सीतामढ़ी: बिहार में कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर (Third Wave of Corona) को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है. वहीं, सीतामढ़ी के बैरगनिया से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां एक मृत महिला को कोविड-19 का वैक्सीन ( Corona vaccination of dead women in sitamarhi ) लगाए जाने का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं मृत महिला को वैक्सीन देने के बाद सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया.
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मामला जिले के भारत-नेपाल सीमा से सटे सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया प्रखंड का है. बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिना वैक्सीनेशन के ही मृत महिला का प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया है. दरअसल, 14 दिसंबर 2021 को समस्तीपुर के सेवानिवृत्त दारोगा की मृत पत्नी को बैरगनिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के RBSK टीम–2 ने कोविड टीके की दूसरी डोज दी थी. जिसका प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, समस्तीपुर के मुसरीघरारी थाना के दारोगा के पद से सेवानिवृत्त हुए निर्मल कुमार मूल रूप में दरभंगा टावर चौक के रहने वाले हैं, लेकिन सेवानिवृति के बाद से वो नगर पंचायत बैरगनिया के वार्ड-15 बाजार समिति मुख्य गेट के पास रहते हैं.
''बीते 4 अप्रैल 2021 को उनकी पत्नी माला देवी ने कोविड टीका की प्रथम डोज ली थी. हाल के महीने में उनकी तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए पटना ले जाया गया. जहां, इलाज के क्रम में ही 24 नवम्बर 2021 को माला देवी की मौत हो गयी.'' - निर्मल कुमार
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वहीं, महिला की मौत के बाद 14 दिसम्बर 2021 को माला देवी को कोविड का दूसरा टीका देने का मैसेज आया. साथ ही, मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ फेमली वेलफेयर, भारत सरकार से कोविड-19 टीका का प्रमाण-पत्र भी निर्गत (Covid Vaccination Certificate in Sitamarhi) हुआ है. परिजनों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ऐसा करके मृत व्यक्ति का भी मजाक बनाने से पीछे नहीं हट रही है.
वहीं सिविल सर्जन ने बताया कि मोबाइल नंबर की गड़बड़ी की वजह से दूसरे डोज का टीका लगने का मैसेज मोबाइल पर चला गया है. किसी भी स्तर पर गड़बड़ी नहीं हो सकती है. फिलहाल, मृत महिला को कोविड टीका लगाने की खबर सीतामढ़ी जिले में चर्चा का विषय बन गया है. कई लोग कह रहे हैं कि यह बिहार में कोरोना टीकाकरण के आंकड़ों को बढ़ाने की एक साजिश है.
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