सीतामढ़ी: जिले के एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्रों से करोड़ों की राशि के फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है. बताया जा रहा है कि ग्राहकों के खाते के पैसे गबन किए गए हैं. ग्राहक इसके उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. यह गड़बड़ी जिले के तीन ग्राहक सेवा केंद्रों में हुई.
ग्राहकों के हंगामे के बाद ग्राहक सेवा केंद्र में उच्चस्तरीय जांच तो शुरू हो गई है. लेकिन, अब तक फर्जीवाड़े का शिकार हुए ग्राहकों को न्याय नहीं मिल पाया है. इन सेवा केंद्रों में बेलसंड अनुमंडल के मखनाहा एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र, रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अथरी ग्राहक सेवा केंद्र और सौली ग्राहक सेवा केंद्र शामिल हैं.
पूरा मामला
ग्राहकों का आरोप है कि इन केंद्रों पर संचालकों ने उनसे धोखे से अंगूठा लगवा लिया. जिसके बाद कच्चा रसीद थमा कर घोटाला किया है. पीड़ित ग्राहकों में ऐसे भी दर्जनों ग्राहक हैं, जिनके खाते से 1 लाख से अधिक की राशि निकासी कर ली गई है. इन ग्राहकों में ज्यादातर गरीब-गुरवे खाताधारी हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद जनधन के तहत अपना खाता खुलवाया था.
2017 में हुई थी शुरूआत
वहीं, शाखा प्रबंधक ने बताया कि इन सभी ग्राहक सेवा केंद्रों पर नोटबंदी के समय सबसे अधिक फर्जीवाड़ा किया गया. उन्होंने कहा कि जांच चल रही है. जल्द ही यह पता चल जाएगा कि संचालकों ने कितनी राशि का फर्जीवाड़ा किया है. बता दें कि मखनाहा ग्राहक सेवा केंद्र में यह घोटाला 2017 में शुरू हुआ था. पीड़ित ग्राहकों की ओर से संचालक के विरुद्ध कांड भी दर्ज कराया गया था. लेकिन, 2 वर्ष बीतने के बावजूद भी ग्राहक आजतक न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं. करोड़ों रुपए लेकर फरार होने वाले संचालक पैसे के बल पर और ऊंची पहुंच के कारण अधिकारी और जांच टीम को लगातार अपने वश में किए हुए हैं. नतीजतन आजतक किसी की धर-पकड़ नहीं हो पाई है.
डीएसपी ने कही जांच की बात
इस मामले पर जब डीएसपी प्रकाश सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस फर्जीवाड़े को लेकर जो सूची उपलब्ध है, उसे खंगालने पर यह पता चलता है कि जांच के लिए पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. इसके लिए विभाग ने एसबीआई मुख्य शाखा के प्रबंधक से लिखित जानकारी मांगी है. इससे संबंधित सभी कागजात उपलब्ध होने के बाद मामले पर अनुसंधान किया जाएगा.