सीतामढ़ी: संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले जिले के दर्जनों गांवों के किसानों ने गुरुवार को पृथ्वी दिवस पर उपवास के साथ धरना दिया. किसानों ने सरकार से पंजाब और तेलंगाना के तर्ज पर सहायता देने और कर्ज माफ करने की मांग की है. मोर्चा संरक्षक आनंद किशोर ने इस संबंध में बिहार सरकार और डीएम को ईमेल के जरिए मांग पत्र सौंपा है.
मोर्चा के संरक्षक डॉ. आनंद किशोर ने बताया कि जिले में भारी ओलावृष्टि और बारिश हुई है. इससे दलहन, तिलहन, गेहू, आम, लीची की भारी बर्बादी हुई है. वहीं, लॉक डाउन में किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. मोर्चा ने सरकार से फसल क्षति अनुदान देने की मांग उठाई है. पंजाब और तेलंगाना की तरह घर-घर से गेहूं की सरकारी खरीद, किसानों की कृषि कर्ज की माफी, खेती के लिए बीज और इनपुटअनुदान देने की सरकार से मांग की गई है. ताकि किसानों की किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो और महानगरों में कमाने के लिए पलायन न कर सकें.
रीगा चीनी मिल से बकाया भुगतान कराए सरकार
संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा ने सरकार से रीगा चीनी मिल से बकाया 115 करोड़ रुपये और लिमीट के 70 करोड़ रुपये का भुगतान कराने की मांग की है. इसके अलावा धान की सरकारी खरीद में अनियमितता की जांच, बाढ़ और ओलावृष्टि राहत से बंचित किसानों को राहत दिलाने की मांग की गई है.
सरकार से विशेष पैकेज की मांग
मोर्चा ने सरकार से किसानों के लिए विशेष पैकेज की मांग की है. इस मौके पर संरक्षक डॉ. आनंद किशोर, जिलाध्यक्ष जलंधर यदुवंशी, अजय महतो सहित अन्य किसान मौजूद रहे. धरने में सीतामढ़ी, रीगा, मेजरगंज, परिहार, बाजपट्टी, रून्नीसैदपुर,नानपुर, सुप्पी, डूमरा, पुपरी, बोखडा, बथनाहा, सुरसण्ड प्रखण्ड के किसान मौजूद थे.