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ग्राहक सेवा केंद्रों से करोड़ों का घोटाला उजागर, दो साल से न्याय के लिए भटक रहे पीड़ित - crime

ग्राहकों का आरोप है कि इन केंद्रों पर संचालकों ने उनसे धोखे से अंगूठा लगवा लिया. जिसके बाद कच्चा रसीद थमा कर पैसों की निकासी कर ली.

घोटाला
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Published : Jun 25, 2019, 4:58 PM IST

Updated : Jun 25, 2019, 5:12 PM IST

सीतामढ़ी: जिले के एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्रों से करोड़ों की राशि के फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है. बताया जा रहा है कि ग्राहकों के खाते के पैसे गबन किए गए हैं. ग्राहक इसके उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. यह गड़बड़ी जिले के तीन ग्राहक सेवा केंद्रों में हुई.

ग्राहकों के हंगामे के बाद ग्राहक सेवा केंद्र में उच्चस्तरीय जांच तो शुरू हो गई है. लेकिन, अब तक फर्जीवाड़े का शिकार हुए ग्राहकों को न्याय नहीं मिल पाया है. इन सेवा केंद्रों में बेलसंड अनुमंडल के मखनाहा एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र, रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अथरी ग्राहक सेवा केंद्र और सौली ग्राहक सेवा केंद्र शामिल हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

पूरा मामला
ग्राहकों का आरोप है कि इन केंद्रों पर संचालकों ने उनसे धोखे से अंगूठा लगवा लिया. जिसके बाद कच्चा रसीद थमा कर घोटाला किया है. पीड़ित ग्राहकों में ऐसे भी दर्जनों ग्राहक हैं, जिनके खाते से 1 लाख से अधिक की राशि निकासी कर ली गई है. इन ग्राहकों में ज्यादातर गरीब-गुरवे खाताधारी हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद जनधन के तहत अपना खाता खुलवाया था.

sitamarhi
पीड़ित ग्राहक

2017 में हुई थी शुरूआत
वहीं, शाखा प्रबंधक ने बताया कि इन सभी ग्राहक सेवा केंद्रों पर नोटबंदी के समय सबसे अधिक फर्जीवाड़ा किया गया. उन्होंने कहा कि जांच चल रही है. जल्द ही यह पता चल जाएगा कि संचालकों ने कितनी राशि का फर्जीवाड़ा किया है. बता दें कि मखनाहा ग्राहक सेवा केंद्र में यह घोटाला 2017 में शुरू हुआ था. पीड़ित ग्राहकों की ओर से संचालक के विरुद्ध कांड भी दर्ज कराया गया था. लेकिन, 2 वर्ष बीतने के बावजूद भी ग्राहक आजतक न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं. करोड़ों रुपए लेकर फरार होने वाले संचालक पैसे के बल पर और ऊंची पहुंच के कारण अधिकारी और जांच टीम को लगातार अपने वश में किए हुए हैं. नतीजतन आजतक किसी की धर-पकड़ नहीं हो पाई है.

sitamarhi
बैंक मैनेजर और डीएसपी

डीएसपी ने कही जांच की बात
इस मामले पर जब डीएसपी प्रकाश सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस फर्जीवाड़े को लेकर जो सूची उपलब्ध है, उसे खंगालने पर यह पता चलता है कि जांच के लिए पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. इसके लिए विभाग ने एसबीआई मुख्य शाखा के प्रबंधक से लिखित जानकारी मांगी है. इससे संबंधित सभी कागजात उपलब्ध होने के बाद मामले पर अनुसंधान किया जाएगा.

सीतामढ़ी: जिले के एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्रों से करोड़ों की राशि के फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है. बताया जा रहा है कि ग्राहकों के खाते के पैसे गबन किए गए हैं. ग्राहक इसके उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं. यह गड़बड़ी जिले के तीन ग्राहक सेवा केंद्रों में हुई.

ग्राहकों के हंगामे के बाद ग्राहक सेवा केंद्र में उच्चस्तरीय जांच तो शुरू हो गई है. लेकिन, अब तक फर्जीवाड़े का शिकार हुए ग्राहकों को न्याय नहीं मिल पाया है. इन सेवा केंद्रों में बेलसंड अनुमंडल के मखनाहा एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र, रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अथरी ग्राहक सेवा केंद्र और सौली ग्राहक सेवा केंद्र शामिल हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

पूरा मामला
ग्राहकों का आरोप है कि इन केंद्रों पर संचालकों ने उनसे धोखे से अंगूठा लगवा लिया. जिसके बाद कच्चा रसीद थमा कर घोटाला किया है. पीड़ित ग्राहकों में ऐसे भी दर्जनों ग्राहक हैं, जिनके खाते से 1 लाख से अधिक की राशि निकासी कर ली गई है. इन ग्राहकों में ज्यादातर गरीब-गुरवे खाताधारी हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद जनधन के तहत अपना खाता खुलवाया था.

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पीड़ित ग्राहक

2017 में हुई थी शुरूआत
वहीं, शाखा प्रबंधक ने बताया कि इन सभी ग्राहक सेवा केंद्रों पर नोटबंदी के समय सबसे अधिक फर्जीवाड़ा किया गया. उन्होंने कहा कि जांच चल रही है. जल्द ही यह पता चल जाएगा कि संचालकों ने कितनी राशि का फर्जीवाड़ा किया है. बता दें कि मखनाहा ग्राहक सेवा केंद्र में यह घोटाला 2017 में शुरू हुआ था. पीड़ित ग्राहकों की ओर से संचालक के विरुद्ध कांड भी दर्ज कराया गया था. लेकिन, 2 वर्ष बीतने के बावजूद भी ग्राहक आजतक न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं. करोड़ों रुपए लेकर फरार होने वाले संचालक पैसे के बल पर और ऊंची पहुंच के कारण अधिकारी और जांच टीम को लगातार अपने वश में किए हुए हैं. नतीजतन आजतक किसी की धर-पकड़ नहीं हो पाई है.

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बैंक मैनेजर और डीएसपी

डीएसपी ने कही जांच की बात
इस मामले पर जब डीएसपी प्रकाश सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस फर्जीवाड़े को लेकर जो सूची उपलब्ध है, उसे खंगालने पर यह पता चलता है कि जांच के लिए पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. इसके लिए विभाग ने एसबीआई मुख्य शाखा के प्रबंधक से लिखित जानकारी मांगी है. इससे संबंधित सभी कागजात उपलब्ध होने के बाद मामले पर अनुसंधान किया जाएगा.

Intro:जिले के कई एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र में करोड़ से अधिक का घोटाला उजागर। फर्जीवाड़ा कर ग्राहकों के खाते से निकाला रुपए। न्याय की गुहार में दर-दर भटक रहा बैंक ग्राहक।


Body: जिले के कई एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र में ग्राहकों के खाते से करोड़ से अधिक की राशि फर्जीवाड़ा कर निकालने का मामला प्रकाश में आया है । अगर इसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाए तो यह घोटाला अबतक का सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा। हालांकि उपरोक्त तीनों ग्राहक सेवा केंद्र मैं घोटाला उजागर होने के बाद उच्च स्तरीय जांच शुरू हो गई है। लेकिन अब तक इस फर्जीवाड़े के शिकार ग्राहकों को किसी प्रकार का न्याय नहीं मिल पाया है। बेलसंड अनुमंडल के मखनाहा एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र, रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अथरी ग्राहक सेवा केंद्र और सौली ग्राहक सेवा केंद्र में यह मामला प्रकाश में आया है। इन केंद्रों पर संचालकों द्वारा सैकड़ों ग्राहकों से अंगूठा लगवा कर और कच्चा रसीद थमा कर घोटाला किया गया है। ऐसे भी दर्जनों ग्राहक है जिनके खाते से 1लाख से अधिक की राशि निकासी कर ली गई है। इसमें ज्यादातर गरीब गुरवे खाता धारी है जो प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद जनधन के तहत अपना खाता खुलवाया था। और बाहर के प्रदेशों में कड़ी मेहनत कर एक एक रुपए अपने बेटी की शादी, मकान बनाने व इलाज कराने के लिए जमा किया था। वहीं दर्जनों ऐसे स्कूली छात्र छात्रा है जिनके खाते में स्कूल की ओर से छात्रवृत्ति पोशाक आदि की राशि भेजी गई थी। फर्जीवाड़ा करने वाले संचालकों ने उन मासूमों को भी नहीं बख्शा और उनके खाते से भी 50 हजार तक की राशि निकासी कर ली गई। हालांकि मखनाहा ग्राहक सेवा केंद्र मैं यह घोटाला 2017 में शुरू हुआ था। और पीड़ित ग्राहकों की ओर से संचालक के विरुद्ध कांड भी दर्ज कराया गया था। लेकिन ग्राहक 2 वर्ष बीतने के बावजूद न्याय के लिए आज तक दर-दर भटक रहे हैं। करोड़ों रुपए लेकर फरार होने वाला संचालक पैसों के बदौलत और ऊंची पहुंच के कारण अधिकारी और जांच टीम को अपना गुलाम बना लिया है। नतीजा कार्रवाई आज तक ढाक के तीन पात साबित हो रहा है। मखनाहा और अथरी ग्राहक सेवा केन्द्र का सच:- अथरी गांव निवासी देवकी नंदन सिंह सूर्या विकास फाउंडेशन से मखनाहा और अथरी गांव के लिए ग्राहक सेवा केंद्र का कोड प्राप्त किया था। ग्रामीण ग्राहकों को लाभ देने के उद्देश्य से शाखा की स्थापना की गई थी। इस शाखा में भंडारी, माची, मखनाहा, परतापुर,लोहासी, दमामी, महेशपुर और धापर आदि गांव के ग्राहकों ने अपना पैसा जमा किया था। वह जमा राशि खाता में इंट्री नहीं कर संचालक द्वारा रख लिया गया। फर्जीवाड़ा करने के लिए संचालक ग्राहकों को कच्चा चिट्ठा थमा देता था। ग्राहक जब निकासी करने जाता था तो अंगूठा का निशान लेकर राशि की निकासी फर्जी तरीके से कर ली जाती थी। और ग्राहकों को बताया जाता था कि मेन ब्रांच से पैसा आने के बाद भुगतान किया जाएगा। ग्राहकों को संचालक पक्का रसीद तक नहीं देता था। जब ग्राहक को पैसा नहीं मिला तो ग्राहक न्याय के लिए बेलसंड एसबीआई मुख्य शाखा और आला अधिकारियों के कार्यालय में चक्कर काटने लगे। लेकिन जब कहीं से भी न्याय नहीं मिला तो सभी पीड़ित ग्राहक सेवा केन्द्र संचालक के विरुद्ध न्यायालय में मामला दर्ज कराया। इसके बावजूद फर्जीवाड़ा करने वाला संचालक को अब तक सजा नहीं मिली। पैसा और पहुंचकर बदौलत वह बेल कराकर बेखौफ घूम रहा है। वहीं सैकड़ों पीड़ित ग्राहक न्याय के लिए दर दर की ठोकर खा रहा है। कछुए की चाल की गति से हो रही है जांच:- पीड़ित ग्राहकों ने फर्जीवाड़ा करने वाले संचालक देवकीनंदन राजेश कुमार सहित तीन लोगों को आरोपित करते हुए कांड संख्या 100/ 2017 दर्ज करवाया था। जिसे तत्कालीन डीएसपी सुमन सुरभ ने अपने प्रवेक्षण में घटना को सत्य पाया और आरोप पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया था। लेकिन अब तक आरोप पत्र आरोपी के विरुद्ध न्यायालय में समर्पित नहीं किया जा सका है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वर्तमान डीएसपी श्री प्रकाश सिंह ने जांच की गति तेज कर दी है। उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि इस फर्जीवाड़े को लेकर जो संचिका उपलब्ध है उसके अवलोकन से यह पता चलता है कि जांच के लिए पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। इसके लिए एसबीआई मुख्य शाखा के शाखा प्रबंधक से इस घोटाले से संबंधित लिखित जानकारी मांगी गई है। इससे संबंधित सभी कागजात उपलब्ध होने के बाद इस कांड पर बारीकी से अनुसंधान किया जाएगा। और घोटाला करने वाले संचालक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। सौली ग्राहक सेवा केंद्र भी कराया गया बंद:- एसबीआई मुख्य शाखा के शाखा प्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि अथरी मखनाहा के अलावे सौली ग्राहक सेवा केंद्र में भी फर्जीवाड़ा हुआ है। इसको लेकर संचालक के विरुद्ध कई ग्राहकों की ओर से लिखित और मौखिक शिकायत की गई है। जिसके बाद ग्राहक सेवा केंद्र का कोड रद्द कर उसे बंद करवा दिया गया है। कुल मिलाकर अब तक बेलसंड अनुमंडल के 2 और रुनीसैदपुर के अथरी ग्राहक सेवा केंद्र में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। इसको लेकर प्रधान कार्यालय से राशि से संबंधित जानकारी मांगी गई है। शाखा प्रबंधक ने बताया कि इन सभी ग्राहक सेवा केंद्रों पर नोटबंदी के समय सबसे अधिक फर्जीवाड़ा किया गया। उन्होंने कहा कि जांच चल रही है । जल्द ही यह पता चल जाएगा कि संचालकों ने कितनी राशि का फर्जीवाड़ा किया है। ग्राहकों का दर्द:- पीड़ित ग्राहकों ने बताया कि जब संचालक के विरुद्ध कांड दर्ज कराया गया तो ग्राहक सेवा केंद्र का कोड निर्गत करने वाली संस्था सूर्या सेवा फाउंडेशन की ओर से सभी ग्राहकों को वकालत नोटिस भी भेज दिया गया है। पीड़ित ग्राहक विरजन दास, कुसमी देवी, फुदेनी दास, सुनीता देवी, शंभू राऊत सहित अन्य पीड़ित ग्राहकों ने बताया कि सिर्फ मखनाहा ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक ने 200 से अधिक ग्राहकों के खाते से 1 करोड़ से अधिक की राशि की निकासी कर लिया है। विजुअल-1.2 बाइट-1. महिला व पुरुष पीड़ित ग्राहक। ग्राहक सेवा केंद्र। बाइट-2. प्रमोद कुमार। शाखा प्रबंधक। एसबीआई मुख्य शाखा बेलसंड। बाइट-3. श्री प्रकाश सिंह। डीएसपी बेलसंड अनुमंडल। पी टू सी--------


Conclusion:पी टू सी----राहुल देव सोलंकी। सीतामढ़ी।
Last Updated : Jun 25, 2019, 5:12 PM IST
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