सीतामढ़ी: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को लेकर लॉक डाउन के बीच भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है. वहीं, नेपाल बॉर्डर पर तैनात नेपाल पुलिस ने शनिवार की रात में निजामुद्दीन तबलीगी मरकज से लौटे 9 मौलाना को गिरफ्तार किया है. सभी को क्वारेंटिन किया गया है.
नेपाल पुलिस की तरफ से पकड़े गए मौलाना नेपाल के सप्तरी जिले के महादेवा, कंचनपुर और कृष्ण श्रवण गांव के निवासी हैं. भारतीय सीमा से सटे बारा जिले के एसपी कृष्ण पगेनी ने बताया कि पकड़े गए मौलाना मटीअरवा गांव के समीप नोमेन्स लैंड पार कर नेपाल में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. सभी को कलैया अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में आइसोलेट किया गया है. पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे लोग दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात के मरकज में भाग लेने गए थे. इसी दौरान लॉक डाउन हो गया और वे लोग रास्ते में ही फंस गए.
सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण में छिपे थे मौलाना
कृष्ण पगेनी के मुताबिक सभी लोग लॉक डाउन में सीमावर्ती सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण जिले के अलग-अलग मस्जिदों में छुप कर रह रहे थे. दोनों जिलों के मस्जिदों में पुलिस की छापेमारी की खबर पाकर नेपाल की तरफ रुख कर गए. एसपी ने बताया कि पकड़े गए सभी मौलाना का स्क्रीनिंग कर सैम्पल जांच के लिए जनकपुर लैब में भेजा गया है.
33 मौलानाओं ने दिल्ली में की थी शिरकत
बता दें कि निजामुद्दीन मरकज में नेपाल के 33 मौलानाओं ने शिरकत की है. नेपाल पुलिस पहले ही 11 मौलाना को पकड़ कर क्वारेंटिन कर चुकी है. एसपी के मुताबिक ने कुछ नेपाली मौलाना दिल्ली में ही क्वारेंटाइन हैं. जिसमें एक 66 वर्षीय मौलाना में कोविड 19 पॉजिटिव भी पाया गया है.
बैरगनिया के मस्जिद में छापेमारी
बैरगनिया थाना क्षेत्र के मस्जिदों में तबलीगी जमाती को छिपने की सूचना मिली. जिसके बाद रविवार को स्थानीय पुलिस ने चिन्हित मस्जिदों में छापेमारी की. थानाध्यक्ष गौरीशंकर बैठा ने बताया कि सीतामढ़ी के कुछ मस्जिदों में भी जमातीयों के रहने की सूचना है. ऐसे कोरोना संदिग्ध को स्वतः मेडिकल जांच करा लेना चाहिए.