सीतामढ़ी: जिला समाहरणालय में 'मीट योर कलेक्टर' कार्यक्रम में डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने सरकारी स्कूल की बच्चियों के हौसलों को नई उड़ान दी. महिला दिवस से पहले एक दिन का डीएम-एसपी बनाकर छात्राओं को अपनी कुर्सी पर बिठाया और महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया. कार्यक्रम में आई सरकारी स्कूल की बच्चियों को डीएम ने न सिर्फ डीएम-एसपी की कुर्सी पर बिठाया बल्कि कुछ समय के लिए पद की जबाबदेही और कार्यों से रूबरू होने का अवसर भी दिया.
अपने कार्यालय कक्ष में डीएम ने अपने साथ मौजूद बच्चियों का हौसला बढ़ाते हुये उन्हें देश के सर्वोच्च सेवा में जाने के लिये प्रेरित भी किया. सरकारी स्कूल की छात्राओं ने भी एसपी बनते ही अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर दी. जब पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्यालय कक्ष में ही शिकायत लेकर कई फरियादी पहुंचे तो नई बनाई गई एसपी ने थानाध्यक्ष को फोन लगाया और उन्हें ठीक तरीके से काम करने की नसीहत दी. एक दिन की एसपी ने थानाध्यक्ष को रिश्वत लिये जाने पर उसे सस्पेन्ड करने की भी चेतावनी दी.
एक दिन की डीएम ने पदाधिकारियों को दिया निर्देश
कुछ देर के लिए डीएम-एसपी बनीं बच्चियों ने फरियादियों की फरियाद सुनी और उनका समाधान किया. डीएम बनी नगरपालिका मिडिल स्कूल की सातवीं की छात्रा सुंदरम प्रिया ने सड़क अतिक्रमण की जानकारी पर एडीएम को खुद मामले को देखने का निर्देश दिया. छात्रा ने बताया कि इस कुर्सी पर बैठकर मन में विश्वास हुआ है कि अगर मेहनत से पढ़ेंगे तो कुछ समय के लिये ही नहीं बल्कि पूर्ण रुप से इस कुर्सी के हकदार होंगे.
डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बढ़ाया मनोबल
उधर, डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि इस तरह से सरकारी स्कूल के छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ेगा. वे देश की सर्वोच्च सेवा के प्रति प्रेरित होंगी. उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह का आयोजन चलता रहेगा.