सीतामढ़ी: जिले में कृषि इनपुट अनुदान योजना की शुरुआत हो गई. इसकी अंतिम तारीख 20 नंवबर है. लेकिन अभी तक 10 प्रतिशत लोगों का भी आवेदन पत्र नहीं भर पाया है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि कृषि विभाग का सर्वर ज्यादा बार फेल हो जाता है. जिससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है.
कृषि विभाग का सर्वर फेल
जिले के सभी प्रखंडों के अधिकांश किसान इस बार कृषि विभाग का सर्वर फेल रहने का खामियाजा भुगतने को विवश हैं. कृषि इनपुट अनुदान योजना का आवेदन भरा जा रहा है. इस योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर तक निर्धारित की गई है. इसके लिए किसान लगातार ऑनलाइन आवेदन करने के लिए साइबर कैफे पर जा रहे हैं. लेकिन सर्वर फेल रहने के कारण किसानों को कई दिनों तक चक्कर लगाना पड़ रहा है. इस कारण किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
किसान हैं प्रशासन से नाराज
किसानों की शिकायत है कि सरकार और विभाग साजिश के तहत ऐसा कर रही है ताकि अधिकांश किसानों को इस योजना का लाभ ना मिल सके. रुन्नीसैदपुर प्रखंड के किसान प्रेम शंकर सिंह और बेलसंड प्रखंड के किसान शंभू सिंह का बताना है कि सरकार और विभाग साजिश के तहत ऐसा कर रही है. ताकि ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जा सके.
शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं
विभागीय कृषि समन्वयक समीर कुमार ने बताया कि किसानों की शिकायत जायज है. ऐसी खामियां लगातार देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि जिसकी शिकायत विभाग के वरीय अधिकारियों से लिखित रूप से की गई है. लेकिन अब तक इसका समाधान नहीं हो पाया है.
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किसान हैं प्रशासन से नाराज
साइबर कैफे संचालक ज्ञानू मिश्रा ने बताया कि सर्वर फेल रहने के कारण एक दिन में केवल 8 से 10 किसानों का ही आवेदन हो पा रहा है. अगर सर्वर में गड़बड़ी नहीं रहती तो प्रतिदिन 50 से 60 किसानों का आवेदन आसानी से किया जा सकता है. बता दें कि कृषि विभाग की ओर से दी जाने वाली कृषि इनपुट अनुदान योजना उन किसानों के लिए है जो बाढ़ और सुखाड़ के पीड़ित हैं.