सीतामढ़ीः आजादी के 73 साल बीत जाने के बाद भी राज्य के कई गांवों में लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. बेलसंड नगर पंचायत क्षेत्र के गाछी टोला मोहल्ला का भी कुछ ऐसा ही हाल है. सड़क के अभाव में यहां के लोग अभिशाप भरा जीवन जीने को विवश हैं.
पैदल पार करते हैं नहर
गाछी टोला मोहल्ले में लगभग 35 परिवार के 200 लोग रहते हैं. जो साल के 10 महीने 500 मीटर की दूरी पानी में पैदल पार करते हैं और प्रशासनिक अनदेखी की वजह से यह उनकी नियति बन चुकी है. सड़क नहीं होने के कारण यहां के लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
सालों भर भरा रहता है पानी
टापू में तब्दील इस मोहल्ले में रहने वाले लड़के लड़कियों की शादी भी समय पर नहीं हो पाती. मोहल्ले में सड़क नहीं होने के कारण कोई भी व्यक्ति यहां रिश्ता करना मुनासिब नहीं समझता. गांव से मुख्य सड़क की दूरी आधा किलोमीटर से ज्यादा है. जिसके बीच से मनुष्यमरा नदी की नहर गुजरती है और उसमें सालों भर पानी भरा रहता है.
लोगों में आक्रोश
मनुष्यमरा नदी के नहर की धारा में नाव नहीं होने के कारण गाछी टोला मोहल्ले के लोग उसे प्रतिदिन पैदल पार करते हैं. जिससे अक्सर कोई अप्रिय घटना घटित हो जाती है और लोगों की जान चली जाती है. सड़क नहीं बनने से मोहल्ले में रहने वाले लोगों में प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश है.
स्कूल नहीं जा पाते बच्चे
स्थानीय मोहम्मद सद्दाम ने बताया कि चुनाव के समय नेता और मंत्री वोट मांगने हर बार आते हैं. उस दौरान वे सड़क बनाने का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद विधायक और सांसद पलटकर भी नहीं देखते. उन्होंने बताया कि सड़क नहीं बन पाने के कारण मोहल्ले के बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, जिस वजह से बच्चे पढ़ नहीं पाते हैं.
बना रहता है सांप-बिच्छू का डर
मोहम्मद सद्दाम ने बताया कि बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए कंधे पर उठाकर या खाट पर लादकर ले जाना पड़ता है. जिसमें काफी समय लग जाता है. जिससे कई बार अस्पताल पहुंचने से पहले ही मरीज की मौत हो जाती है. उन्होंने बताया कि नहर पार करते समय में सांप बिच्छू और खतरनाक जानवरों का डर बना रहता है.
सड़क की समस्या
गाछी टोला मोहल्ला में निवासी लोगों को अब भी गुलामी भरा जीवन जीना पड़ रहा है. सड़क की समस्या के अलावा यहां के लोगों को किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है.
प्रधानमंत्री आवास योजना
नगर पंचायत के चेयरमैन रणधीर कुमार ने बताया कि 2020 में मोहल्ले के लोगों का नाम राशन कार्ड से जोड़ा गया है. लेकिन अब तक इन परिवारों को कार्ड मुहैया नहीं कराया गया है. इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने के लिए लाभार्थियों की सूची तैयार की गई है.
जल्द मिलेगा सभी योजनाओं का लाभ
रणधीर कुमार ने बताया कि मोहल्ले में 6 महीने पहले बिजली की व्यवस्था की गई है. वरिष्ठ नागरिकों को वृद्धा पेंशन देने के लिए सूची तैयार कर संबंधित विभाग को भेज दी गई है. बहुत जल्द ही इन सभी योजनाओं का लाभ यहां के लोगों को मिलना शुरू हो जाएगा.
2002 में नगर पंचायत का गठन
स्थानीय जानकारों का बताना है कि टापू में तब्दील गाछी टोला मोहल्ला 1978 से पूर्व ग्राम पंचायत का हिस्सा था. 1978 में इस क्षेत्र को अधिसूचित क्षेत्र घोषित कर दिया गया. इसके बाद 2002 में इसे नगर पंचायत का दर्जा दिया गया. जिसके बाद से गाछी टोला मोहल्ला नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 8 का हिस्सा है.
अस्पताल और स्कूल की दूरी
गाछी टोला मोहल्ला से प्राथमिक और मध्य विद्यालय की दूरी आधा किलो मीटर से थोड़ी ज्यादा है, जहां बच्चे जलजमाव के कारण नहीं पहुंच पाते है. वहीं सरकारी अस्पताल की दूरी भी उतनी ही है. जहां बीमार लोगों को ले जाने के लिए खाट और कंधे का सहारा लिया जाता है. वहीं मोहल्ले से हाई स्कूल की दूरी 1 किलोमीटर और कॉलेज की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है.
किया जाएगा समाधान निकालने का प्रयास
जदयू जिला अध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान ने बताया कि सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण अब तक सड़क का निर्माण नहीं कराया जा सका है. सड़क का निर्माण हो इसके लिए समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा.
नहीं मिली लिखित शिकायत
वहीं, कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि बहुत जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. इस संबंध में क्षेत्र की सांसद रामा देवी ने बताया कि गाछी टोला मोहल्ला की समस्या मेरे संज्ञान में है, लेकिन आज तक किसी ने हमें लिखित शिकायत नहीं दी है. लिखित शिकायत मिलने के बाद इसके समाधान की दिशा में प्रयास किया जाएगा.