें कि 2 वर्ष पहले रंजीता कुमारी इस विद्यालय की एचएम थी, जो एक नियोजित शिक्षिका है. वर्ष 2017 में ओडीएफ लाभार्थियों को भुगतान के लिए इस विद्यालय में शिविर का आयोजन किया गया था. उसी दौरान रंजीता पर अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप है. इस बाबत नियोजन इकाई ने उसे निलंबित कर दिया था. उसके बाद रेणु कुमारी को वरीयता के आधार पर एचएम पद की दावेदारी दी गई. बाद में फिर से रंजीता को शिक्षिका का पदभार मिल गया. उसके बाद हीं दोनों में एचएम के पद को लेकर नोंक-झोंक चल रही है.

सीतामढ़ी
डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा

दोनों शिक्षिका पर अनियमितता का आरोप

नियोजन इकाई, ग्रामीण और विभागीय कागजात के अवलोकन से मिली जानकारी के अनुसार दोनों शिक्षिका पर अनियमितता का आरोप है. इसको लेकर विभाग ने दोनों को स्थानांतरण का आदेश दिया था. यह कार्रवाई अब ठंडी पड़ गई और दोनों में से किसी का स्थानांतरण नहीं हुआ. इस बाबत प्रखंड स्तर के पदाधिकारी ने दूसरी कार्रवाई करते हुए रेनू कुमारी पर मामला दर्ज करवा दिया. वहीं, रंजीता कुमारी के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस आदेश को नियोजन इकाई ने पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताकर गलत ठहरा दिया. नियोजन इकाई के अनुसार रंजीता कुमारी पर भी अनियमितता का आरोप है. उसके विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए.

सीतामढ़ी
पंचायत सचिव रमेश मेहता

पंचायत सचिव को धमकी देकर कराया हस्ताक्षर

इस बाबत पंचायत सचिव रमेश मेहता ने बताया कि विभागीय वरीय पदाधिकारी ने पत्र जारी कर दोनों शिक्षिका के स्थानांतरण करने का आदेश दिया था. जब वह पत्रों को दोनों शिक्षिकाओं को देने जा रहे थे, तभी उन्हें पकड़कर जबरन धमका कर एक दूसरे पत्र पर हस्ताक्षर करवाया गया. उसमें सिर्फ रेनू कुमारी के विरुद्ध कार्रवाई की गई थी. इसके बावजूद भी शिक्षा विभाग उदासीन बना हुआ है.

डीएम का बयान

इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि इस घटना के संबंध में उन्हें जानकारी प्राप्त हुई है. वह इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी से जानकारी हासिल कर इसकी जांच कराएगी. दोषियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

Intro:दो शिक्षिका की लड़ाई में स्कूल बना अखाड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल में जड़ दिया ताला। छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन बाधित। Body: जिले के सोनबरसा थाना क्षेत्र के सिंहवाहिनी पंचायत के भगवानपुर राजकीय प्राथमिक विद्यालय इन दिनों दो शिक्षिका की लड़ाई के कारण अखाड़ा में तब्दील हो गया है। इससे नाराज ग्रामीणों ने 10 रोज से विद्यालय में तालाबंदी कर दी है। और अधिकारियों के आने की मांग पर डटे हुए हैं। ग्रामीणों का बताना है कि इस विद्यालय में एचएम पद को लेकर शिक्षिका रंजीता कुमारी और रेनू कुमारी के बीच वर्ष 2017 से विवाद चल रहा है। और यह विवाद अब इतना गहरा गया है की विद्यालय के प्रांगण में अब पठन-पाठन बजाय केवल लड़ाई झगड़ा होता रहता है। और जब ग्रामीण इसका विरोध करते हैं तो उन्हें डराया धमकाया जाता है। और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जाती है। इससे तंग आकर ग्रामीणों ने 10 रोज से विद्यालय में तालाबंदी कर दी है। जिस कारण विद्यालय में पठन-पाठन का काम पूरी तरह से ठप्प है। इसके बावजूद विभागीय अधिकारी इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। जबकि विद्यालय की स्थापना के लिए ग्रामीणों ने अपने खून पसीने की कमाई से जमीन खरीद कर मुहैया कराया था। जिसके बाद वर्ष 2007_ 8 में विद्यालय की भवन का निर्माण कराया गया था। ताकि गांव के बच्चों को साक्षर बनाया जा सके। लेकिन दो शिक्षिका के आपसी विवाद में बच्चे साक्षर तो नहीं हो पा रहा है। सिर्फ गंदी राजनीति सीखने को मजबूर हो गए हैं। इसी बात से नाराज और आक्रोशित ग्रामीणों ने तालाबंदी का फैसला कर लिया।
एचएम पद को लेकर विवाद:_________________
स्कूल में यह विवाद एचएम पद को लेकर वर्ष 2017 से चलता आ रहा है। 2 वर्ष पूर्व इस विद्यालय की एचएम रंजीता कुमारी थी। जो एक नियोजित शिक्षिका है। लेकिन वर्ष 2017 में ओडीएफ लाभार्थियों को भुगतान के लिए इस विद्यालय में शिविर का आयोजन किया गया था। उसी दौरान रंजीता पर यह आरोप है कि उसने अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार की थी। इसलिए नियोजन इकाई ने उसे निलंबित कर दिया था। और उसके बाद विद्यालय की दूसरी शिक्षिका रेनू कुमारी को एचएम बनाया गया था। उसके बाद से ही विवाद चलता आ रहा है। रंजीता हर हाल में एचएम पद हासिल करना चाहती है। वंही रेणु कुमारी वरीयता के आधार पर एचएम पद की दावेदार बता रही हैं।
दोनों शिक्षिका पर अनियमितता का आरोप:__________
नियोजन इकाई, ग्रामीण और विभागीय कागजात के अवलोकन से यह जानकारी मिली, कि इन दोनों शिक्षिका पर अनियमितता का आरोप है। जिसको लेकर विभाग ने दोनों को स्थानांतरण का आदेश दिया था। लेकिन यह कार्रवाई अब तक ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। इसी बीच प्रखंड स्तर के पदाधिकारी ने दूसरी कार्रवाई करते हुए रेनू कुमारी के ऊपर कांड दर्ज करवा दिया। लेकिन रंजीता कुमारी के ऊपर किसी प्रकार की विभागीय कार्रवाई नहीं की गई। इस आदेश को नियोजन इकाई भी पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताकर गलत ठहरा रहा है। नियोजन इकाई का बताना है कि रंजीता कुमारी पर भी अनियमितता का आरोप है। इसलिए उसके विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए जो नहीं किया जा रहा है।
एचएम रेनू का आरोप:______________________
विद्यालय की एचएम रेनू कुमारी ने बताया कि रंजीता कुमारी पर कई तरह के गंभीर आरोप हैं। लेकिन विभाग उसके विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर सिर्फ मेरे विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा मेरे ऊपर f.i.r. किया गया है। और ढेर सारे आरोप भी लगाए गए हैं। जबकि रंजीता पर भी अनियमितता का आरोप है लेकिन उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई नहीं की जा रही है। हमें और रंजीता का तबादला का आदेश दिया गया था। विभाग हमें जहां जाने का आदेश देगी, मैं वहां चली जाऊंगी। अभी मैं वरीयता के आधार पर एचएम की पद पर मौजूद हूँ। रंजीता कुमारी विद्यालय में हर रोज नए विवाद खड़ी करती है। जिस कारण अभिभावकों ने विद्यालय में ताला जड़ दिया है। इसके बावजूद कोई अधिकारी आकर इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे है।
बाइट 1. रेनू कुमारी। एचएचएम राजकीय प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर। बैगनी सारी में।
शिक्षिका रंजीता कुमारी का आरोप:_______________
शिक्षिका रंजीता कुमारी ने बताया कि मेरे ऊपर किसी तरह की अनियमितता का आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। इस संबंध में मेरे विभागीय अधिकारी ही बताएंगे। उन्होंने बताया कि मैं पाक साफ हूं, केवल रेनू ही विवाद को जन्म दे रही है। जिस कारण विद्यालय का माहौल बिगड़ गया है। विद्यालय में तालाबंदी रेनू के इशारे पर की गई है। मेरे ऊपर किसी भी तरह की अनियमितता का आरोप नहीं है। फिर भी नियोजन इकाई दुर्भावना से ग्रसित होकर मेरे विरुद्ध कार्रवाई की।
बाइट 2. रंजीता कुमारी। शिक्षिका ब्लू सूट में।
पंचायत सचिव का बयान:_____________________
इस विवाद के संबंध में पूछे जाने पर पंचायत सचिव रमेश मेहता ने बताया कि यह विवाद काफी गहरा गया है। और इसका असर छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन पर पड़ रहा है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग उदासीन बना हुआ है। उनके पदाधिकारी पक्षपातपूर्ण कार्रवाई कर मामले को और पेचीदा बना दिया है। जबकि विभागीय वरीय पदाधिकारी ने पत्र जारी कर दोनों शिक्षिका के स्थानांतरण करने का आदेश दिया था। जिस पत्र को जब दोनों शिक्षिका को मैं देने जा रहा था। तभी मुझे पकड़कर एक दूसरे पत्र पर हस्ताक्षर करवा लिया गया। जिसके लिए मैं तैयार नहीं था। मैं चाहता था कि अगर कार्रवाई होनी है तो दोनों दोषी शिक्षिका पर किया जाए। केवल एक पर कार्रवाई करना कहीं से भी उचित नहीं है। विभाग मैं प्रखंड स्तर के अधिकारी भी इस विवाद को तूल दे रहे हैं। हमें भी जबरन धमका कर एक पत्र पर हस्ताक्षर करवाया गया। जिसमें रेनू कुमारी के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। इस विवाद के कारण ग्रामीणों ने स्कूल में तालाबंदी कर दी है। और इससे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।
बाइट 3. रमेश मेहता। पंचायत सचिव। सिंहवाहिनी पंचायत।भूरा हाफ शर्ट में।
मुखिया का बयान:__________________________
इस पंचायत के मुखिया और उपराष्ट्रपति से सम्मानित रितु जायसवाल ने बताया कि दो शिक्षिका के बीच विवाद होने के कारण बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। दोनों के ऊपर अनियमितता के आरोप हैं। और दोनों का स्थानांतरण अन्यत्र किसी विद्यालय में कर देना चाहिए। लेकिन विभाग इस मामले में पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रहा है। और इसका नतीजा है कि विवाद सुलझने के बजाय और ज्यादा गंभीर हो गया है। इसी बात से नाराज ग्रामीणों ने विगत 10 दिनों से विद्यालय में तालाबंदी कर दिया है। जिस कारण 150 छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन पूरी तरह से बाधित है। मैं इस संबंध में नवनियुक्त जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा जी से मिलकर इसके समाधान के संबंध में अनुरोध करूंगी।
बाइट 4. रितु जायसवाल मुखिया। सिंहवाहिनी पंचायत। ग्रे सारी में कुर्सी के ऊपर।
ग्रामीणों का आरोप:___________________________
इस विवाद के संबंध में पूछे जाने पर ग्रामीण सुरेंद्र मुखिया, महंत मुखिया, लक्ष्मीनिया देवी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि रंजीता कुमारी और रेनू कुमारी के विवाद के कारण यह विद्यालय अखाड़ा में तब्दील हो गया है। यहां प्रतिदिन दोनों के बीच विवाद होता रहता है। इसके बावजूद कोई भी पदाधिकारी इसका समाधान नहीं कर रहा। नतीजा इसका विरोध करने पर शिक्षिका के द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने तथा गलत आरोप लगाकर ग्रामीणों को ही डराया धमकाया जाता है। इसी बात से नाराज हम सभी ग्रामीणों ने यह फैसला लिया है। कि जब इस विद्यालय में बच्चों को शिक्षा दिया ही नहीं जाता। यंहा सिर्फ गंदी राजनीत होती है। और उसका असर बच्चों के ऊपर पड़ रहा है। तो इससे अच्छा है कि विद्यालय में ताला ही जड़ दिया जाए। इसी को लेकर हम लोगों ने विगत 10 दिनों से विद्यालय में ताला लगा दिया है। जबकि इस विद्यालय की स्थापना के लिए हम लोगों ने अपने खून पसीने की कमाई से जमीन खरीद कर विभाग को दिया था। ताकि हमारे बच्चे साक्षर बन सके। लेकिन इस शिक्षिका के विवाद के कारण मेरे बच्चे साक्षर तो नहीं बन पा रहे हैं। वह गंदी राजनीति के शिकार हो रहे है।
बाइट 5. सुरेंद्र मुखिया। ग्रामीण भगवानपुर गांव। उजला शर्ट और उजला गमछा में।
बाइट 6. लक्ष्मीनिया देवी। ग्रामीण महिला। लाल साड़ी में
डीएम का बयान:________________________
इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि इस घटना के संबंध में मुझे अभी जानकारी प्राप्त हुई है। मैं इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी से जानकारी हासिल कर इसकी जांच कराआऊंगी। और इसमें जो भी दोषी होंगे। उनके विरुद्ध विभागीय कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बाइट 7. अभिलाषा कुमारी शर्मा। डीएम सीतामढ़ी।
पी टू सी 8.Conclusion:पी टू सी राहुल देव सोलंकी। सीतामढ़ी।
Last Updated : Sep 7, 2019, 11:14 PM IST
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