सीतामढ़ी: शुक्रवार को नेपाल शस्त्र सीमा बल के जवानों ने खेतों में काम कर रहे भारतीय मजदूरों पर फायरिंग की थी. इस घटना में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि तीन अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस दौरान नेपाल शस्त्र सीमा बल के जवानों ने सोनबरसा थाना क्षेत्र के जानकीनगर गांव निवासी लगन राय को भारत से बंदी बनाकर नेपाल के परसा थाने ले गए.
हालांंकि डीएम और एसपी की पहल के बाद बंधक बनाए गए लगन राय को शनिवार को रिहा कर दिया गया. नेपाल से आने के बाद किसान लगन राय ने अपनी आपबीती सुनाई.
रिहा किसान लगन राय ने बताया कि नेपाल शस्त्र बल के जवानों ने बंधक बनाने के बाद वहां के परसा थाने ले गए. यहां उन्होंने लगन राय से पूछताछ की. इस क्रम में नेपाल के जवानों ने लगन से कहा कि उनकी गिरफ्तारी नेपाल में ही की गई है, लेकिन लगन ने इससे साफ इनकार कर दिया.
DM और SP की पहल के बाद लगन हुआ रिहा
घटना की रात डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा और एसपी अनिल कुमार की पहल के बाद दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में सहमति बनी. इसके बाद देर रात लगन राय को नेपाल पुलिस ने भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया. यहां से लगन को जिला प्रशासन ने अपने घर भेज दिया.
दोनों देशों की सीमा पर तनाव
शुक्रवार को हुई फायरिंग की घटना के बाद भारत-नेपाल की सीमा पर तनाव व्याप्त है. सीमा से सटे गांव में सन्नाटा पसरा है. वहीं, गोलीबारी की घटना को लेकर लोगों में आक्रोश भी दिख रहा है. अपनी-अपनी सीमाओं पर दोनों देश के जवान तैनात हैं. भारतीय सीमा पर एसएसबी के जवान तैनात हैं. तो वहीं, नेपाल की सीमा पर नेपाल शस्त्र बल के जवान तैनात हैं.
मृतक विकेश का हुआ अंतिम संस्कार
नेपाल पुलिस की तरफ से हुई फायरिंग की घटना में सोनबरसा थाना क्षेत्र के जानकी नगर गांव निवासी नागेश्वर राय के 25 वर्षीय पुत्र विकेश राय की मौके पर ही मौत हो गई थी. मौत के बाद स्थानीय लोगों ने लगन राय की रिहाई को लेकर विकेश के शव के साथ सीमा पर ही प्रदर्शन किया था. वहीं, जब नेपाल सशस्त्र बल के जवानों ने लगन को रिहा कर दिया तो ग्रामीणों ने विकेश के शव का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह कर दिया.