सीतामढ़ी: नीतीश सरकार में भारत-नेपाल सीमा (Indo Nepal Border) पर नगर पंचायत के कर्मियों के द्वारा अवैध टैक्स वसूला जा रहा है. टैक्स नहीं देने वाले ट्रक सहित अन्य कमर्शियल वाहन के चालकों के साथ कर्मियों के द्वारा मारपीट की जाती है. हालांकि, पूर्व में इसको लेकर जिला पुलिस ने दो कर्मियों को जेल भी भेजा था. बावजूद इसके नगर पंचायत कर्मियों की अवैध वसूली (illegal recovery of nagar panchayat workers) जारी है.
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पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली: नगर पंचायत की निवर्तमान अध्यक्ष मीना देवी ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि इसको लेकर उन्होंने भी कर पालक पदाधिकारी से शिकायत की है. इसके बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली करवा रहे हैं. अध्यक्ष ने कहा कि इसको लेकर उन्होंने नगर विकास विभाग पटना में भी शिकायत की है. जिसके बाद इसकी जांच करने को लेकर जिला प्रशासन को पत्र भेज दिया गया है.
अब तक नहीं हुई कोई कार्रवाई: इन सबके बावजूद इसकी अब तक जांच नहीं हुई है और ना ही कार्यपालक पदाधिकारी पर कोई कार्रवाई की जा रही है. अध्यक्ष का आरोप है कि पार्किंग नहीं होने के बावजूद भी पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है. वहीं, अध्यक्ष ने कहा कि जब पार्किंग में कमर्शियल वाहन खड़ा ही नहीं होता है, तब किस आधार पर उनसे पैसों की वसूली की जा रही है.
भारत-नेपाल सीमा पर अवैध वसूली: भारत और नेपाल में बेटी और रोटी का संबंध है. भारत के रास्ते नेपाल में तकरीबन 90% दैनिक उपयोग का सामान जाता है. सीतामढ़ी से बैरगनिया के रास्ते तकरीबन वाहनों का रोज आना जाना लगा रहता है. यहां भारतीय कस्टम के बाहर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं. वहां भी नगर पंचायत के कर्मियों के द्वारा ट्रकों से टोल टैक्स के रूप में अवैध वसूली की जा रही है.
कार्यपालक पदाधिकारी ने साधी चुप्पी: कई पार्षदों और प्रतिनिधियों ने भी इसको लेकर जिला अधिकारी और पटना नगर विकास विभाग से भी शिकायत की है, बावजूद इसके कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है. हालांकि, इसको लेकर जब कार्यपालक पदाधिकारी से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. वहीं, जिला अधिकारी के हवाले से डीपीआरओ परिमल कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.
पहले चोरी फिर पदाधिकारी की सीनाजोरी: मामले को लेकर पूछे जाने पर मोबाइल पर कार्यपालक पदाधिकारी रवि आर्य (Executive Officer Ravi Arya) ने बताया कि पूर्व से ही पार्किंग कर लिया जा रहा है, यह टोल टैक्स नहीं है. जो गाड़ी शहर में रुकती है उन्हीं से पार्किंग कर लिया जा रहा है. जब पूछा गया कि जो गाड़ी शहर में रुकती ही नहीं है, उनसे क्यों पार्किंग कर लिया जा रहा है तो कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं है. जब उनसे कहा गया कि आप वीडियो में भी देख सकते हैं कि गाड़ी को रुकवा कर पार्किंग कर के नाम पर टैक्स की वसूली की जा रही है. इस पर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि रिकॉर्डिंग करके जहां खबर चलानी है, चला लीजिए.
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