सीतामढ़ी: स्थानीय जवाहर नवोदय विद्यालय (hunger strike by Jawahar Navodaya Vidyalaya students) खैरवी के छात्रों ने प्रबंधन की अनियमितताओं के खिलाफ शुक्रवार को भूख हड़ताल किया. जिला प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तो डीएम के निर्देश पर डीईओ अवधेश कुमार सिंह (DEO Awadhesh Kumar Singh) और अन्य अधिकारी देर शाम को विद्यालय पहुंचे. मौके पर स्थानीय पुलिस भी पहुंची. अधिकारियों ने नाराज छात्रों से बात की.
छात्रों ने की अनियमितता की शिकायत: छात्रों ने डीईओ से भोजन की क्वालिटी अच्छी नहीं रहने और आये दिन खाना कम पड़ने की शिकायत की. छात्रों ने आरोप लगाया कि पांच माह पूर्व नये प्राचार्य अंजुम अरशी आये हैं, तब से ऐसी स्थिति है. इसके बाद छात्रों ने केमेस्ट्री लैब में केमिकल एक्सपायर होने, फिजिक्स लैब में इंस्ट्रूमेंट खराब रहने, कंप्यूटर लैब में लैपटॉप खराब होने व नेटवर्क की कमी रहने के चलते पढ़ाई में बाधा पहुंचने, एडमीशन में अभिभावकों से अवैध रूप से राशि लेने, फंड के बावजूद स्वेटर, ट्रैक शूट, बैग, नोटबुक आदि नहीं मिलने समेत कई अन्य कई प्रकार की शिकायतें की.
डीईओ ने की रसोईघर की जांच: डीईओ ने शिकायतों को सुनने के बाद रसोई घर जाकर भोजन की जांच की. जांच में छात्रों की शिकायतें सही पाई गई. इस दौरान डीईओ ने खानपान सहायक को डांट लगायी और पके हुए भोजन का सैंपल लिया. डीईओ ने छात्रों को भोजन के सैंपल की जांच कराने, त्रिस्तरीय जांच कमेटी बनाकर तमाम शिकायतों की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. आश्वासन के बाद छात्र मान गये. छात्रों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों के आने और डांट लगाने के बाद भी रसोई घर की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है. शनिवार की सुबह और दोपहर को भी खाना कम पड़ गया.
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डीएम से शिकायत की तो छात्र को कर दिया सस्पेंड: छात्रों ने डीईओ से यह भी शिकायत की कि पिछले वर्ष पटना संभाग के तमाम नवोदय विद्यालय खुलने के बावजूद स्थानीय विद्यालय बंद रहने को लेकर विद्यालय के 10वीं के एक छात्र ने डीएम को ई-मेल पर इसकी शिकायत कर दी थी, जिससे नाराज विद्यालय प्रबंधन द्वारा उक्त छात्र को एक महीने के लिये सस्पेंड कर दिया गया था. उसी समय से छात्रों के साथ उपेक्षा हो रही है.
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