सीतामढ़ी: इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का संयोग दो दिन का है. इसलिए इस बार जन्माष्टमी का त्योहार दो तिथियों में यानी 23 अगस्त और 24 अगस्त दोनों ही दिन मनाया जा रहा है. जिले में जन्माष्टमी के त्योहार को लेकर जमकर तैयारी की जा रही है. जगह-जगह पूजा पंडाल बनाए गए हैं. इस अवसर पर विभिन्न जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या, अष्टयाम, यज्ञ और मटका फोड़ने के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
श्रद्धालुओं में उत्साह
हाल ही में बिहार में आई बाढ़ से जिले के लोग बुरी तरह प्रभावित हुए है. बाढ़ का पानी उतरने के बाद अब जनजीवन सामान्य हो रहा है. ऐसे में पर्व त्योहार मनाने में आर्थिक तंगी आंड़े आ रही है. फिर भी लोगों की आस्था में कोई कमी नहीं है. पूजा के लिए प्रतिमा ले जा रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि बाढ़ और महंगाई की वजह से मोहल्ले में चंदा कम हुआ है लेकिन पूजा तो करना है ही. सीमित संसाधन में भी पूजा को लेकर वही उत्साह बनी हुई है.
रोहिणी नक्षत्र का संयोग है शुभ
बता दें कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि को हुआ था. भाद्रपद मास में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र का संयोग होना शुभ माना गया है. श्री कृष्ण के भोग के लिए माखन मिश्री, दूध, घी, दही और मेवा का काफी महत्व है.