सीतामढ़ी: एक तरफ कोरोना वायरस की वजह से लोग परेशान हैं तो दूसरी तरफ एक रहस्मई बीमारी से बकरियों की मौत हो रही है. सीतामढ़ी में रहस्मयी बीमारी से अचानक सैकड़ों बकरियां मर रही हैं. बताया जा रहा है कि बकरियों में सर्दी-बुखार और खांसी के लक्षण मिले हैं. मेडिकल टीम इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
सोनबरसा के लोहखर की घटना
सीतामढ़ी के सोनबरसा प्रखंड के बिशनपुर गोनाही पंचायत अंतर्गत लोहखर स्थित गांधी टोला में एक महीने के अंदर सैकड़ों बकरियां रहस्यमय बीमारी से मर गयी हैं. बकरियों को जमीन में दफनाया जा रहा है. जांच के बाद जिला पशुपालन पदाधिकारी राजीव रंजन चौधरी ने कहा कि एक से डेढ महीने के अंदर हर दिन 3 से 6 की संख्या में बकरी और खस्सी मर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन जानवरों में सर्दी, बुखार और खांसी के लक्षण पाए गये हैं.
डीएम ने सिविल सर्जन को दिया जांच का आदेश
डीएम के आदेश पर पशुपालन विभाग के सिविल सर्जन ने सोनबरसा अस्पताल प्रभारी डॉ. राजीव रंजन को जांच का निर्देश दिया. जिसके बाद मेडिकल टीम गठित कर मामले की जांच करवाई गयी. डॉ. अजय कुमार गुंजन ने कहा कि टीम जब लोहखर के गांधी टोला पहुंची तब एक बकरी मरी पड़ी थी और ग्रामीणों ने बताया कि एक को दफना कर आये थे.
निमोनिया के लक्षण
डॉक्टर ने बताया कि पहली नजर में देखने पर प्रतीत हुआ कि बकरी के नाक से पानी गिर रहा है. सम्भवतः यह निमोनिया का लक्षण हो सकता है. हालांकि, इसकी पूरी पुष्टि नहीं की जा सकी है कि ये निमोनिया है या नहीं. ग्रामीणों ने कहा कि करीब 15–20 दिन से रोज तीन से पांच बकरियां और खस्सी मर रही हैं. इससे लोग भयभीत हैं. यह वेटनरी चिकित्सक से जुड़ा मामला है.
सिविल सर्जन को लिखा पत्र
डॉक्टर विमल कुमार ने जांच के बाद उक्त विभाग को पत्र लिखा है. इसके साथ ही जिला अधिकारी को भी पत्र लिखा गया है. रिपोर्ट पर पशुपालन विभाग की टीम मवेशी चिकित्सक विमल कुमार के नेतृत्व में लोहखर पहुंची.