ETV Bharat / state

सीतामढ़ी और शिवहर जिले में बाढ़ ने फिर से दी दस्तक, झील में तब्दील हुई सड़कें - Bagmati river

शिवहर से सीतामढ़ी जाने वाली एनएच 104 पर धनकौल चौक के पास पानी जमा हो गया है. इस कारण एनएच 104 पर कटाव हो रहा है. वहीं सैकड़ों हेक्टेयर जमीन में लगी धान और अन्य फसलें भी डूब चुकी हैं.

बाढ़ ने फिर से दी दस्तक
author img

By

Published : Sep 20, 2019, 11:36 AM IST

सीतामढ़ी: बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. नदी का पानी जिले के कई प्रखंडों के खेतों और निचले हिस्से में घुस चुका है. इस कारण किसानों की धान की फसल और गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है. सड़कों पर भी पानी लग गया है. लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है.

बाढ़ ने फिर से दी दस्तक

बागमती नदी का पानी शिवहर जिले के भी कई हिस्सों में घुस गया है. शिवहर से सीतामढ़ी जाने वाली एनएच 104 पर धनकौल चौक के पास पानी सड़क के आर पार बह रही है. इस कारण एनएच 104 पर कटाव हो रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह जलस्तर में वृद्धि जारी है, अगर इसमें कमी नहीं आई तो जुलाई माह में जिस तरह 2 सप्ताह तक आवागमन पूरी तरह ठप था, ठीक उसी प्रकार की समस्या फिर से उत्पन्न होगी.

sitamarhi
सड़क पर जलजमाव

किसानों की बढ़ी मुश्किलें
बता दें कि सीतामढ़ी जिले के कोर्रा, रमणी, सिरसिया, सॉली, रुपौली, मधकौल के अलावे शिवहर जिला के धनकौल, कोठिया कोपगढ़ा, सुरगहीया, खोठा, तरियानी छपरा सहित अन्य गांव में पानी घुस चुका है. सैकड़ों हेक्टेयर में लगी धान और अन्य फसलें डूब चुकी हैं. अब किसानों के सामने काफी संकट गहरा गया है.

sitamarhi
खेतों में घुसा पानी

खेतों में लगी फसलें बर्बाद
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि कुछ दिन पहले आई भीषण बाढ़ में भी किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. स्थिति में सुधार होने के बाद कर्ज लेकर किसानों ने फिर से धान की रोपनी की थी. लेकिन बुधवार से बाढ़ का पानी बढ़ने के कारण सभी फसलें डूब गई हैं. इसे लेकर किसान काफी चिंतित हैं. इनका कहना है कि पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण हुई क्षतिपूर्ति की राशि अबतक नहीं मिली है. ऐसे में बाढ़ ने दुबारा दस्तक देकर इनकी तकलीफ और भी बढ़ा दी है.

सीतामढ़ी: बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. नदी का पानी जिले के कई प्रखंडों के खेतों और निचले हिस्से में घुस चुका है. इस कारण किसानों की धान की फसल और गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है. सड़कों पर भी पानी लग गया है. लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है.

बाढ़ ने फिर से दी दस्तक

बागमती नदी का पानी शिवहर जिले के भी कई हिस्सों में घुस गया है. शिवहर से सीतामढ़ी जाने वाली एनएच 104 पर धनकौल चौक के पास पानी सड़क के आर पार बह रही है. इस कारण एनएच 104 पर कटाव हो रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह जलस्तर में वृद्धि जारी है, अगर इसमें कमी नहीं आई तो जुलाई माह में जिस तरह 2 सप्ताह तक आवागमन पूरी तरह ठप था, ठीक उसी प्रकार की समस्या फिर से उत्पन्न होगी.

sitamarhi
सड़क पर जलजमाव

किसानों की बढ़ी मुश्किलें
बता दें कि सीतामढ़ी जिले के कोर्रा, रमणी, सिरसिया, सॉली, रुपौली, मधकौल के अलावे शिवहर जिला के धनकौल, कोठिया कोपगढ़ा, सुरगहीया, खोठा, तरियानी छपरा सहित अन्य गांव में पानी घुस चुका है. सैकड़ों हेक्टेयर में लगी धान और अन्य फसलें डूब चुकी हैं. अब किसानों के सामने काफी संकट गहरा गया है.

sitamarhi
खेतों में घुसा पानी

खेतों में लगी फसलें बर्बाद
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि कुछ दिन पहले आई भीषण बाढ़ में भी किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. स्थिति में सुधार होने के बाद कर्ज लेकर किसानों ने फिर से धान की रोपनी की थी. लेकिन बुधवार से बाढ़ का पानी बढ़ने के कारण सभी फसलें डूब गई हैं. इसे लेकर किसान काफी चिंतित हैं. इनका कहना है कि पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण हुई क्षतिपूर्ति की राशि अबतक नहीं मिली है. ऐसे में बाढ़ ने दुबारा दस्तक देकर इनकी तकलीफ और भी बढ़ा दी है.

Intro:बारिश के बाद बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी सीतामढ़ी और शिवहर जिले के कई क्षेत्रों में घुसा पानी एनएच 104 पर बाढ़ के पानी से कटाव जारी किसानों की फसल भी बर्बाद।Body:18 घंटे लगातार हुई बारिश के बाद बागमती नदी के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि जारी है। इसलिए नदी का पानी सीतामढ़ी जिले के कई प्रखंडों के खेतों और निचले हिस्से में घुस चुका है। जिस कारण किसानों की धान की फसल और गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है। वहीं बागमती नदी का पानी शिवहर जिले के भी कई हिस्सों में फैल गया है। शिवहर से सीतामढ़ी जाने वाली एनएच 104 पर धनकौल चौक के निकट पानी सड़क के आर पार हो रही है। जिस कारण एनएच 104 पर कटाव हो रहा है। स्थानीय लोगों का बताना है कि जिस तरह जल स्तर में वृद्धि जारी है। अगर इसमे कमी नहीं आई तो जुलाई माह में जिस तरह 2 सप्ताह तक आवागमन पूरी तरह बंद हो गया था। ठीक उसी प्रकार की समस्या उत्पन्न होगी। सीतामढ़ी जिले के कोर्रा, रमणी, सिरसिया, सॉली, रुपौली, मधकौल के अलावे शिवहर जिला के धनकौल, कोठिया कोपगढ़ा, सुरगहीया, खोठा, तरियानी छपरा सहित अन्य गांव के चोर में पानी घुस चुका है। जिस कारण सैकड़ों हेक्टेयर में लगी धान और अन्य फसलें डूब चुकी है। अब किसानों के सामने काफी संकट गहरा गया है। पहली बार आई भीषण बाढ़ में किसानों की धान और गन्ने की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। इसके बाद कर्ज उधार लेकर किसानों ने धान की रोपनी की थी। लेकिन बुधवार से बाढ़ की पानी बढ़ने के कारण सभी फसलें डूब गई है। जिसको लेकर किसान बेहद संकट में फंसे हुए हैं। अब उनके पास कोई चारा नहीं दिख रहा कि आखिर करे तो करे क्या। जबकि दोनों जिले के अधिकांश बाढ़ पीड़ित को अब तक क्षतिपूर्ति की राशि मिली भी नहीं है। इससे पहले बाढ़ ने दोबारा दस्तक देकर उनकी दुखती रगों को और ज्यादा बढ़ा दिया है।
बाइट 1. सीतामढ़ी जिले के बाढ़ पीड़ित कुर्ता में।
बाइट 2. सीतामढ़ी जिले के युवा बाढ़ पीड़ित उजला शर्ट में।
बाइट 3. धीरज कुमार। यात्री शिवहर जिला। उजला टीशर्ट में।
पी टू सी 4.
विजुअल 5,6,7,8,9Conclusion:पी टू सी:____राहुल देव सोलंकी। सीतामढ़ी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.