सीतामढ़ी: तेलंगाना के बीवी नगर स्टेशन से 1547 श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन सीतामढ़ी पहुंची. यह सीतामढ़ी पहुंचने वाली छठी स्पेशल ट्रेन है. इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन में जिले के 656 और अन्य जिलों के 891 श्रमिक थे. सभी यात्रियों को सामाजिक दूरी का पालन करवाते हुए एक-एक कर उनकी स्क्रीनिंग की गई. इसके बाद उनके सामानों को सैनिटाइज किया गया.
प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी
तेलंगना से आए प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि अपने गृह जनपद पहुंचकर वे अपनी सारी तकलीफ भूल गए हैं. सूचना एवं जनसंपर्क की टीम की ओर से प्रवासी श्रमिकों का रैंडम सर्वे भी किया गया. जिसमें बताया गया कि वह लोग तेलंगाना के सिकंदराबाद आदि शहरों में कारखानों, प्लाईवुड की फैक्ट्री आदि जगहों में कार्य करते थे. कई श्रमिकों ने बताया कि उनकी फैक्ट्री के मालिकों ने उनका बकाया पैसा भी नहीं दिया. स्टेशन पर सभी श्रमिकों को कोरोना महामारी से बचाव से संबंधित जानकारी दी गई. उनके बीच मास्क का भी वितरण किया गया. उन्हें बताया गया कि क्वारंटीन कैंप में उनका जॉब कार्ड भी बनाया जाएगा.
तेलंगाना से विभिन्न जिलों के आए श्रमिक
स्पेशल ट्रेन से सीतामढ़ी के कुल 656 श्रमिक आए जिन्हें 41 बसों से उनके संबंधित क्वारंटीन कैंप में भेजा गया. बैरगनिया के 6 मेजरगंज के 26 सूप्पी के 7, रीगा के 29 डुमरा के 52, रुन्नीसैदपुर के 39, परिहार के 46, सोनबरसा के 28, बथनाहा के 59, पुपरी के 117, बाजपट्टी के 36, बोखरा का 24, नानपुर का 67, सुरसंड का 49, बेलसंड का 21, परसौनी का 43 श्रमिक थे. इसके अतिरिक्त अन्य जिलों से के 891 प्रवासी श्रमिक आए. जिनमें अररिया के 11, वैशाली 3, बांका 5, भागलपुर 1, इस्ट चंपारण 6, गया 6, जमुई 1, कैमूर 3, लखीसराय 4, मधेपुरा 2, मधुबनी 771, मुजफ्फरपुर 8, नवादा 5, पटना 1, रोहतास 1, सहरसा 6, समस्तीपुर 11, सारण 12, वेस्ट चंपारण 14, दरभंगा 3, नालंदा 4, पूर्णिया 4, शिवहर 6, सिवान 2 और नेपाल का 1 श्रमिक सीतामढ़ी पहुंचा.
अधिकारियों ने स्टेशन पर किया कैंप
स्पेशल ट्रेन आने के पहले ही 5 बजे सुबह से ही अपर समाहर्ता मुकेश कुमार, उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार, एसडीओ कुमार गौरव, एसडीपीओ वीर धीरेंद्र डिस्ट्रिक्ट पीजीआरओ महेश कुमार दास, डीपीआरओ परिमल कुमार, ओएसडी प्रभात भूषण डीटीओ चितरंजन प्रसाद, सहित कई अधिकारी सीतामढ़ी स्टेशन पर कैंप किए हुए थे. ट्रेन आने के पूर्व पूरे स्टेशन परिसर को सैनिटाइज किया गया. साथ ही सभी बसों को भी सैनिटाइज किया गया.