सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह (Union Energy Minister RK Singh) ने पावर ग्रिड का उद्धाटन (Union Energy Minister Inaugurated Power Grid in Sitamarhi) किया. गुरुवार को डुमरा प्रखंड के परमानंदपुर में पावर ग्रिड का केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया. 36 एकड़ में बने इस पावर ग्रिड के माध्यम से अब लोगों को 24 घंटे बिजली मिलने में सहूलियत होगी. कार्यक्रम के बाद उन्होंने बताया कि देश में अब बांस-बल्ले के सहारे बिजली की तारें नहीं लगेंगी. आरके सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को बिजली के क्षेत्र में विकास को लेकर 22,000 करोड़ रुपए दिए हैं.
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'देश में सभी ट्रेनें बिजली से चलेंगी': केंद्र सरकार के ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अब जल्द ही देश की सभी ट्रेनें विद्युत के सहारे ही चलेंगी और कोयले से चलने वाली ट्रेनों का जल्द ही परिचालन बंद हो जाएगा. उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार (NDA Government) में विद्युत क्षेत्र में देश ने जो उपलब्धि हासिल की है. वह अद्वितीय है. भारत पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश सहित अन्य देशों को भी बिजली की सप्लाई कर रहा है. जल्द भारत विद्युत के क्षेत्र में और विकास करेगा.
'प्रीपेड मीटर के लगने से गरीबों को बिजली बिल काम आ रहा है. पहले लोग अनावश्यक भी बिजली का उपयोग करते थे, लेकिन प्रीपेड मीटर होने से गरीब तबके के लोग भी अब 100-200 रुपये का रिचार्ज करते हैं. और आवश्यकता अनुसार बिजली का उपयोग करते हैं. जल्द बिहार विद्युत के क्षेत्र में एक नया इतिहास लिखेगा.' - आरके सिंह, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री
'मुफ्त में गैस सिलेंडर मिला': उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर घर को बिजली का कनेक्शन और समाज के सबसे निचले पायदान में रहने वाले व्यक्ति को भी बिजली का कनेक्शन और मुफ्त में गैस सिलेंडर मिला है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार सबका साथ और सबका विकास करने में ही विश्वास रखती है. और विकास के कारण ही देश की जनता ने फिर एनडीए की सरकार को मौका दिया है. जिसे हम विकास के जरिए पूरा करेंगे.
36 एकड़ भूमि में बना है पावर ग्रिड: मिली जानकारी के अनुसार, 36 एकड़ भूमि में बने इस विद्युत उप केंद्र की कुल लागत 644 करोड़ रुपए है. इसकी ट्रांसफॉरमेशन क्षमता 1400 एमवीए तक है. यह उपकेंद्र 400/220/132 केवी मोतिहारी और दरभंगा उपकेंद्र से जुड़ा है. उत्तर बिहार के लिए 400 केवी अंतरराज्यीय प्रणाली का एक एक्स्ट्रा स्रोत प्रदान कर, नेशनल ग्रिड के साथ राज्य की कनेक्टिविटी को मजबूती प्रदान करेगा.
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