सीतामढ़ी: बिहार की सीतामढ़ी पुलिस (Sitamarhi) की कार्यशैली पर लगातार सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. अपनी हरकतों को लेकर पुलिस पर लगातार आरोप लगने का सिलसिला जारी है. ताजा मामला मेसौल ओपी इलाके का है. जहां पुलिस की कस्टडी में एक व्यक्ति की मौत से हड़कंप मच गया है. परिजनों ने ओपी प्रभारी पर पीटते-पीटते जान से मारने का आरोप लगाया है. जिले के एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को हटा दिया है. प्रथम दृष्टया उन्होंने माना कि मौत पुलिस कस्टडी में हुई है. उनकी तरफ से विभागीय जांच की जा रही है. फिलहाल आरोपी धानाध्यक्ष को हटा दिया गया है.
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वहीं, मौत के बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार की दोपहर मेसौल ओपी क्षेत्र के कृष्णा नगर निवासी विश्वनाथ चौधरी को पुलिस ने शराब पीने के आरोप में हिरासत में लिया था. मृतक के बेटे ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके पिता को पुलिस थाने ले गई और वह जब अपने पिता से मिलने थाने पहुंचा तो उसे नहीं मिलने दिया गया और अचानक उसे खबर मिली कि उसके पिता की मौत हो गई.
'इसे कस्टोडियल डेथ का मामला माना जाएगा. अभी छानबीन की जा रही है. कस्टोडियल डेथ के प्रोसीजर को फॉलो किया जा रहा है. मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. जो डेथ है उसके संबंध में FIR दर्ज की जा रही है. थाना प्रभारी पर लापरवाही के लिए विभागीय कार्रवाई की जाएगी. तत्काल उन्हें निलंबित किया जा रहा है'- हरकिशोर राय, एसपी, सीतामढ़ी
परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वनाथ चौधरी की पुलिस कस्टडी में बेरहमी से पिटाई की गई. जिसके कारण उनकी हालत गंभीर हो गई. पुलिस ने आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में पहुंचकर जमकर हंगामा किया. वहीं सूचना के बाद सदर अस्पताल पहुंचे एसपी हर किशोर राय को भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा. बहरहाल, इस मामले को पुलिस कप्तान ने गंभीरता से लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
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