सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी के सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय स्थित चिलरी गांव के दवा व्यवसाई 65 वर्षीय कामेश्वर राय का कथित रूप से अपहरण कर लिया गया था. आज गुरुवार 7 दिसंबर को इंडो भारत नेपाल सीमा पर अपहृत दावा व्यवसायी को बदमाशों ने छोड़ दिया. पुलिस का कहना है कि उनलोगों की कार्रवाई के दबाव में आकर बदमाशों ने दवा व्यवसायी को छोड़ा है. दवा व्यवसायी की मेडिकल जांच कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया.
"अपहरणकर्ताओं ने पुलिस के दबाव में दवा व्यवसायी को भारत नेपाल सीमा पर छोड़ दिया. मामले का अनुसंधान किया जा रहा है. इस घटना में जो भी अपराधी शामिल होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. जल्दी ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा."- रामकृष्ण, एसडीपीओ सदर
चार दिन पहले हुआ था अपहरणः सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय पंचायत स्थित चिलरी गांव निवासी दवा व्यवसाई कामेश्वर राय रहस्यमय तरीके से गायब हो गये थे. बताया जाता है कि हर रोज की तरह शाम सात बजे स्थानीय मेन चौक स्थित दवा दुकान को बंद कर साइकिल से घर लौट रहे थे. समय पर घर नहीं पहुंचने पर परिजनों को आशंका हुई. उनके पुत्र उमेश कुमार ने मोबाइल पर फोन किया तो बंद मिला. इसकी सूचना आस पड़ोस के लोगों को दी.
एसआईटी का गठनः ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू की. सोनबरसा मेन चौक और भारत नेपाल सीमा हनुमान चौक के बीच मेन रोड के पास खेत में साइकिल, जूता और चश्मा बरामद किया गया. इसके बाद घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गयी. घटना की खबर पर एसएसबी कमांडर सहायक सेना नायक हिमांशु राठौड़, थाना अध्यक्ष शंभूनाथ सिंह सशस्त्र बलों के साथ सीमा क्षेत्र के सरेह में खोजबीन शुरू की. एसपी मनोज तिवारी के निर्देश के बाद एसआईटी का गठन किया गया. पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी.
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