सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में मारपीट में जख्मी व्यक्ति की मौत (Man Injured in Fight in Dies Sitamarhi) से कोहराम मच गया है. मामला रीगा थाना क्षेत्र के खरसान गांव का है, जहां पूर्व में हुए मारपीट में जख्मी अमरनाथ सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने शव को रीगा रेलवे स्टेशन चौक के पास रीगा-मेजरगंज सड़क मार्ग में रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया. इससे सड़क मार्ग का दो घंटा से अधिक समय तक आवागमन बाधित रहा. इस दौरान मृतक अमरनाथ सिंह की पुत्री ब्यूटी कुमारी रीगा थाना अध्यक्ष राम इकबाल प्रसाद पर मामले में लापरवाही का आरोप लगाया है.
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मामले में बरती गई शिथिलता: मृतक की पुत्री ने बताया कि मामले में पुलिस के द्वारा शिथिलता बरती गई है. मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. साथ ही जख्मी के इलाज में भी कोई मदद नहीं की गई है. इसके अलावा आक्रोशित परिजन और ग्रामीण कई और आरोप लगा रहे हैं. 10 बजे रात में सीतामढ़ी सदर डीएसपी सुबोध कुमार, सुप्पी थाना अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची. इस बीच सदर डीएसपी सुबोध कुमार ने जल्द से जल्द मामले में संलिप्त आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देते हुए मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. तकरीबन दो घंटे बाद 1 बजे जाम को खत्म करवाया गया.
"मामले में पुलिस के द्वारा शिथिलता बरती गई है. मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. साथ ही इलाज में भी कोई मदद नहीं की गई है. आवेदन में 5 लोगों को आरोपित किया गया था. हालांकि पुलिस ने एक आरोपी के मेल में आकर प्राथमिकी से उसका नाम हटा दिया है." -ब्यूटी कुमारी, मृतक की पुत्री
पुलिस ने एक अभियुक्त का नाम हटाया: मृतक की पुत्री ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में उनके द्वारा दिए गए आवेदन में 5 लोगों को आरोपित किया गया था. हालांकि पुलिस ने एक आरोपी के मेल में आकर प्राथमिकी से उसका नाम हटा दिया है. मृतक की पुत्री ने कहा कि पुलिस के द्वारा कल तक कार्रवाई नहीं की जाती है तो फिर सड़क जाम किया जाएगा. इसी दौरान उसने पुलिस पर निष्क्रियता एवं पक्ष पात करने का आरोप भी लगाया है.