सीतामढ़ी: बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. नदी का पानी जिले के कई प्रखंडों के खेतों और निचले हिस्से में घुस चुका है. इस कारण किसानों की धान की फसल और गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है. सड़कों पर भी पानी लग गया है. लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है.
बागमती नदी का पानी शिवहर जिले के भी कई हिस्सों में घुस गया है. शिवहर से सीतामढ़ी जाने वाली एनएच 104 पर धनकौल चौक के पास पानी सड़क के आर पार बह रही है. इस कारण एनएच 104 पर कटाव हो रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह जलस्तर में वृद्धि जारी है, अगर इसमें कमी नहीं आई तो जुलाई माह में जिस तरह 2 सप्ताह तक आवागमन पूरी तरह ठप था, ठीक उसी प्रकार की समस्या फिर से उत्पन्न होगी.
किसानों की बढ़ी मुश्किलें
बता दें कि सीतामढ़ी जिले के कोर्रा, रमणी, सिरसिया, सॉली, रुपौली, मधकौल के अलावे शिवहर जिला के धनकौल, कोठिया कोपगढ़ा, सुरगहीया, खोठा, तरियानी छपरा सहित अन्य गांव में पानी घुस चुका है. सैकड़ों हेक्टेयर में लगी धान और अन्य फसलें डूब चुकी हैं. अब किसानों के सामने काफी संकट गहरा गया है.
खेतों में लगी फसलें बर्बाद
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि कुछ दिन पहले आई भीषण बाढ़ में भी किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. स्थिति में सुधार होने के बाद कर्ज लेकर किसानों ने फिर से धान की रोपनी की थी. लेकिन बुधवार से बाढ़ का पानी बढ़ने के कारण सभी फसलें डूब गई हैं. इसे लेकर किसान काफी चिंतित हैं. इनका कहना है कि पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण हुई क्षतिपूर्ति की राशि अबतक नहीं मिली है. ऐसे में बाढ़ ने दुबारा दस्तक देकर इनकी तकलीफ और भी बढ़ा दी है.