सीतामढ़ीः जिले में रविवार को पांच दिवसीय पोलियो उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर डीडीसी सह जिलाधिकारी ने कहा कि ध्यान रहे एक भी बच्चा नहीं छूटे, बच्चों को पोलियो खुराक की दो बूंद पिलाएं और उनके जीवन को खुशहाल बनाएं. उन्होंने कहा कि पोलियो उन्मूलन के लिए चलाये जा रहे इस अभियान का हिस्सा बने और अपने बच्चों की पोलियो की खुराक दिलाना ना भूलें.
5 साल तक के बच्चों को दी जाएगी पोलियो की खुराक
डीडीसी ने कहा कि शून्य से 5 साल तक के अपने बच्चों को पोलियो की सभी खुराक समय पर दिलवाएं. स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य के लिए दो बूंद जिंदगी की जरूरी है. उन्होंने कहा कि जिले में 5 दिनों तक पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा. अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका घर-घर जाकर शून्य से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाएंगी. इसको लेकर माइक्रो प्लान भी तैयार किया गया है.
माइक्रो प्लान से अभियान को बनाया जाएगा सफल
जिलाधिकारी ने कहा कि माइक्रो प्लान के अनुसार अभियान को सफल बनाया जाएगा. साथ ही इन कर्मियों की मानिटरिंग और अभियान के सफल संचालन के लिए सुपरवाइजर की तैनाती की गई है. डीएम ने बताया कि जिले में 6 लाख 08 हजार 937 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है. निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए जिले में 1474 दल बनाएं गए हैं. इसमें 1228 डोर टू डोर टीम, 185 ट्रांजिट दल, 16 वन मैन दल, 45 मोबाइल दल को लगाया गया है.
पीएचसी में जमा करनी होगी रिपोर्ट
डीडीसी ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान की ड्यूटी में लगी ऑगनबाड़ी सेविका, आशा समेत अन्य कर्मी दवा पिलाने के बाद बच्चों का नाम, माता-पिता का नाम, गृह संख्या आदि विभाग की दी गई फारमेट में भरेंगे. साथ ही बाहर गये बच्चों का भी पूरी जानकारी लेकर सबकी रिपोर्ट स्थानीय पीएचसी में जमा करेंगे.
कोविड 19 के गाइडलाइन का रखा जाएगा ख्याल
जिलाधिकारी ने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर हर दिन शाम में जिले के सभी पीएचसी में संध्या ब्रीफिंग का निर्देश दिया गया है. इसमें पीएचसी प्रभारी, मैनेजर, सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका (एल एस) समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मी शामिल होंगे. बच्चों को दवाई पिलाने के दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का ख्याल रखा जाएगा. बचाव से संबंधित उपायों का पालन करते हुए कर्मी दवा पिलाऐंगे और खुद के साथ-साथ दूसरों का भी कोविड-19 से सुरक्षा का ख्याल रखेंगे.