सीतामढ़ी: जिले के रीगा शुगर मिल प्रबंधन की ओर से वर्ष 1952 से किसानों के गन्ने में कटौती की जाती रही है. जिसके कारण मिल प्रबंधन के खिलाफ किसान बेहद नाराज थे. हालांकि, इस कटौती पर लाख प्रयास के बाद भी रोक नहीं लग पा रही थी. वहीं, मामला संज्ञान में आने पर इस अवैध कटौती को ईटीवी भारत ने 27 जनवरी को उजागर किया. जिसके बाद मिल प्रबंधन हरकत में आया और 27 जनवरी की रात को ही इस कटौती पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया. जिसके बाद से अब गन्ना कटौती बंद हो गई है और इस फैसले से गन्ना किसानों को काफी राहत मिली है.
खबर का असर
27 जनवरी से पहले रीगा मिल परिसर के तौल कांटे पर किसानों के गन्ने से 5 से 7% की कटौती हो रही थी. वहीं, 3 जिलों में अलग-अलग जगहों पर संचालित तौल सेंटरों पर 1 से 2 प्रतिशत की कटौती किया जा रहा था. बता दें कि इन सभी कटौतियों पर 27 तारीख की रात से ही रोक लगा दी गई है. इस फैसले से 4 जिलों के करीब 30 हजार किसान बेहद खुश हैं. वहीं, पताही गन्ना तौल सेंटर के लिपिक विनय कुमार ने बताया कि 27 तारीख की रात्रि से गन्ना कटौती पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. नया आदेश किसानों के लिए बेहद राहत भरा साबित हो रहा है.