सीतामढ़ी: कोरोना संक्रमण को लेकर जिले में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर पर सरकार की ओर से दी जाने वाली व्यवस्था पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं. इस वैश्विक आपदा के बीच राजनेताओं की सियासत तेज हो गई है. शिवहर के आरजेडी जिलाध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह ने क्वॉरेंटाइन सेंटर को लूट का जरिया बताते हुए नीतीश सरकार पर चुनाव का फंड इकट्ठा करने का आरोप लगाया है.
आरजेडी जिलाध्यक्ष ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर पर सुविधा देने के नाम पर खुलेआम लूट हो रही है और इस लूट में स्थानीय प्रशासन के अधिकारी के साथ भाजपा और जदयू के नेता शामिल हैं. जो आगामी विधानसभा चुनाव के लिए धन इकट्ठा करने में जुटे हुए हैं. भारत में अब तक हुए सभी घोटालों में कोरोना घोटाला सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा.
जेडीयू नेता ने किया पलटवार
आरजेडी जिलाध्यक्ष के आरोप पर सीतामढ़ी के जदयू जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने पलटवार किया है. उन्होंने पलटवार करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं. राणा रणधीर ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों के लौटने के बाद राज्य और जिले में थोड़ी परेशानी बढ़ी है, लेकिन सरकार के निर्देश के अनुसार क्वॉरेंटाइन सेंटर पर सुविधाएं दी जा रही हैं.
आरजेडी जिलाध्यक्ष पर हमला
जेडीयू जिलाध्यक्ष ने कहा कि आरजेडी जिलाध्यक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं. आरजेडी जिलाध्यक्ष का चरित्र खुद दागदार रहा है. जो व्यक्ति गलत तरीके से एनजीओ का पैसा इकट्ठा कर अपनी निजी संपत्ति खड़ा कर रहा है. वह नेता भला नीतीश सरकार का सीआर लिखने चला है पहले वह अपने गिरेबान में झांके.
सियासत चमकाने में जुटे नेता
एक और जहां पूरा देश और राज्य कोरोना जैसी वैश्विक आपदा जूझ रहा है. वहीं राजनेता इस आपदा की घड़ी में भी सियासत करने से नहीं बाज आ रहे. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी इस कोरोना महामारी को अपना चुनावी ढाल बना रहे है और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में जुटे हुए हैं.