सीतामढ़ी: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भगवान राम पर दिए गए बयान का विरोध जारी है. जिले में साधु-समाज में भी नेपाली प्रधानमंत्री का विरोध हो रहा है. लोगों में ओली के खिलाफ काफी गुस्सा है और देश से माफी मांगने की बात भी कही जा रही है.
नेपाली प्रधानमंत्री पर तंज
जानकी मंदिर पुनौरा धाम के महंत कौशल किशोर दास ने नेपाली प्रधानमंत्री के बयान पर कहा कि नेपाली प्रधानमंत्री का मानसिक संतुलन खराब हो गया है. चीन के बहकावे में आकर वो इस तरह का बेतुका बयान दे रहे हैं. राम जन्मभूमि को लेकर लंबे अरसे से विवाद चल रहा था जिसका निपटारा देश की न्यायिक संस्था ने कर दिया है. अब नेपाल के प्रधानमंत्री अपने बेतुके बयान के जरिए भारत में अस्थिरता पैदा करना चाह रहे हैं.
नेपाल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की जरूरत
बीजेपी नेता मनोज शक्ति और सामाजिक कार्यकर्ता शिवेश कुमार ने कहा कि नेपाल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाकर उसे सबक सिखाने की जरूरत है. सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा की नेपाल सरकार लगातार अपने बेतुके बयान और बेतुकी हरकतों से भारत को आघात पहुंचाने की कोशिश कर रही है.
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भारत को ठेस पहुंचाने की कोशिश
सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि नेपाल का जनकपुर धाम भी राजा जनक की नगरी है. जहां भगवान राम और माता सीता का विवाह स्वयंवर हुआ था. माता सीता के इस रिश्ते के कारण ही भारत और नेपाल का संबंध वर्षों से प्रगाढ़ रहा है. शिवेश ने कहा इसी कारण हर वर्ष नेपाल में होने वाले विवाह पंचमी समारोह को देखने के लिए भारत के सीमाई इलाकों से लाखों की संख्या में लोग शिरकत भी करते हैं. नेपाल की ऐसी हरकत भारत को ठेस पहुंचाने की कोशिश है.